- Home
- Article
- व्यवसाय विचार
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग को बढ़ावा दे रहा है आईआईटी मद्रास
हाल ही में आईआईटी मद्रास शिक्षा में टेक्नॉलजी के महत्व को समझते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग क्षेत्र को बढ़ावा देते हुए एक बड़ा कदम उठाया है।
दि इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टैकनॉलजी मद्रास ने आर्टिफिशियल और मशीन लर्निंग क्षेत्र को बढ़ावा देने वाली एक प्रमुख प्रक्रिया की शुरुआत की है। जिसमें अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और नवीनता के विषय को समझने पर आधारित एक सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इसमें टॉप तकनीकी फर्मों ने भी हिस्सा लिय, जिसमें बहुत की कंपनियां जैसे गूगल, एमेज़ॉन, फॉक्सकॉन, टीवीएस गु्रप और अन्य भी शामिल थे।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग इकोसिस्टम का उदय
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग इकोसिस्टम के महत्व का अहसास दिलाना था। इस सम्मेलन में हिस्सा लेने वालों के लिए एक चर्चा सेशन आयोजित किया गया जिसमें इस इकोसिस्टम के सफल होने की जरूरत और भविष्य के इसके विकास पर चर्चा की गई।
प्रोफेसर बी. रविंद्रन, हैड, रॉबर्ट बॉश सेंटर फॉर डेटा साइंस एंड एआई, आईआईटी मद्रास ने कहा कि, 'प्रतिभागियों का जोश और उत्साह यह दिखाता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग समुदाय तमिलनाडु में कितना जीवंत है। इस कार्यक्रम के परिणाम को देख, हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग इकोसिस्टम का विकास करने के लिए गवर्मेंट-इंडस्ट्री-अकेडेमिया साझेदारी में तेजी लाने के बारे में सोच रहे हैं।'
तकनीक का व्यापार सेक्टर में प्रवेश
यह सम्मेलन सफल साबित हुआ और इसमें 250 से भी अधिक लोगों की उपस्थिति रही। यह सम्मेलन सरकारी अधिकारियों, व्यापारियों, छात्रों आदि सहित कई नामित लोगों के लिए एक महान मंच था। जहां पर उन्होंने एजुकेशन इंडस्ट्री को बदलने वाले उभरते रूझानों को साझा किया।
लेटेंट व्यू के फाउंडर वेंकट विश्वनाथन ने इस बात पर ध्यान आकर्षित किया कि इस इंडस्ट्री ने अब तक क्या किया है और साथ ही उन्होंने कुछ ऐसे मामलों पर भी चर्चा की, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे लेटेंट व्यू के विशलेषण ने ब्यूटी दिग्गज रेवलॉन और ऑटो दिग्गज बीएमडब्लू के लिए सोशल मीडिया विशलेषण के एक अनोखे मंच को विकसित किया है।
इसके अलावा उन्होंने दुनिया भर की कंपनियों के सर्वोत्तम प्रयासों के बारे में भी बात की, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग कर डिजिटल बदलाव कर रहे हैं।