व्यवसाय विचार

अगले 20 से 30 वर्षों में जनसांख्यिकी क्षमता उच्चतम शिखर पर होगी: सीबीएसई

Opportunity India Desk
Opportunity India Desk Feb 08, 2024 - 2 min read
अगले 20 से 30 वर्षों में जनसांख्यिकी क्षमता उच्चतम शिखर पर होगी: सीबीएसई image
कोविड-19 महामारी के बाद, स्कूल अब बच्चों के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग करने की स्थिति में हैं। हालांकि, हम अभी भी सभी कठिनाइयों को पार करने का प्रयास कर रहे हैं ताकि हाइब्रिड तक पहुंच सकें ।

आन्त्रप्रेन्योर इंडिया ने 7 फरवरी को एडटेक एक्स इंडियन एजुकेशन कांग्रेस एंड अवार्ड्स 2024 का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 350 से ज्यादा शिक्षाको की भागीदारी देखी गई, जिन्होंने शिक्षा के अलग-अलग विषय पर अपना ज्ञान साझा किया।

यह इवेंट सुबह 10.25 बजे शुरू हुआ इसी के साथ ही के-12 शिक्षा और टेक्नोलॉजी पर चर्चा की शुरुआत की गई। इस पैनल में न्यूयॉर्क एकेडमी के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन विनय माहेश्वरी, सनबीम की डायरेक्टर अमृता बर्मन नारायणा ग्रुप के डायरेक्टर शरानी पोंगुरु ने शिक्षा में हो रहे बदलाव और निवेश के अवसरों पर चर्चा की।

सनबीम की डायरेक्टर अमृता बर्मन ने कहा शिक्षा के तरीके जो टेक्नोलॉजी के माध्यम से बदल गए हैं, अगर आप हाइब्रिड मॉडल के साथ मिलान नहीं करते हैं, तो आप व्यवसाय से बाहर हैं। इस बीच द नारायणा ग्रुप की डायरेक्टर शरानी पोंगुरु ने कहा नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) ने शिक्षा क्षेत्र में और अधिक पहलों के द्वार खोले हैं।

नई दिल्ली के होटल ललित में आयोजित इस कार्यक्रम में न्यूयॉर्क एकेडमी के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन विनय माहेश्वरी, सनबीम की डायरेक्टर अमृता बर्मन नारायणा ग्रुप के डायरेक्टर शरानी पोंगुरु, मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन के प्रो-वाइस चांसलर मधु वीरराघवन, प्लाक्षा यूनिवर्सिटी के फाउंडर और ट्रस्टी डॉ रितेश मलिक, सीबीएसई के डायरेक्टर बिस्वजीत साहा, सैंक्टा मारिया इंटरनेशनल स्कूल की हेड अन्विता गुप्ता, नोवत्र के को-फाउंडर और सीईओ हरकुंवर सिंह, सीबीएसई के डायरेक्टर बिस्वजीत साहा  सहित अन्य पैनलिस्ट शामिल हुए।

उच्च शिक्षा का भविष्य  

पैनल की मोडरेटरिंग डीकिन यूनिवर्सिटी की वीपी और सीईओ रवनीत पावहा ने की, जिसमें ऑनलाइन शिक्षा के उपयोगकर्ता आधार को बढ़ाने से उत्पन्न लाभों के बारे में बातचीत की गई और ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स को ऑनलाइन शिक्षा का महत्वपूर्ण हिस्सा बना रहे हैं।

क्या यूनिवर्सिटी को ऐसे कोर्सों को प्रमाणित करना चाहिए? क्या टेक्नॉलोजी सहित शिक्षा छात्रों के बीच आविष्कार, उद्यमिता, और जीवन भर सीखने जैसी 21वीं सदी के कौशलों को बढ़ावा देती है? रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए व्यावहारिक कौशल विकसित करने की सख्त जरूरत है। क्या एआर या वीआर उपकरणों के माध्यम से लेक्चर्स को संचालित करने और छात्रों को आधारभूत सिद्धांतों को व्यावहारिक बनाने के लिए आधिकारिक उद्योग की यात्राओं का वितरण छात्रों के बीच अनुप्रयोगिता को बढ़ा सकता है?

मणिपाल एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन के प्रो-वाइस चांसलर मधु वीरराघवन ने कहा अधिकांश स्कूल जो टेक्नॉलोजी का उपयोग करना नही जानते है, वे सफल नहीं होंगे। बिट्स पिलानी के डायरेक्टर सुधीर बरई ने कहा हमें शिक्षा उद्योग में विकास के लिए तेजी से कम करना होगा।

 

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