साइबर सुरक्षा पर होगा विशेष ध्यान साथ ही साॅफ्टवेयर इंजीनियरिंग को भी किया है शामिल
स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों स्तरों पर पांच विशेष शैक्षणिक ट्रैक में नौकरी की जरूरतों पर है फोकस
एमिटी यूनिवर्सिटी ने वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनी एचसीएल के साथ हाथ मिलाया है। इसका उद्देश्य समकालीन नौकरी बाजार की गतिशील जरूरतों को पूरा करते हुए स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों स्तरों पर पांच विशेष शैक्षणिक ट्रैक पेश करना है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन विशेषज्ञताओं में साइबर सुरक्षा पर ध्यान देने के साथ एमसीए, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता के साथ एमसीए, डाटा इंजीनियरिंग पर जोर देने के साथ बीसीए, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता के साथ बीसीए और डाटा एनालिटिक्स में विशेषज्ञता के साथ बीबीए शामिल हैं।
इस साझेदारी को लेकर एमिटी यूनिवर्सिटी ऑनलाइन के चेयरमैन अजीत चैहान ने कहा कि यह संयुक्त उद्यम 5,000 से अधिक शिक्षार्थियों को उद्योग की मांगों के अनुरूप कौशल से रूबरू कराने के लिए तैयार है। एमिटी यूनिवर्सिटी ऑनलाइन और एचसीएलटेक ने विशेष कार्यक्रम तैयार करने के लिए हाथ मिलाया है, जो उद्योग-प्रासंगिक पाठ्यक्रम और व्यावहारिक प्रशिक्षण को एकीकृत करता है। यह एकीकरण करियर शेपर, एचसीएलटेक के शिक्षण और मूल्यांकन मंच के माध्यम से सुगम बनाया गया है।
अजीत चौहान ने कहा कि नई विशेषज्ञताओं के साथ हमारा अंतिम उद्देश्य अकादमिक ज्ञान और उद्योग की आवश्यकताओं के बीच एक पुल बनाना है, जिससे छात्रों को एक समग्र शिक्षा प्रदान की जा सके जो व्यावहारिक कौशल के साथ सिद्धांत को एकीकृत करती है। शैक्षिक यात्रा अंतिम गंतव्य कार्यक्रम के साथ समाप्त होती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि स्नातक अत्यधिक कुशल कार्यबल में एकीकृत होने के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं। शैक्षणिक और नौकरी की तैयारी दोनों मानकों को पूरा करने वाले सफल छात्रों को एचसीएलटेक के साथ साक्षात्कार में भाग लेने का भी अवसर प्राप्त होगा।
एचसीएलटेक एड-टेक व्यवसाय काॅर्पोरेट वाइस प्रेसीडेंट ऐंड ग्लोबल हेड श्रीमती शिवाशंकर ने कहा कि एचसीएलटेक छात्रों को उद्योग-प्रासंगिक ज्ञान के साथ सशक्त बनाने, शिक्षा जगत और आईटी उद्योग की लगातार बदलती मांगों के बीच अंतर को समाप्त करने की दिशा में कार्य करता है। एमिटी यूनिवर्सिटी के साथ हुई इस साझेदारी के माध्यम से, हम न केवल आईटी पेशेवरों की अगली पीढ़ी को शिक्षित करने, बल्कि उन्हें प्रेरित करने, उन्हें सफल होने और कार्यबल में सार्थक योगदान देने के लिए आवश्यक उपकरण प्रदान करने की दिशा में भी कार्य करेंगे।
सॉलिड स्टेट फिजिक्स लेबोरेटरी (एसएसपीएल) डीआरडीओ के साथ एमिटी का समझौता
एमिटी यूनिवर्सिटी नोएडा ने एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड साइंसेज और एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ द्वारा आयोजित सामग्री और उपकरणों में हालिया रुझानों (आईसीआरटीएमडी-2023) पर छठे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान संयुक्त अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए सॉलिड स्टेट फिजिक्स लेबोरेटरी (एसएसपीएल), डीआरडीओ के साथ समझौता किया था। यह साझेदारी शिक्षा की दिशा में तो बेहतर अवसर लाएगी ही साथ ही वैज्ञानिक संपर्क को भी मजबूत करेगी। सामाजिक समस्याओं को हल करने के लिए नए उत्पादों की खोज और तकनीक को विकसित करने के लिए भी डीआरडीओ और एमिटी मिलकर काम करेंगे।
साॅलिड स्टेट फिजिक्स लैब (एसएसपीएल) डीआरडीओ डायरेक्टर मीना मिश्रा ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के बाद अर्धचालकों का महत्व बढ़ गया है और इसलिए इस क्षेत्र में अनुसंधान भी बढ़ाया गया है। सॉलिड स्टेट फिजिक्स लेबोरेटरी द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियों में हाई जी एमईएमएस स्विच, ध्वनिक उत्सर्जन सेंसर का डिजाइन और विकास, ध्वनिक उत्सर्जन प्रौद्योगिकी, रासायनिक युद्ध सेंसर, नाइट विजन के लिए इन्फ्रारेड टेक्नोलॉजी समेत कई अन्य शामिल हैं और एसएसपीएल का लक्ष्य शिक्षा, उद्योग के साथ वैज्ञानिक संपर्क को मजबूत करना है।
एमिटी एजुकेशन ग्रुप के फाउंडर प्रेसीडेंट अशोक के चौहान ने इस साझेदारी को लेकर कहा कि एमिटी में, छात्रों को अलग-अलग क्षेत्रों में अग्रणी अनुसंधान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है ताकि वे समाज की समस्याओं को हल करने के लिए उत्पाद और तकनीक विकसित करें। वर्तमान में जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण एक गंभीर समस्या है जिसके लिए हमें नई सामग्री विकसित करने और अनुसंधान करने की आवश्यकता है। हमें उम्मीद है इस साझेदारी के जरिए हम अपने उद्देश्यों की प्राप्ति में अग्रसर होंगे और बेहतर से बेहतर परिणाम प्राप्त करेंगे।