किसी भी इंडस्ट्री के परिदृश्य का निर्धारण करने में समय बहुत बड़ा कारक रहा है। शुरुआत में, बाज़ार में कॉम्पिटीशन कम था जिस कारण ई-कॉमर्स वेबसाइट हर चीज भेजकर तुरंत मुनाफा कमा सकती थी।
मगर चीजे़ अब पहले जैसी नहीं रहीं। तकनीक और नए-पन ने व्यापार सेक्टर को पूरी तरह से बदल दिया है जिसे आज देखा जा सकता है।
प्रतिस्पर्धा के बढ़ने के कारण ई-कॉमर्स फ्रैंचाइज़रों के लिए बहुत सी नई बाधाओं का जन्म हो रहा है। इस रेस में शामिल रहने के लिए चीजों को सही से प्लान करने की जरूरत है। आपको ट्रैंड के साथ चलने और आज के ग्राहक की मांग के पूरा करने के विचार पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
आइए जानते हैं कि ई-कॉमर्स बिजनेस में आपको किन सम्सयाओं का सामना करना पड़ सकता है।
सही प्रोडक्ट का चुनाव
ऑनलाइन बिजनेस की शुरुआत करना अब कोई मुश्किल काम नहीं है। सही ज्ञान और चुनिंदा गाइडलाइन का अनुसरण कर बड़ी ही आसानी से आप इसे शुरू कर सकते हैं और अपने बिजनेस को ऑनलाइन सफलतापूर्वक चला सकते हैं।
शॉपिंग प्लेटफॉर्म जैसे अमेज़ॉन, फ्लिपकार्ट ने अन्य रिटेलर को यूनीक या अलग प्रोडक्ट बनाने की राह को बहुत मुश्किल कर दिया है। वास्तव में, कई फ्रैंचाइज़रों अपने प्रतिस्पर्धियों से अलग रहने के लिए अपने प्रोडक्ट का निर्माण कर रहे हैं जो उनके लिए नुकसानदेह साबित हो रहा है।
ग्राहकों को आकर्षित करना
भारतीय बाज़ार में ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले ग्राहकों के व्यवहार में बदलाव दिख रहा है। अब वे वैसे खरीदारी नहीं करते है जैसे पहले समय में किया करते थे। अब वे सोशल मीडिया और वेबसाइटों पर की गई सिफारिशों या प्रशंसा में अधिक रूचि रखते हैं।
आज का ग्राहक रीव्यूस को पढ़ने और बाजार में उपलब्ध प्रोडक्ट/सेवा की तुलना अन्य वेबसाइट से करने में ज्यादा समय बीताता है। आज के ग्राहक का ध्यान सोशल मीडिया और नई तकनीक के कारण बड़ी ही आसानी से भटक जाता है।
लक्षित ट्रैफिक
आज के ई-कॉमर्स फ्रैंचाइज़र ज्यादातर अपनी वेबसाइट पर ट्रैफिक लाने में असफल रहते हैं। फ्रैंचाइज़ बिक्री बढ़ाने के लिए ट्रैफिक के लिए केवल एक ही मंच पर भरोसा नहीं कर सकते हैं। प्रभावी सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन (एसईओ), ईमेल, दिए गए विज्ञापन आदि ही उनके ऑनलाइन स्टोर पर अच्छा ट्रैफिक लाने में मदद कर सकते हैं। एक बात का ध्यान रखें कि जहां ग्राहक ध्यान दे रहा है वहां पर आपका या आपके
प्रोडक्ट का दिखना जरूरी है।