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- NITTTR- भोपाल, कोलकाता, चेन्नई, चंडीगढ़ को मिली डीम्ड यूनिवर्सिटी की मान्यता
चार राष्ट्रीय तकनीकी शिक्षक प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थानों (NITTTR) को विशिष्ट श्रेणी के तहत डीम्ड-टू-बी विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की सिफारिश पर शिक्षा मंत्रालय ने एनआईटीटीटीआर भोपाल, एनआईटीटीटीआर कोलकाता, एनआईटीटीटीआर चेन्नई और एनआईटीटीटीआर चंडीगढ़ को कुछ शर्तों को पूरा करने पर डीम्ड यूनिवर्सिटी घोषित कर दिया है।
डीम्ड यूनिवर्सिटीज को शीर्ष संस्थानों के सहयोग से नए कार्यक्रम शुरू करने, अनुसंधान और डॉक्टरेट कार्यक्रम शुरू करने, राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (National Board of Accreditation) और राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) (National Assessment and Accreditation Council (NAAC)) द्वारा राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) रैंकिंग में भाग लेने और छात्रों के लिए अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (ABC) आईडी बनाने जैसी शर्तों को पूरा करना होगा।
डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटीज रेगुलेशंस 2019
चार अलग-अलग अधिसूचनाओं में, यह सूचित किया गया कि डी-नोवो श्रेणी के तहत डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा प्रदान करने के लिए चार संस्थानों द्वारा यूजीसी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन जमा किए गए थे, जिसे अब अलग श्रेणी के रूप में जाना जाता है। आयोग ने 'डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटीज रेगुलेशंस 2019' के अनुसार अपनी विशेषज्ञ समिति के माध्यम से आवेदनों की जांच की। समग्र मूल्यांकन के बाद, समिति ने सिफारिश की कि कुछ शर्तों के साथ संस्थानों को आशय पत्र (LOI) जारी किया जा सकता है। यूजीसी विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों पर आयोग ने अपनी 550वीं बैठक में विचार किया और उन्हें मंजूरी दी।
हालांकि, यूजीसी ने पुराने नियमों को बदलकर नए नियम लागू कर दिए थे, इसके बावजूद शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों ने आवेदनों पर विचार करने का अनुरोध किया। इस प्रकार, शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी की सलाह पर तीन साल की अवधि के भीतर शर्तों को पूरा करने के लिए संस्थानों को एलओआई प्रदान किया। इसके बाद एनआईटीटीटीआर ने अपनी अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिन्हें यूजीसी विशेषज्ञ समिति द्वारा सत्यापित किया गया। विशेषज्ञ समिति ने रिपोर्टों को स्वीकार कर लिया और आयोग ने इस साल फरवरी में आयोजित अपनी 577वीं बैठक में उन्हें मंजूरी दे दी।