सोना पहनना हर किसी को पसंद होता है लेकिन सोने के दाम में गिरवाट कब आएगी इसका इंतजार ग्रहकों को बेसब्री से रहता है,ताकि कम दाम में अच्छा सोना खरीद सके। सोने के भाव की बात करे तो पिछले साल अगस्त के मुकाबले सोना 10 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो चुका है। हाजिर बाजार में सोना 46 हज़ार के करीब आ चुका है।
कोरोना की महामारी ने पिछले साल कई शादियों को स्थगित कर दिया था जिसकी वजह से सोने के भाव में भारी उचाल देखने को मिला।
इस वर्ष नवंबर के मध्य से लगभग 2.5 मिलियन समारोह होने का अनुमान है और इस बार शादियों का काफी बोल-बाला रहा है। केंद्र सरकार द्वारा कुछ प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद यह भारत के ज्वैलर्स के लिए एक बड़ा बदलाव है, जिन्होंने लगभग 2 साल से मांग में कमी देखने को मिली है।
मेटल फोकस लिमिटेड ने कहा कि बंपर फेस्टिवल सीजन इस साल भारत के सोने के आयात को 900 टन तक बढ़ाने में मदद कर सकता है, जो 6 साल में सबसे ज्यादा है। वर्लड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों के अनुसार यह पिछले साल के लगभग 350 टन से अधिक है।
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का आयातक है। यह लगभग सभी धातु का उपभोग करता है। आमतौर पर अक्टूबर से दिसंबर की त्योहारी तिमाही में खरीदारी चरम पर होती है और वर्लड गोल्ड काउंसिल ने पहले अनुमान लगाया है कि इस अवधि में बिक्री कम से कम एक दशक में सबसे अच्छी होगी।