व्यवसाय विचार

50 प्रतिशत से अधिक फार्मा उद्योग कंपनियां उपयोग कर रहे हैं 'मार्ग ईआरपी’ सॉफ्टवेयर

Opportunity India Desk
Opportunity India Desk Nov 30, 2022 - 2 min read
50 प्रतिशत से अधिक फार्मा उद्योग कंपनियां उपयोग कर रहे हैं 'मार्ग ईआरपी’ सॉफ्टवेयर image
सॉफ्टवेयर कंपनी 'मार्ग ईआरपी लिमिटेड' ने बीते 28 नवंबर को अपना 30वां वार्षिक दिवस मनाया। इस मौके पर मैक्स हेल्थ केयर द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य जांच आयोजन किया गया था। साथ ही, गजेंद्र सोलंकी द्वारा हास्य कवि सम्मेलन प्रस्तुति की गई थी। वहीं कंपनी ने बताया कि 50 प्रतिशत से अधिक फार्मा उद्योग कंपनियां आज हमारे सॉफ्टवेयर का प्रयोग कर रही हैं।

सॉफ्टवेयर कंपनी 'मार्ग ईआरपी लिमिटेड' वर्तमान में दस लाख से अधिक रिटेल और डिस्ट्रीब्यूटर्स कंपनियों को अपनी सेवाएं प्रदान कर रही हैं। इसके डिस्ट्रीब्यूटर्स 60 लाख से अधिक रिटेलर्स (जो सालाना सात लाख करोड़ रुपये से अधिक के बिल बनाते हैं), की मदद करते हैं। मार्ग इस बाजार के एक बड़े हिस्से (लगभग 45 प्रतिशत) में आज अपना योगदान दे रहा है। मार्ग ने ई-बिजनेस-बीटूबी लांच किया है, जो अपने ई-रिटेल ऐप के साथ मिलकर 25,000 से अधिक वितरकों को ऑनलाइन डिलीवरी सेवाएं प्रदान कर रहा है। यह लगभग 1.25 लाख खुदरा विक्रेताओं की मदद करता है।

मार्ग ईआरपी क्या है

मार्ग ईआरपी एक ऐसा सॉफ्टवेयर है, जो मार्केट रिसर्च रिपोर्ट उद्योग से संबंधित सभी जानकारी प्रदान करता है। मार्ग ईआरपी सॉफ्टवेयर डिजिटल बिलिंग, डिजिटल ऑर्डरिंग, डिजिटल पेमेंट, डिजिटल डिलीवरी, परचेज ऑर्डर ऑटोमेशन, अकाउंटिंग और इन्वेंट्री मैनेजमेंट का संपूर्ण समाधान प्रदान करता है। यानी कि कोई भी व्यवसायी इन्वेंट्री, खरीद, अकाउंट, बिलिंग भुगतान संग्रह, डिलीवरी का प्रबंधन, ई-इनवॉइस (एक ऐसा सिस्टम है, जिसमें किसी सामान की सप्लाई की सामान्य रसीद को जीएसटी नेटवर्क द्वारा इलेक्ट्रॉनिक तरीके से प्रमाणित किया जाता है), इस सॉफ्टवेयर और ऐप्स द्वारा आसानी से बना सकता है।

अन्य सॉफ्टवेयर्स से बेहतर 

मार्ग ईआरपी लिमिटेड के संस्थापक और सीएमडी ठाकुर अनूप सिंह ने कहा, "50 प्रतिशत से अधिक फार्मा उद्योग कंपनियां आज मार्ग ईआरपी सॉफ्टवेयर और ऐप्स का उपयोग करते हैं। बाजार में मौजूद अन्य सॉफ्टवेयर्स की तुलना में मार्ग ईआरपी किफायती है। यही नहीं, मार्ग ईआरपी ई-चालान मुफ्त में प्रदान करता है।"

मार्ग ईआरपी का दृष्टिकोण

सिंह ने बताया, "हम भारत समेत दुनिया भर में मौजूद ज्यादातर व्यवसायों को डिजीटाइज करना चाहते हैं, क्योंकि हमारे पास वे सभी सुविधाएं और विकल्प मौजूद हैं, जिनकी किसी एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु, मध्यम या बड़े आकार के व्यवसाय) को आवश्यकता होती है। यानी कि डिजिटल इंडिया के मार्ग में 'मार्ग ईआरपी' बहुत जल्द एक प्रमुख योगदानकर्ता बनने की ओर अग्रसर है। बता दें कि फिलहाल हमारी कंपनी 20 अरब से भी अधिक ई-इनवॉइस बना रही है। ऐसे में हम युवाओं को अकाउंटिंग और जीएसटी से जुड़ी सभी जानकारियां देना चाहते हैं, ताकि यह उनके आय का स्त्रोत बन सके।" 

'मार्ग' के मार्ग की बाधाएं

उन्होंने आगे कहा कि 'मार्ग' को अपने संघर्ष के दिनों में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। वह वो दौर था, जब बहुत कम लोग यूजर फ्रेंडली होते थे। ऐसे में लोगों को बिल बनाने के लिए कंप्यूटर पर काम करना भी सिखाना पड़ता था। तब बहुत कम लोग सॉफ्टवेयर के बारे में जानते थे। साथ ही, उन दिनों डिस्ट्रीब्यूटर्स को सॉफ्टवेयर दिखाने के लिए हमें अपने साथ कंप्यूटर लेकर जाना पड़ता था। हम स्कूटर पर कंप्यूटर लेकर जाते और डिस्ट्रीब्यूटर्स को बताते कि यह कैसे काम करता है, ताकि उन्हें यह समझ आ सके कि कंप्यूटर उनके काम में किस तरह मदद कर सकता है।

 

 

 



 

Subscribe Newsletter
Submit your email address to receive the latest updates on news & host of opportunities
Franchise india Insights
The Franchising World Magazine

For hassle-free instant subscription, just give your number and email id and our customer care agent will get in touch with you

or Click here to Subscribe Online

Newsletter Signup

Share your email address to get latest update from the industry