व्यवसाय विचार

'लीड' ने की राजस्थान सरकार के साथ साझेदारी

Opportunity India Desk
Opportunity India Desk Sep 06, 2023 - 3 min read
'लीड' ने की राजस्थान सरकार के साथ साझेदारी image
सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के कौशल विकास के लिए जानी-मानी एडटेक कंपनी 'लीड' ने कदम बढ़ाया है। राजस्थान सरकार के साथ मिलकर 'लीड' वहां के महात्मा गांधी सरकारी विद्यालयों में अंग्रेजी भाषा सिखाने के मिशन पर है।

जानी-मानी स्कूल एडटेक कंपनी 'लीड' ने राजस्थान सरकार के साथ साझेदारी की घोषणा की है। कंपनी ने राजस्थान के अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के छात्रों की सफलता और उनकी अंग्रेजी बोलने, पढ़ने और लिखने की क्षमता को बेहतर करने के लिए यह साझेदारी की है। 'लीड' राजस्थान के सभी जिलों के लगभग 3000 से ज्यादा महात्मा गांधी गर्वनमेंट स्कूल (एमजीजीएस) के साथ अपने अंग्रेजी भाषा कार्यक्रम को लेकर काम करेगी, जिसके जरिए छात्र अंग्रेजी भाषा को एक कौशल के तौर पर सीखने में सक्षम हो सकें। इस सहयोग का हिस्सा होने के कारण राजस्थान के एमजीजीएस स्कूल 'लीड' के अंग्रेजी भाषा लैब का एक्सेस पा सकेंगे, जिसके अंतर्गत कक्षाओं में स्मार्ट टीवी, छात्रों के लिए क्यू-आर सुरक्षित पुस्तकें और शिक्षकों के लिए ऐसे टैब्स शामिल होंगे, जिनमें संबंधित आवश्यक पाठ्य सामग्री मौजूद होंगी। छात्रों के लिए ध्वनि विद्या, शब्दकोश, पढ़ने की अवधारणा, प्रतिक्रिया और व्याकरण लिखने की कला सीखने के मौके उपलब्ध होंगे। साथ ही, एक वर्ष में यह डेढ़ साल वाले 'अंग्रेजी कौशल विकास कार्यक्रम' को सिखाने का काम पूरा करेगी।

'लीड' के सीईओ और को-फाउंडर सुमीत मेहता कहते हैं, "सीखने और अलग-अलग विषयों तक उसकी पहुंच बनाने के लिए एक बच्चे को पहले अंग्रेजी भाषा में ग्रेड स्तर की दक्षता हासिल करनी होगी, वह भी बिल्कुल प्रारंभ यानी उनके प्री-प्राइमरी स्कूल लेवल से। राज्य के छात्रों को अंग्रेजी भाषा में दक्षता हासिल कराने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए राजस्थान सरकार के साथ साझेदारी करके हम खुश हैं। अपने कौशल आधारित अंग्रेजी भाषा कार्यक्रम के जरिए हम इस बात का ध्यान रखेंगे कि हर छात्र के पास सीखने के असीमित अवसर हों और जीवन में सफल होने के बराबर मौके भी।"

सीखने की प्रक्रिया को आसान बनाएगी

राजस्थान सरकार में स्कूली शिक्षा विभाग के सचिव नवीन जैन (आईएएस) कहते हैं, "बच्चे, विशेषकर ग्रामीण इलाकों के, जो महात्मा गांधी गर्वनमेंट स्कूल में पढ़ रहे हैं, हिंदी से अंग्रेजी भाषा माध्यम में रूपांतरण के बाद काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं, लेकिन 'लीड' के अंग्रेजी भाषा कार्यक्रम कक्षाओं की सुविधा पाकर वे इस चुनौती का सामना कर पाने में सक्षम होंगे। मुझे यकीन है कि 'लीड' द्वारा दिए जाने वाले कंटेट और प्रशिक्षण उनके सीखने की प्रक्रिया को पहले से बेहतर और आसान बनाएगी।"

'लीड' का अंग्रेजी भाषा कार्यक्रम 25 लाख छात्रों के विकास में सहयोग करेगा। 'लीड' का इंटीग्रेटेड स्कूल एडटेक सिस्टम, भारत की नई शिक्षा पद्धति-2020 को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है और इसमें स्कूलों के सभी क्षेत्रों के लिए एआई-सक्षम पेशकश शामिल है।

विषयों को गहराई से समझने में सक्षम होंगे छात्र

प्रत्येक शिक्षक को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के टूल्स और रिसोर्सेज से लैस करने वाले टीचर कैपेबिलिटी सिस्टम के जरिए शिक्षकों की क्षमता को बढ़ाने, पारंपरिक कक्षाओं को डिजिटल रूप से सक्षम बनाने के लिए स्मार्ट क्लास सोल्यूशंस के तौर पर उनका रूपांतरण, पढ़ाने और सीखने के स्थानों के कई माॅडल, छात्रों के सीखने और आत्मविश्वास को बढ़ावा देने के एकीकृत पाठ्यक्रम व प्रशासनिक कार्यों को सुव्यवस्थित करने के लिए स्मार्ट स्कूल सिस्टम, परिचालन दक्षता बढ़ाने और स्कूल को कार्रवाई योग्य डाटा की समझ प्रदान करने के लिए 'लीड' काम कर रही है। 'लीड' के साथ स्कूल यह समझ पाने में सक्षम होंगे कि इससे शैक्षणिक प्रदर्शन और नामांकन की प्रक्रिया को कितना लाभ प्राप्त हो रहा है। इससे छात्र विषयों को गहराई से समझ पाने में सक्षम होंगे और 21वीं सदी के कौशल को अपने अंदर बढ़ाने में भी सक्षम होंगे, जैसे कि बेहतर कम्यूनिकेशन, कोलेबोरेशन और क्रिटिकल थिंकिंग (संचार, सहयोग और आलोचनात्मक सोच)।

'लीड' ने कम शुल्क वाले भारतीय स्कूलों में प्रवेश की यह घोषणा जुलाई में की थी। साल 2028 तक 'लीड' 60 हजार स्कूलों के 250 करोड़ छात्रों को प्रेरक प्रशिक्षण प्रदान करने के मिशन पर है।

Subscribe Newsletter
Submit your email address to receive the latest updates on news & host of opportunities
Franchise india Insights
The Franchising World Magazine

For hassle-free instant subscription, just give your number and email id and our customer care agent will get in touch with you

or Click here to Subscribe Online

Newsletter Signup

Share your email address to get latest update from the industry