इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनी एथर एनर्जी ने नेशनल इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (एनआईआईएफ), भारत सरकार के सॉवरेन वेल्थ फंड और मौजूदा निवेशक हीरो मोटोकॉर्प के नेतृत्व में 128 मिलियन डॉलर जुटाए हैं।हीरो मोटोकॉर्प ने जनवरी में एथर में 420 करोड़ रुपये (करीब 54 मिलियन डॉलर) के निवेश की घोषणा की थी।
एथर एनर्जी के कोफाउंडर और सीईओ तरुण मेहता ने बताया कि इस फंड का उपयोग मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं को बढ़ाने, रिसर्च एंड डेवलपमेंट और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करने और रिटेल नेटवर्क को बढ़ाने में किया जाएगा। उन्होने आगे कहा की निवेश का सबसे बड़ा हिस्सा न केवल हमारी अपनी क्षमता में बल्कि सप्लाई चेन में भी निवेश करने में किया जाएगा ताकि यह तेजी से बढ़ सके।
कुल मिलाकर हमारे कॉम्पोनेन्ट काफी अनोखे हैं, इसलिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे सप्लायर हमारे लिए निवेश कर सकें। इसलिए इस दिशा में काफी हद तक क्षमता का उपयोग किया जाएगा। मेहता ने एथर के मूल्यांकन का खुलासा नहीं किया, लेकिन यह कहा कि कंपनी को अभी तक मूल्य में 1 बिलियन डॉलर तक पहुंचना बाकी है। इसका कॉम्पीटीटर ओला इलेक्ट्रिक है जिसकी कीमत 5 अरब डॉलर से ज्यादा है।
एथर का अभी भी काफी कम मूल्यांकन किया गया है, लोग धीरे-धीरे वास्तविक मूल्य की खोज करने लगे है। एक तरह से मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं। संस्थापकों के रूप में, कोविड -19 के आसपास या कोविद से ठीक पहले हमने संचालन और इस व्यवसाय के नट-बोल्ट को ठीक करने पर इतना ध्यान दिया कि हमने तय किया कि हम ज्यादा पूंजी नहीं जुटाना चाहते हैं। अब हमें लगता है कि हमने कारोबार को कम कर दिया है। मुझे इसका पूरी तरह से पछतावा नहीं है क्योंकि इस भुखमरी में बहुत अच्छी क्वालिटी के निर्णय भी लिये गए है।मेहता ने कहा कि यह फंडिंग राउंड एथर के वैल्यूएशन को सही करने की दिशा में पहला कदम है। इस राउंड में आप जो देख रहे हैं, वह यह है कि हम पहले लिक्विडिटी की समस्या को ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं। एथर सीमित पूंजी के साथ बहुत धीरे चल रहा है और लिक्विडिटी को ठीक करने में यह पहला कदम है।
कंपनी की आने वाले साल में दो और राउंड बढ़ाने की योजना है। यह डील 2015 में टाइगर ग्लोबल के बाद से किसी इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर से एथर की पहली फंडिंग को भी चिह्नित करता है। कंपनी आईपीओ के लिए कमर कस रही है।एनआईआईएफ में विकास इक्विटी के कार्यकारी निदेशक और मुख्य निवेश अधिकारी पद्मनाभ सिन्हा ने कहा एथर एनर्जी ने स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित उत्पादों को उच्च स्तर की घरेलू सोर्सिंग और भारतीय इकोसिस्टम के अनुकूल होने के साथ विकसित किया है।हम एथर एनर्जी के संस्थापकों और प्रबंधन टीम के साथ पार्टनरशिप करने के लिए उत्साहित हैं, जिन्होंने उद्योग में गहरी विशेषज्ञता विकसित की है, एक मजबूत आईपी पोर्टफोलियो विकसित किया है और मजबूत मैन्युफैक्चरिंग और डिस्ट्रीब्यूशन क्षमताओं का निर्माण किया है।
भारत के इलेक्ट्रिक दोपहिया उद्योग के लिए यह कठिन समय है और इस बीच एथर का नया फंडिंग राउंड आया है। मार्च से अब तक दो दर्जन से ज्यादा इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लग चुकी है और ओला इलेक्ट्रिक, प्योर ईवी और ओकिनावा जैसी कंपनियों ने कहा है कि वे अपने बीच 7,000 से ज्यादा वाहनों को वापस बुलाएंगे। लेकिन मेहता का कहना है कि इन घटनाओं से एथर की बिक्री में कोई कमी नहीं आई है। हीरो एथर में सबसे बड़ा निवेशक है, जिसकी लगभग 35 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसने पहली बार 2016 में निवेश किया था।