इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पावरट्रेन समाधान बनाने वाली कंपनी 'सुयो' में रोल्ड, जाली और मशीनी उत्पादों के प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं में से एक 'रामकृष्ण फोर्जिंग्स' ने 51 प्रतिशत तक हिस्सेदारी के लिए निवेश किया है।
रामकृष्ण फोर्जिंग्स लिमिटेड ('कंपनी') के निदेशक मंडल ने 'सुयो' मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड ('सुयो') के 51 प्रतिशत वोटिंग अधिकार हासिल करने के लिए एक निवेश को मंजूरी दे दी है। बता दें कि 'रामकृष्ण फोर्जिंग्स', रोल्ड, जाली और मशीनी उत्पादों के प्रमुख आपूर्तिकर्ताओं में से एक है जबकि 'सुयो' इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पावरट्रेन समाधान तैयार करने में लगी हुई मेक-इन-इंडिया स्टार्ट-अप कंपनी है।
वर्तमान में 'सुयो' इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए पावरट्रेन समाधान बनाती है। प्रस्तावित निवेश एक ओर जहां 'सुयो' के लिए उसके उत्पाद पोर्टफोलियो को बढ़ाने में मददगार होगा। वहीं दूसरी ओर, दोनों संगठनों की तकनीकी विशेषज्ञता और विनिर्माण कौशल का मोटर्स, कंट्रोलर्स और ई-एक्सल्स जैसे प्रोडक्ट्स को अन्य कंपनियों की तुलना में अलग व खास बनाने संबंधी सुविधाओं का विस्तार करने में मदद करेगा।
बता दें कि 'रामकृष्ण फोर्जिंग्स' की योजना अगले पांच वर्षों में करीब 100 करोड़ रुपये का निवेश करने की है, जिससे पांचवें वर्ष के अंत तक उन्हें लगभग 500 करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद है।
इस अधिग्रहण पर टिप्पणी करते हुए 'रामकृष्ण फोर्जिंग्स लिमिटेड' के पूर्णकालिक निदेशक और सीएफओ ललित खेतान ने कहा, "हम मानते हैं कि भारत और इससे बाहर इलेक्ट्रिक वाहनों के विकास का समर्थन करने की हमारी प्रतिबद्धता को यह रणनीतिक निवेश आगे बढ़ाने में हमें सक्षम बनाएगा। 'सुयो' के साथ साझेदारी करने को लेकर हम उत्साहित हैं। यह अधिग्रहण हमारी क्षमताओं में काफी सुधार करेगा। साथ ही, ईवी सेगमेंट के विकास के दौरान बाजार में हिस्सेदारी का विस्तार करने में मददगार होगा। सच यह है कि ऐसा समझौता कई तालमेल भी लाता है, जो फोर्जिंग समाधान के शीर्ष प्रदाता के रूप में हमारी स्थिति को मजबूत करता है।"