बेंगलुरू की कंपनी 'एक्सपोनेंट एनर्जी' ने इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) के चलन को आम लोगों तक पहुंचाने के क्रम में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। उन्होंने एक ऐसा रैपिड चार्जिंग सॉल्यूशन पेश किया है, जो आने वाले समय में ईवी की बिक्री को तेज रफ्तार देने में सक्षम होगा। एक्सपोनेंट एनर्जी ने महज 15 मिनट में इलेक्ट्रिक गाड़ियों को फुल चार्ज करने वाला रैपिड चार्जिंग सॉल्यूशन पेश किया है।
बैटरी चार्जिंग से जुड़े समाधानों को किफायती और रैपिड बनाने के लिए एक्सपोनेंट एनर्जी ने तीन प्रमुख साधन e^pack नाम का बैटरी पैक, e^pump नाम का चार्जिंग स्टेशन और e^plug नामक चार्जिंग कनेक्टर तैयार किया है। ये तीनों एक साथ मिलकर 15 मिनट की रैपिड चार्ज को संभव बनाते हैं। एक्सपोनेंट एनर्जी का दावा है कि इनकी बैटरी की वॉरंटी 3000 साइकल की है, जो इंडस्ट्री के स्टैंडर्ड से तीन गुना ज्यादा है यानि जितनी देर में आप अपना कोई एक काम निपटाएंगे, उतनी देर में आपकी इलेक्ट्रिक कार, टू-व्हीलर या कॉमर्शियल व्हीकल फुल चार्ज हो जाएगी।
एक्सपोनेंट एनर्जी का दावा है कि वह भारतीय बाजार में ईवी की चार्जिंग कीमत को 30 फीसदी तक कम करने की कोशिश में है। उनके अनुसार कंपनी ने जो समाधान पेश किये हैं, वे किफायती होने के साथ लम्बे समय तक चलने वाला और सुरक्षित है। एक्सपोनेंट एनर्जी से पावर्ड ईवी अब तक 10,00,000+ किलोमीटर कवर करने के साथ ही 25,000 से ज्यादा रैपिड चार्जिंग सेशंस कर चुके हैं। इस आधार पर वे यह दावा करते हैं कि रेगुलर चार्जर के मुकाबले एक्सपोनेंट एनर्जी के इन चार्जिंग सॉल्यूशन की मदद से 33 फीसदी पैसे बचाए गए हैं।
एक्सपोनेंट एनर्जी इस वित्त वर्ष तक बेंगलुरु के साथ दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, अहमदाबाद, हैदराबाद और चेन्नई जैसी जगहों पर पहुंच रही है और अगले दो साल में कंपनी इन 6 शहरों में 1,000 e^pumps लगाने जा रही है, जहां 25,000 से ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स एक्सपोनेंट एनर्जी की बैटरी और चार्जर की सहायता से बेहतर वातावरण और जीरो एमिशन अचीव करने की दिशा में प्रयास करेंगे।
एक्सपोनेंट एनर्जी के को-फाउंडर और सीईओ अरुण विनायक ने 15 मिनट रैपिड चार्जिंग के पीछे के सच, शंकाओं और तकनीक के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि अक्सर रैपिड चार्जिंग को लेकर लोगों में शंका होती है कि ये बैटरी के अंदर मौजूद सेल्स को डैमेज करते हैं, लेकिन हमने एक ऐसा बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम विकसित किया है, जो इंडस्ट्री स्टैंडर्ड से 10 गुणा ज्यादा सही है। इसमें वर्चुअल सेल मॉडल और डायनैमिक चार्जिंग अल्गोरिदम रियल टाइम में लिथियम क्राउडिंग को समझते हुए उन्हें रैपिड चार्जिंग में भी नुकसान से बचाता है। इसके ऑफ-बोर्ड थर्मल मैनेजमेंट और एडवांस HVAC सिस्टम की सहायता से रैपिड चार्जिंग के दौरान भी बैटरी गर्म नहीं होती। यह 35 डिग्री से ज्यादा तापमान को पार नहीं करता है।
एक्सपोनेंट एनर्जी की रैपिड चार्जिंग टेक्नोलॉजी को स्वतंत्र टेस्टिंग लैब- टीयूवी इंडिया (टीयूवी नॉर्ड ग्रुप, जर्मनी) से वैलिडेशन मिला है। इसमें कहा गया है कि 3000 साइकल रैपिड चार्जिंग के बाद इसकी बैटरी के सेल्स 13 फीसदी ही डिग्रैड हुए हैं। अरुण विनायक का कहना है कि हम 'फ्यूचर ऑफ एनर्जी' बना रहे हैं और इंजीनियरिंग को इकॉनोमिक्स के साथ मिलाकर एक ऐसा समाधान लोगों के सामने पेश कर रहे हैं, जो किफायती के साथ सुरक्षित और लंबे समय तक चलने वाला है।