ऑर्गेनिक क्षेत्र में भारत का विकास देखने योग्य है। वर्तमान में, भारत वैश्विक क्षेत्र में एक बड़े दिग्गज़ के रूप में उभर रहा है। यह 20 से ज्यादा देशों में 20 अलग-अलग श्रेणियों में 300 से ज्यादा प्रोडक्ट निर्यात कर रहा है। रिसर्च के अनुसार, भारतीय ऑर्गेनिक खाद्य प्रोडक्ट की मांग वैश्विक स्तर पर बढ़ रही है। ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स का निर्यात 515 मिलियन डॉलर रिकॉर्ड किया गया है जिसमें 39 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिल रही है।
इसके अतिरिक्त, भारत दुनिया में सबसे ज्यादा ऑर्गेनिक प्रोडक्ट्स को निर्यात करने वाला सबसे बड़ा निर्यातक बन रहा है और चीन के बाद एशिया में भारत दूसरा सबसे बड़ा ऑर्गेनिक प्रोडक्ट का निर्यातक है। निर्यात बाजार का विकास और सरकार की मदद, इन दोनों ने मिलकर भारत में ऑर्गेनिक कृषि को बेहद सफल बना दिया है।
ऑर्गेनिक बाजार के प्रमुख कारक
शहरी जनसंख्या के बढ़ने से प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है। इसे खरीदने की क्षमता के साथ-साथ जीवनशैली और खानपान की आदतों में भी बदलाव आया है। शहरी उपभोक्ता ऑर्गेनिक खाद्य प्रोडक्ट्स के लिए ज्यादा कीमत चुकाने के लिए भी तैयार हैं।
ऑर्गेनिक प्रोडक्ट की श्रेणी के अंतर्गत जिनकी सबसे ज्यादा मांग है, वे तिलहन, अनाज और बाजरा, चीनी, फलों का रस, चाय, मसाले, दालें, मेवे, औषधीय पौधे के प्रोडक्ट आदि हैं। ऑर्गेनिक प्रोडक्ट के सबसे बड़े खरीदार - यूएसए, कनाडा, इज़राइल, वियतनाम, मैक्सिको आदि है।
रासायनिक उर्वरकों से दूरी
हाल के कुछ वर्षों में ग्राहकों में स्वास्थ्य संबंधी जागरुकता बड़ी है। उन्होंने अब पौष्टिकता को महत्व देना शुरू कर दिया है और साथ ही अपने खाने वाली चीजों की क्वालिटी पर भी नज़र रखते हैं। इसलिए ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थो की खपत में वृद्धि हुई है।
दुनिया भर में ऑर्गेनिक प्रोडक्ट की मांग निरंतर बढ़ती जा रही है क्योंकि ग्राहक अब रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का प्रयोग किए हुए प्रोडक्टस से दूरी बना रहे है।
सरकारी सहायता
भारत सरकार देश में ऑर्गेनिक कृषि और ऑर्गेनिक खाद्य की खपत को बढ़ावा दे रही है। केन्द्रीय क्षेत्र योजना के तहत जो किसान ऑर्गेनिक कृषि अपना रहे हैं, उन्हें सरकार आर्थिक मदद उपलब्ध करा रही है।
तकनीकी विकास
ऑर्गेनिक फूड इंडस्ट्री के लिए निजी कंपनियों द्वारा नई तकनीक जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इमेजिंग और नवीन ऊर्जा का विकास किया गया है। नवीनता जैसे ताजा उपज के लिए सोलर पावर से चलने वाले कोल्ड स्टोरेज या हाइपर स्पेक्ट्रल कैमरा जिससे प्रोडक्ट की क्वालिटी और उम्र में विस्तार हो सके आदि ऑर्गेनिक क्षेत्र में आने वाली बहुत सी चुनौतियों से निपटने में मदद कर सकती हैं।