परिणाम-आधारित शिक्षा प्रदान करने वाली एडटेक कंपनी इन्फिनिटी लर्न, अपनी उल्लेखनीय वित्तीय उपलब्धि की घोषणा करते हुए गर्व महसूस कर रही है। कंपनी ने एडटेक क्षेत्र में आशाजनक स्टार्टअप के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की है। वित्त वर्ष 22-23 में कंपनी का परिणाम उसकी अपेक्षाओं से अधिक रही है। कंपनी ने इस वित्त वर्ष में जबरदस्त प्रदर्शन किया है और भविष्य में इसके और बेहतर होने की उम्मीद है।
एक ओर जहां लोग एडटेक कंपनियों के वर्तमान और भविष्य को लेकर सशंकित दिख रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इन्फिनिटी लर्न बाय श्री चैतन्य के संस्थापक सीईओ, उज्ज्वल सिंह इस क्षेत्र के लिए इसे सबसे अच्छा समय मान रहे हैं। सिंह मानते हैं कि बीते कुछ समय से उपभोक्ता व्यवहार में भारी बदलाव आया है क्योंकि सीखने के लिए छात्र आज प्रौद्योगिकी का उपयोग करने लगे हैं या कहें कि करना पसंद करते हैं।
पिछले दो वर्षों में इन्फिनिटी लर्न ने जो प्रगति की है, उसे देखते हुए, कंपनी ने वर्ष 2025 तक 500 करोड़ रुपये के राजस्व का लक्ष्य रखा है। सिंह के अनुसार, एडटेक उद्यमियों के लिए जरूरी है कि वे हमेशा परिणाम पर ध्यान दें। उनका दृढ़ विचार था कि एडटेक सेगमेंट में, प्राथमिकता हमेशा शिक्षा पर होनी चाहिए, उसके बाद प्रौद्योगिकी पर और उन्होंने ऐसा ही किया। आज उनकी इसी सोच के कारण उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है।
वित्त वर्ष 22-23 में 100 करोड़ से अधिक का लाभ
कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 2021-22 में केवल 2.3 करोड़ था, जो अगले वित्त वर्ष 2022-23 में 100 करोड़ तक पहुंच गया। इस दौरान कंपनी को 37 करोड़ का नुकसान हुआ। इसके बावजूद राजस्व और खर्च, दोनों में आकर्षक प्रदर्शन के बाद वित्त वर्ष 22-23 में 100 करोड़ से अधिक का लाभ हुआ। अन्य एडटेक कंपनियों की तुलना में इन्फिनिटी लर्न ने दोगुना बेहतर परिणाम दिए। खास यह है कि यह सब केवल दो वर्षों में संभव हुआ है।
परिणामों पर टिप्पणी करते हुए उज्ज्वल सिंह ने कहा, निरंतर विकसित हो रहे एडटेक परिदृश्य को देखते हुए, इन्फिनिटी लर्न इस वर्ष उल्लेखनीय वृद्धि के साथ आगे बढ़ा है। केवल दो वर्षों में, हमने न केवल उत्कृष्टता के प्रति अपने अथक समर्पण को बरकरार रखा है, बल्कि जिम्मेदार विकास को भी बढ़ावा दिया है। हमने नवोन्वेषी तरीके से शैक्षिक अंतर को पाट दिया है, जिससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षार्थियों को लाभ हुआ है। हमारा मूलभूत लक्ष्य स्पष्ट है, हमारे लिए सबसे जरूरी यह जानना है कि क्या बच्चे ने सीखा?
इन्फिनिटी लर्न ने अब स्केलेबल परिणाम-आधारित शिक्षा प्राप्त करने के लिए वर्टिकल एआई (शिक्षा के लिए) की शक्ति को एकीकृत करने पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। इन्फिनिटी लर्न का मानना है कि प्रत्येक शिक्षार्थी को किफायती लागत पर 'निजीकृत शिक्षा' का लाभ अंततः एआई की इस विघटनकारी शक्ति का उपयोग करके दिया जा सकता है और जल्द ही इसके मालिकाना समाधान लॉन्च किए जाएंगे।
वर्ष 2025 तक 5 करोड़ छात्रों तक पहुंच बनाने का लक्ष्य
हैदराबाद स्थित यह एडटेक कंपनी वर्तमान में 7 लाख 50 हजार सब्सक्राइबर्स को अपनी सेवा प्रदान कर रही है। इस समय 70 लाख छात्र किसी न किसी जरिए कंपनी का प्लेटफॉर्म प्रयोग कर रहे हैं। कंपनी ने वर्ष 2025 तक 5 करोड़ छात्रों और 10 लाख पेड लर्नर्स (वेतनभोगी छात्रों) तक अपनी पहुंच बनाने का लक्ष्य रखा है। सिंह ने अपनी कंपनी में आई इस वृद्धि का श्रेय विश्वास तत्व को दिया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा एक ऐसा व्यवसाय है, जिसमें विश्वसनीयता सबसे महत्वपूर्ण घटक माना जाता है। इन्फिनिटी लर्न का ध्यान सबसे ज्यादा छात्रों पर होता है क्योंकि हम मानते हैं कि छात्र संतुष्ट हों तो हम जैसी एडटेक कंपनियों की प्रगति का रास्ता भी साफ हो जाता है।
लॉकडाउन के दौरान एडटेक स्टार्टअप्स में तेजी से वृद्धि देखी गई, जब भौतिक शिक्षण संस्थान और छात्र, ऑनलाइन शिक्षण की ओर बढ़ गए। हालांकि, अब एडटेक कंपनियां अपने परिचालन में कटौती कर रही हैं। दूसरी ओर, इन्फिनिटी लर्न ने एक अलग दृष्टिकोण अपनाया है कि वह अपने प्लेटफॉर्म पर दस लाख से अधिक शिक्षार्थियों के साथ भी अपने व्यवसाय को कैसे बढ़ाएगा। सिंह ने बताया कि इसके लिए वे केवल पैमाने के बजाय लाभदायक पैमाने को चुनते हैं।