आरोहण योजना के तहत स्टेम शिक्षा को प्रोत्साहित करना है उद्देश्य
बढ़ रही एसटीईएम शिक्षा में लड़कियों की प्रतिभागिता, 65 प्रतिशत लड़कियां हैं शामिल
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी (आईआईटी गुवाहाटी) ने असम सरकार के साथ साझेदारी की। इसका उद्देश्य प्रतिभाशाली छात्रों को उच्च शिक्षा स्तर पर एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) विषयों का अध्ययन करने के लिए प्रोत्साहित करना है। इसकी पूर्ति के लिए आईआईटी गुवाहाटी असम सरकार के साथ मिलकर आरोहण योजना के तहत कार्य करेगी। इस संबंध में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें आरोहण योजना के बारे में विस्तार से चर्चा की गई।
क्या है आरोहण योजना
आरोहण एक मेंटर-मेंटी कार्यक्रम है जो सरकारी स्कूलों में माध्यमिक कक्षा के छात्रों के लिए बनाया गया है। इसे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा द्वारा शुरू किया गया है। समग्र शिक्षा असम के तहत इस कार्यक्रम में सलाह, एक्सपोजर यात्राएं, प्रतियोगिताएं और बातचीत जैसी विभिन्न गतिविधियां शामिल हैं, जिनका उद्देश्य 9वीं से 12वीं कक्षा के सरकारी स्कूल के छात्रों के करियर विकास का मार्गदर्शन करना है। इसके तहत आईआईटी गुवाहाटी ने 12 अलग-अलग समूहों में उच्च उपलब्धि हासिल करने वाले छात्रों और उनके मार्गदर्शक शिक्षकों व अधिकारियों को शामिल किया। इस तरह संस्थान में रहते हुए छात्रों को संकाय सदस्यों के साथ जुड़ने, साथी छात्रों के साथ जुड़ने और संस्थान में उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं की खोज करने का अवसर प्राप्त हुआ। इसमें 65 प्रतिशत छात्राओं ने प्रतिभाग किया, जो एसटीईएम शिक्षा में लैंगिक समावेशिता को बढ़ावा देने के महत्व को दर्शाती है।
आरोहण योजना के तहत आयोजित इंटरैक्टिव सत्र में छात्रों ने आईआईटी गुवाहाटी के 33 संकाय सदस्यों के साथ गहन चर्चा की। विषयों में जेईई की तैयारी के लिए रणनीतियों से लेकर बुनियादी विज्ञान में शोध, आईआईटी में शैक्षणिक कार्यक्रम और डिजाइन के लिए सामान्य प्रवेश परीक्षा शामिल थे। इन चर्चाओं का उद्देश्य प्रतिभाशाली छात्रों के बीच विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति जुनून को प्रेरित करना था। इस पहल से असम के 29 जिलों के छात्रों को लाभ हुआ। इसके अलावा छात्रों व उनके शिक्षकों ने आईआईटी गुवाहाटी की शैक्षणिक और अनुसंधान सुविधाएं, जैव प्रौद्योगिकी पार्क, तारामंडल, राज्य चिड़ियाघर, श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र, क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र और असम प्रशासनिक स्टाफ कॉलेज सहित अन्य शैक्षिक और सांस्कृतिक स्थलों का दौरा किया।