- Home
- Article
- व्यवसाय विचार
- 7 गंभीर गलतियाँ जिनसे रियल स्टेट (अचल संपत्ति) बाज़ार बच सकता है
2020 तक भारतीय अचल संपत्ति बाजार 1800 करोड़ अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। 2020 तक भारत के सकल घरेलू उत्पाद में, आवास क्षेत्र द्वारा 11% योगदान की संभावना है। वित्त वर्ष 2008-2020 की अवधि में, इस क्षेत्र के बाजार को 11.2% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ने की उम्मीद है। खुदरा, आतिथ्य और वाणिज्यिक अचल संपत्ति भी बढ़ रहे हैं, जो भारत की बढ़ती जरूरतों के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा उपलब्ध करा रही हैं।
देश भर में डेवलपर्स, अकेले शीर्ष 7 शहरों में 7 लाख से अधिक नहीं बिकी इकाइयाँ, जिन्हें बेचा जाना है, की भारी संख्या से जूझ रहे हैं।
जो रियल एस्टेट कारोबार में भविष्य की तलाश में हैं उन्हें, अनारॉक प्रापर्टी कंसल्टेंट्स के चेयरमैन अनुज पुरी 7 महत्वपूर्ण गलतियाँ बता रहे हैं, जिनसे इच्छुक व्यवसायी बच सकते हैं।
रियल स्टेट परियोजनाओं के असफल होने के कई कारक हो सकते हैं, लेकिन यदि हम हाल की विफलता की कहानियों का अध्ययन करते हैं, तो हम सात सबसे महत्वपूर्ण त्रुटियों या गलतियों पर गौर कर सकते हैं -
1. सभी महत्वपूर्ण स्थान कारकों को अनदेखा करना:
उन क्षेत्रों (स्थानों) में पैसा लगाना जो परियोजना के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना से वंचित हैं और तत्काल किए जाने की संभावना भी नहीं है।
2. भेड़चाल चलना:
छोटी जगहों पर परियोजनाएं शुरू करना, जहाँ पहले से ही बहुत अधिक आपूर्ति है।
3. परियोजनाओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त पूंजीकरण के बिना शुरू करना:
यदि किसी के पास एक स्थापित वित्तीय एवं अन्य ट्रैक रिकॉर्ड की कमी है और इसीलिए बैंकों तथा अन्य वित्तीय संस्थानों से हाथ मिलाना भी मुश्किल है, तो यह एक गंभीर दोष है।
4. भूमि एकत्रीकरण पर अत्यधिक ध्यान केंद्रित:
वास्तविक परियोजना के निष्पादन पर कोई ध्यान सिर्फ इसलिए नहीं दिया गया कि जमीन किसी खास जगह पर सस्ती थी-मुख्य रूप से कंपनी के मूल्यांकन को बढ़ाने के लिए।
5. गैर-मूलभूत उपक्रमों में धन लगाना:
जो धनराशि रियल एस्टेट परियोजनाओं के लिए है उसे गैर-मूलभूत उपक्रमों में लगा देना। धन को अन्य उपक्रमों में लगाना एक अच्छी बात है यदि यह एक मजबूत आधार से शुरू होता है और सही इरादे से किया जाता है। भारत के कई सबसे बड़े व्यवसायी अच्छी तरह से विविध व्यापार कर रहे हैं। हालांकि, यदि विविधीकरण केवल एक घुमाव या फिराव है और कुछ और नहीं, तो यह प्रतिघात करना होगा।
6. आवश्यकता अनुरूप सही एवं सटीक अनुसंधान करने में विफल:
उत्पाद के प्रकार या श्रेणियों के आधार पर अध्ययन या विश्लेषण या वर्गीकरण को समझने की कोशिश में कोई प्रयास नहीं करना, जो सबसे बड़ी मांग है और केवल उसी तरह के उत्पाद मिश्रण को विकसित करना जो पहले सफल हुए थे।
नवाचार करने में विफल:
एक आवास मॉडल, जिसने पहले अच्छी तरह से काम किया, को ही दोहराने की कोशिश कर रहे हैं। यह जाँचे बिना कि प्रतिस्पर्धा कैसे नवाचार कर रही है और ग्राहक अब क्या उम्मीद करते हैं।