वाइज ट्रैवल इंडिया लिमिटेड इस साल अपने फ्लीट में 1,000 इलेक्ट्रिक वाहन जोड़ने की योजना बना रही है। कंपनी भारत के टियर-2 शहरों जैसे चंडीगढ़, जयपुर, कोयंबटूर और इंदौर में विस्तार कर रही है। सऊदी अरब और सुदूर पूर्व के देशों में अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति को ढूंढ रही है।
वाइज ट्रैवल इंडिया लिमिटेड (WTicabs) के फाउंडर और सीईओ अशोक वशिष्ठ ने कहा इस वर्ष, हमारा मुख्य लक्ष्य स्थिरता पर है, जहां हम ऐसे वाहन शामिल कर रहे हैं, जो इलेक्ट्रिक और बायो-सीएनजी हैं। हमारे पास पहले से ही 300 से अधिक इलेक्ट्रिक कारें हैं। इस वर्ष हम 1,000 से अधिक इलेक्ट्रिक कारों और इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करेंगे।
कंपनी WTicabs ब्रांड के तहत काम करती है। वह फ्लीट में तीसरे पक्ष और व्यक्तिगत स्वामित्व वाले वाहन भी हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए, उन्होंने कहा कि इनमें से अधिकांश मुख्य रूप से कंपनी के स्वामित्व वाले होंगे। निवेश पर वशिष्ठ ने कहा इन वाहनों पर लगभग 50 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा,जो ऋण और इक्विटी का एक संयोजन है।
ईवी पहल के लिए वशिष्ठ ने कहा कि बेंगलुरु और दिल्ली जैसे कुछ बड़े केंद्रों पर कंपनी बिजली पैदा करने के लिए सौर पैनल लगाएगी, इसे ग्रिड में सप्लाई करेगी। नवीकरणीय और टिकाऊ स्रोतों से चार्जिंग को संभव बनाने के लिए इसे वापस लेगी। सस्टेनेबल मोबिलिटी पहल पर कहा हम केवल इलेक्ट्रिक के बारे में बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि हम समग्र रूप से स्थिरता के बारे में, मजबूत होने के बारे में बात कर रहे हैं। हम ईवी, बायो-सीएनजी और हाइड्रोजन के बारे में भी बात कर रहे हैं। हम बायो-सीएनजी ईंधन के जरिए शुरू करने वाली पहली कंपनी होंगे। वर्तमान में WTicabs के पास लगभग 8,000 वाहनों की फ्लीट है और देश के विभिन्न हिस्सों में इसकी उपस्थिति है। यह 17 हवाईअड्डे काउंटरों के साथ 700 से ज्यादा कॉर्पोरेट ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है।
कंपनी के अंतरराष्ट्रीय विस्तार पर वशिष्ठ ने कहा हमने दुबई में शुरुआत की है। हम सऊदी अरब जाना चाहते हैं। हम सुदूर पूर्व के कुछ देशों पर भी विचार कर रहे हैं। हम भारत में टियर-2 शहरों में विस्तार करना चाहते हैं और सभी प्रमुख महानगरों में भी स्थिति मजबूत करना चाहते हैं। कॉरपोरेट भी जयपुर, कोयंबटूर, इंदौर और भुवनेश्वर जैसे टियर II शहरों में जा रहे हैं और कुछ बहुत बड़ी आईटी, आईटीईएस और वित्तीय कंपनियों के वहां जाने से इन शहरों को काफी आकर्षण मिल रहा है।