भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी मद्रास) और भारतीय संस्थान बॉम्बे (आईआईटी बॉम्बे) ने एक परिवहन कंपनी फेडएक्स एक्सप्रेस (फेडेक्स) के साथ साझेदारी की। इसी के साथ फेडेक्स ने आईआईटी मद्रास और आईआईटी बॉम्बे को एक करोड़ का अनुदान भी दिया। इस राशि से स्मार्ट और टिकाऊ आपूर्ति श्रृंखलाओं के लिए फेडेक्स सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) स्थापित लॉन्च किया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों संस्थानों को फेडेक्स से पांच साल के अनुदान द्वारा समर्थित इस पहल का उद्देश्य डिजिटल इंटेलिजेंस, तकनीकी प्रगति, प्रतिभा विकास और सहयोगात्मक प्रयासों के एकीकरण के माध्यम से स्थिरता को बढ़ावा देना है। इसके अलावा यह सीओई उद्योग और शिक्षा जगत के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम करेगा, विशेष रूप से लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में, डिजिटल परिवर्तन में अनुसंधान और विकास के माध्यम से हासिल की गई पर्यावरणीय और सामाजिक स्थिरता पर प्राथमिकता से ध्यान देगा।
इस साझेदारी को लेकर फेडेक्स कॉर्पोरेशन के प्रेसीडेंट व सीईओ राज सुब्रमण्यम ने कहा कि हम सभी सभी के लिए आपूर्ति श्रृंखलाओं को अधिक बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे। लॉजिस्टिक्स परिदृश्य को नया आकार देने के अलावा, हम अपने समुदायों में सार्थक योगदान देने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि इन प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ हमारा सहयोग निर्धारित सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण होगा। इसके अलावा यह सीओई आईआईटी मद्रास पारिस्थितिकी तंत्र से परे नवीन विचारों को प्रोत्साहित करते हुए, बड़ी चुनौतियों और अनुसंधान-संचालित परियोजनाओं को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाएगा। इन पहलों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के अलावा, सीओई लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में स्टार्ट-अप का पोषण भी करेगा। इसके अलावा, इसका उद्देश्य लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में प्रभावशाली प्रगति के लिए उत्प्रेरक के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत करते हुए उद्योग और शिक्षा जगत के बीच मजबूत सहयोग स्थापित करना है।
आईआईटी मद्रास के निदेशक वी. कामकोटि ने कहा कि फेडेक्स के सहयोग से हम एक ऐसा केंद्र स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जहां प्रौद्योगिकी और टिकाऊ लॉजिस्टिक्स को चलाने के लिए प्रयास किया जाएगा। संचालन अनुसंधान और नेटवर्क योजना पर विशेष ध्यान देने के साथ, हमारा लक्ष्य ऐसे विकासों का नेतृत्व करना है जो दक्षता को अनुकूलित करते हैं, रणनीतिक योजना को बढ़ाते हैं और टिकाऊ लॉजिस्टिक्स प्रगति के व्यापक परिदृश्य में योगदान करते हैं। वी. कामकोटि ने कहा कि यह सीओई पर्यावरणीय स्थिरता को संबोधित करने वाले मॉडल, उपकरण और रूपरेखा प्रदान करने का प्रयास करेगा। इसके अतिरिक्त, यह लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में शिपर्स, कैरियर्स, थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स प्रदाताओं, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए अनुरूप प्रशिक्षण मॉड्यूल के साथ क्षमता विकास कार्यक्रम संचालित करेगा।