ग्लोबल मार्केटप्लेस ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा व्यवसाय को बढ़ाने का रास्ता आसान बना दिया है, जहां फ़्रैंचाइज़िंग को सफलता का एक सिद्ध तरीका माना जाता है। घरेलू मांग में कमी होने पर, अंतरराष्ट्रीय फ्रैंचाइजींग से नए तथा आने वाले रेवेन्यू और विश्वव्यापी मुनाफे के केंद्रों में वृद्धि होती है। कम जोखिम और कम निवेश की जरुरतो से, फ़्रैंचाइजिंग आपकी क्षमताओं को बढ़ाने की बड़ी संभावना प्रदान करता है।
अपने व्यापार मॉडल का विश्लेषण करने के बाद, यदि आप फ़्रैंचाइजिंग के माध्यम से उसे विश्व स्तर पर विस्तार करने का सोच रहे हैं, तो आपको ऐसा कदम उठाने से पहले विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों के साथ रणनीति बनाना आवश्यक है। कुछ नीचे उल्लिखित हैं:
नियंत्रण प्रबंधन
दूर स्थित फ़्रैंचाइजी को नियंत्रित करना एक चुनौती है जिस पर हर फ्रैंचाइजी को अधिक ध्यान देना चाहिए। एक स्वतंत्र व्यवसाय होने से, ऐसे मैनेजमेंट से ब्रांड को गलत तरीके से दर्शाने पर विवाद खड़े हो सकते है, जो महंगी क़ानूनी जटिलता की तरफ ले जाते है। ऐसे मुद्दे गलत संचार और धारणाओं से पैदा होते हैं, जिसको सफल होने के लिए ध्यान में रखना चाहिए। एज्युकेटर्स को विशेष रूप से तथा स्पष्ट रूप से दिशानिर्देश और व्यावसायिक लक्ष्य निर्धारित करने की आवश्यकता है ताकि सभी लोग व्यवसाय और उनके व्यक्तिगत रोल को अच्छी तरह से समझे।
आपके ब्रांड की धारणा
एज्युकेटर्स को यह समझना होगा कि ब्रांड की धारणा विदेश में अलग-अलग होगी। आपका शिक्षा व्यवसाय कैसे काम करता है उसकी बाहरी असर को ध्यान में रखकर, आपको लोगों के साथ जुड़कर और विभिन्न सामाजिक कारकों पर शोध करके अपनी ब्रांड को गढ़ने की आवश्यकता होगी। ऐसा आप आपके वांछित दर्शको को डायरेक्ट सन्देश देकर कर सकते है।
सामाजिक और सांस्कृतिक भिन्नता
हर देश की अपनी संस्कृति और परंपरा होती है, जिसके पालन से वैश्विक स्तर पर सफल शिक्षा फ़्रैंचाइज़ी होने के मौके बढ़ सकते है। स्थानीयकरण, सेवाओं के अनुकूलन, और बातचीत प्रक्रिया में बदलाव की आवश्यकता होगी ताकि बाज़ार में आपके ब्रांड की उपस्थिति दर्ज हो सके। मार्केट रिसर्च और मीडिया की निरंतर निगरानी, दोनों ही आपके दृष्टिकोण गढ़ने में महत्वपूर्ण साबित होते है।
स्थानीयकरण
जब आप एक विदेशी क्षेत्र में विस्तार करते है, तब स्थानीय उत्पाद, सेवाएं और वेबसाइट आपको तत्काल प्रभाव प्रदान करती हैं। एज्युकेटर्स को ऐसी एजेंसियों के साथ सहयोग करना चाहिए, जो स्थानीय लोगों को आपके संदेश संचारित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। जल्दी से सफलता प्राप्त करने के लिए एज्युकेटर्स को एक रचनात्मक और प्रभावी रणनीति बनानी होगी।