वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्वास्थ्य से जुड़ी योजना आयुष्मान भारत को 'गेम चेंजर' कहा है। उन्होंने कहा है कि योजना शुरू होने के 100 दिनों के अंदर ही 6.85 लाख गरीब मरीजों को अस्पतालों में मुफ्त इलाज दिया गया है। इस योजना की शुरुआत 23 सितंबर 2018 से ही हुई थी और तभी से ये प्रतिदिन 5,000 दावे निपटा रही है।
अरुण जेटली ने कहा, 'एक बार जब लोगों में इस योजना के बारे में जागरुकता बढ़ेगी तो ये अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले कुछ सालों में ही करीब एक करोड़ से ज्यादा परिवारों को हर साल इससे फायदा पहुंचेगा।'
जेटली ने आगे कहा, 'कमजोर वर्ग के कई लोग पैसों की वजह से अस्पतालों में इलाज कराने से बचते हैं। आज भारत के 40 प्रतिशत गरीबों का सावर्जनिक खर्च पर अस्पतालों में इलाज सुनिश्चित किया गया है। ये योजना अस्पतालों को भी एक संस्थान के रूप में मरीजों को सुनिश्चित करके फायदा दे रही है। इस योजना से बेहतर उपकरणों वाले और भी अस्पताल बनेंगे, खासकर टियर 1 और टियर 2 शहरों में। हेल्थ सेक्टर में नौकरी बढ़ने की उम्मीद भी ज्यादा हो गई है। पीएमजय एक उत्तरदायी स्वास्थ्य प्रणाली बनाने में मदद करेगा क्योंकि लाभार्थी प्रतिक्रिया इसके कार्यान्वयन का एक अभिन्न अंग है।'