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- अन्य उद्योगों की तुलना में एमएसएमई क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी अधिक
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र देश में रोजगार के सबसे ज्यादा अवसर पैदा करता है। इस सेक्टर ने अन्य उद्योगों की तुलना में कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी की उच्च दर हासिल की है। एमएसएमई सेक्टर में महिलाओं की भागीदारी 24 प्रतिशत है। यह बात सीआईईएल एचआर एनालिसिस स्टडी के परिणाम से सामने आई है। सीआईईएल एचआर सर्विसेज, स्टाफिंग और रिक्रूटमेंट फर्म द्वारा आयोजित एमएसएमई क्षेत्र में रोजगार के रुझान शीर्षक वाले अध्ययन में आगे कहा गया है कि 20 प्रतिशत से अधिक प्रोपराइटरी एमएसएमई का ओनरशिप महिलाओं के पास है। इसमें 23.4 प्रतिशत के साथ बंगाल आगे है और उसके बाद 10.4 प्रतिशत के साथ तमिलनाडु है। अध्ययन से यह भी पता चला है कि एमएसएमई क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी अधिक है लेकिन नेतृत्व स्तर पर उनकी भागीदारी केवल 10 प्रतिशत है। दो वर्षों में कर्मचारियों की संख्या में 45.5 प्रतिशत की वृद्धि पिछले दो वर्षों में एमएसएमई क्षेत्र में कर्मचारियों की संख्या में 45.5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। एमएसएमई में कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में औसत कार्यकाल 3.6 वर्षों है। वहीं रिन्युएबल्स और आईटीईएस क्षेत्रों में औसत कार्यकाल 2.9 वर्ष और 2.5 वर्ष है। ऐसे में कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में एट्रिशन, रिन्युएबल्स और आईटीईएस क्षेत्रों की तुलना में एक चुनौती से कम नहीं है। रिपोर्ट बताती है कि स्किल्ड, मैनपावर की कमी और तकनीक को अपनाने में हिचकिचाहट के कारण केवल 7 प्रतिशत कर्मचारी ही आईटी क्षेत्र में काम करते हैं।
सर्वेक्षण पर टिप्पणी करते हुए सीआईईएल एचआर सर्विसेज के प्रबंध निदेशक और सीईओ आदित्य नारायण मिश्रा ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र हमारी अर्थव्यवस्था के विकास के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक है। यह वास्तव में एमएसएमई की रोजगार वृद्धि को देखने के लिए एक सकारात्मक संकेत है। भारत सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं और पहलों जैसे उद्यमी भारत, मुद्रा योजना और आत्मानिर्भर भारत ने एमएसएमई के विकास को एक बड़ा बढ़ावा दिया है। कर्मचारियों की अपस्किलिंग और रीस्किलिंग पर काफी ध्यान केंद्रित किया गया है। हालांकि एमएसएमई उद्योग में महिलाओं की भागीदारी दर में लगातार वृद्धि हुई है लेकिन हमारे अध्ययन से यह भी पता चला है कि बेहतर संगठनात्मक माहौल और बेहतर वित्तीय प्रदर्शन के लिए कार्यकारी स्तर पर बेहतर जेंडर प्रतिनिधित्व की आवश्यकता है। सर्वे की अन्य प्रमुख बातें इंजीनियरिंग, संचालन और व्यवसाय विकास, एमएसएमई क्षेत्र में प्रमुख व्यावसायिक कार्य हैं। 50 प्रतिशत से अधिक जॉब पोस्टिंग के साथ सेल्स और बिजनेस डेवलपमेंट डोमेन में प्रतिभा की तीव्र मांग है। 17 प्रतिशत जॉब पोस्टिंग के साथ फाइनेंस फंक्शन में भी डिमांड अच्छी है। 99 प्रतिशत रिक्रूटर्स ऑन-साइट जॉब ऑफर कर रहे हैं। एमएसएमई, महामारी के बाद रिमोट वर्किंग जारी रखने के इच्छुक नहीं हैं।