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- इस इंस्टीट्यूट में ड्रोन के जरिए मरीजों पर निगरानी रखेंगे डॉक्टर
जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (Jipmer) ने मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए अपने परिसर में मेडिकल ड्रोन की सेवा शुरू की है। इस लॉन्च के बाद इंस्टीट्यूट के डॉक्टर और स्पेशलिस्ट ड्रोन के जरिए मरीजों पर निगरानी रख सकेंगे और उनकी अच्छी देख-रेख कर पाएंगे।
Jipmer के डायरेक्टर-इन-चार्ज आरपी स्वामीनाथन ने कहा है कि इंस्टीट्यूट इस नैनो ड्रोन का सफलतापूर्व परीक्षण भी कर चुका है। इसका वजन 250 ग्राम से कम है।
Jipmer के आईटी हेड और मेडिकल ड्रोन सर्विस-इन-चार्ज रवि कुमार चित्तोरा ने कहा, 'ड्रोन नजदीकी क्षेत्रों की इमरजेंसी जैसे फायर एक्सीडेंट आदि के लिए फायदेमंद रहेगा। ये तब आसान होगा जब डॉक्टर और स्पेशलिस्ट साइट पर नहीं जा पाएंगे। ये सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर लेगा। अगर जरूरी होगा तो ड्रोन क्लासरूम, होस्टल और पूरे कैंपस का सर्वे करने में भी काम आ सकता है।'
मेडिकल ड्रोन की सर्विस इंटरनेट से चालू की जाएंगी जो नेशनल नॉलेज नेटवर्क द्वारा दी जाएंगी और नेशनल इंफोर्मेटिक्स सेंटर इसकी सप्लाई करेगा।
चित्तोरा ने आगे कहा, '250 ग्राम से ज्यादा वजन वाले ड्रोन को संचालित करने के लिए डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन के साथ रजिस्टर्ड करवाना पड़ता है। इंस्टीट्यूट ने रजिस्ट्रेशन और अन्य औपचारिकताओं का इंतजार किए बिना सुविधा शुरू करने के लिए एक नैनो ड्रोन खरीद लिए है। इंस्टीट्यूट ने पहले ही एक माइक्रो-ड्रोन का ऑर्डर दे दिया है जिसका वजन 250ग्राम से 2किलोग्राम के बीच होगा।'