- Home
- Article
- व्यवसाय विचार
- एडटेक स्टार्टअप स्केलर ने यूएस में शिक्षा प्लेटफॉर्म लॉन्च किया
भारत के लिए एडटेक शब्द कोई नया नहीं है। सरल और सीधे शब्दों में समझें तो इस कैटेगरी में हर वह टेक्नोलॉजी कंपनी आती जो तकनीक के माध्यम से शिक्षा मुहैया कराती है। इन कंपनियों का उद्देश्य शिक्षा को डिजिटल माध्यमों के जरिए दूर-दराज के इलाकों में घर बैठे स्टूडेंट तक पहुंचाना हैं। पिछले कुछ वर्षों मे यह सेक्टर लगातार चर्चा में रहा है और आगे भी बढ़ रहा है। कोविड-19 की वजह से यह दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ने वाले सेक्टर में से एक बन गया है। स्केलर ऐसा ही एक एडटेक स्टार्ट-अप है। कंपनी ने अपनी अकादमी की शुरूआत वर्ष 2019 में भारत से की। पिछले दिनों उसने अपने शिक्षा प्लेटफॉर्म को अमेरिका में भी लांच किया है।
स्केलर को मुख्य रूप से पेशेवरों के लिए डिज़ाइन किया गया है। स्केलर एक अपस्किलिंग प्लेटफ़ॉर्म है जो एक मॉडर्न करिकुलम के माध्यम से सीखने के अनुभव को प्रदान करता है जो शिक्षार्थियों को टेक्नोलॉजी से परिचित कराता है।स्केलर अकादमी का उद्देश्य प्रोफेशनल और स्किल्स के बीच की गहराई को कम करना है। स्केलर वेबसाइट के अनुसार इंटरव्यूबिट के माध्यम से युवा पेशेवरों को टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ काम करने के अवसरों को बेहतर बनाने में मदद करके अपना काम किया हैं।
अमेरिका में स्केलर ने अमेजन, गूगल, मेटा, माइक्रोसॉफ्ट और नेटफ्लिक्स सहित कुछ प्रमुख टेक कंपनियों के दिग्गजों को अपने साथ लिया है। अपने-अपने क्षेत्रों के ये माहिर दिग्गज मूल रूप से छात्रों के लिए इंस्ट्रक्टर और मेंटर कोच के रूप में काम करेंगे। स्केलर के सह-संस्थापक, अभिमन्यु सक्सेना ने कहा कंपनी को उम्मीद है कि वह अमेरिका और दुनियाभर में लाखों इच्छुक सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को नए कौशल सीखने, अपनी प्रतिभा का विस्तार करने और तकनीकी उद्योग में लंबे करियर के लिए खुद को स्थापित करने के मौके मुहैया कराएगी।
स्केलर का यूएस प्रोग्राम अपने स्केलर अकादमी करिकुलम के साथ शुरू हुआ, जो विशेष रूप से उन लोगों के लिए बनाया गया था जो पहले से ही कोडिंग में माहिर हैं और सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए अपने कौशल को बढ़ाने की तलाश में हैं। जैसे-जैसे प्रोग्राम परिपक्व होता जाएगा, स्केलर अपने यूएस-आधारित शिक्षार्थियों के लिए अतिरिक्त प्रोग्राम पेश करेगा, जिसमें स्केलर डेटा साइंस और मशीन लर्निंग शामिल हैं।
क्ंपनी ने अमेरिका में परमिंदर सिंह को अपनी शाखा इंटरव्यूबिट और स्केलर एकेडमी के हेड पद पर नियुक्त किया है। अमेरिका में नौ से ग्यारह महीने के कार्यक्रम के तहत प्रत्येक छात्र के लिए एक शिक्षण सहायक नियुक्त किया जाता है, जो दुनियाभर में सॉफ्टवेयर कंपनियों से 2,000 से ज्यादा कामकाजी पेशेवरों तक पहुंच प्राप्त करने के अलावा, उनके पूरे प्रोग्राम में उनकी मदद करता है।
स्केलर ने लाइटरॉक इंडिया, सिक्वोया कैपिटल इंडिया और टाइगर ग्लोबल से सीरीज बी फंडिंग के तहत हाल ही में 55 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। इससे कंपनी का वर्तमान मूल्य बढ़कर 710 मिलियन डॉलर हो गया है, जो दो साल पहले 110 मिलियन डॉलर था। वर्ष 2015 से कंपनी ने 4000 से ज्यादा युवा पेशेवरों को टेक्नोलॉजी कंपनियों में सपनों की नौकरी पाने में मदद की है। इसने उन युवाओं की जिंदगी को बदलकर रख दिया है। कंपनी के पास 600 से ज्यादा संस्थाएं हैं, जिनमें वह अपने सिखाए पेशेवरों को बेहतर रोजगार के अवसर मुहैया कराती है।
कंपनी का कहना है कि उसे इस बात की बड़ी खुशी है कि जिन लोगों के साथ वह जुड़ती है, वे सही गाइडेंस के साथ और भी बड़ी चीजें हासिल करने में सक्षम होते हैं। इंस्ट्रक्टर और मेंटर इन पेशेवरों को न केवल नए स्किल्स सिखाते, बल्कि उन्हें गाइड भी करते हैं। हम दृढ़ता से मानते हैं कि अगर सैद्धांतिक ज्ञान और उद्योग-विशिष्ट स्किल्स के बीच की गहराई को कम करते हैं, तो कोई भी व्यक्ति अपने सपनों के करियर का निर्माण कर सकता है।