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- एनएमडीसी ने जुलाई 2023 तक की अवधि के लिए रिकॉर्ड उत्पादन दर्ज कराया
इस्पात मंत्रालय के अंतर्गत एक नवरत्न खनन कंपनी, राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) लगातार दो वित्तीय वर्षों तक 40 मिलियन टन के अपने ऐतिहासिक उत्पादन को पार करने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने जुलाई 2023 तक 13.15 मिलियन टन का उत्पादन किया और 14.18 मिलियन टन लौह अयस्क बेचा, जो उत्पादन और बिक्री में क्रमशः 20 प्रतिशत और 33.5 प्रतिशत की साल-दर-साल वृद्धि दर्शाता है। अकेले जुलाई में, कंपनी ने 2.44 मिलियन टन का उत्पादन किया और 3.03 मिलियन टन लौह अयस्क बेचा, जो उत्पादन और बिक्री में क्रमशः 19 प्रतिशत और 2.7 प्रतिशत की महीने-दर-महीने वृद्धि दर्शाता है।
इस्पात मंत्रालय ने राष्ट्रीय धातु विज्ञानी पुरस्कार-2023 के लिए उद्योग और अनुसंधान एवं शिक्षा जगत से जुड़े व्यक्तियों से आवेदन आमंत्रित किए
भारत सरकार का इस्पात मंत्रालय, प्रचालन, अनुसंधान और विकास, अपशिष्ट प्रबंधन और ऊर्जा संरक्षण सहित धातुकर्म क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रीय धातुकर्म पुरस्कार प्रदान करता है। धातु विज्ञानी पुरस्कार (एनएमए)-2023 के लिए उद्योग और अनुसंधान एवं शिक्षा जगत के व्यक्तियों से आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं।
राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार योजना का उद्देश्य
एनएमए योजना विनिर्माण, अनुसंधान, डिजाइन, शिक्षा, अपशिष्ट-प्रबंधन, ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्रों को कवर करते हुए लौह और इस्पात क्षेत्र में काम करने वाले धातुकर्मियों के उत्कृष्ट योगदान और आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्यों को अर्जित करने में उनके विशिष्ट योगदान को सम्मानित करती है।
ये पुरस्कार निम्नलिखित चार श्रेणियों में दिए जाएंगे :-
लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार
राष्ट्रीय धातुकर्मी पुरस्कार
युवा धातुकर्मी पुरस्कार
क) पर्यावरण
ख) धातु विज्ञान
लौह एवं इस्पात क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास के लिए पुरस्कार नामांकन के तरीके
आवेदन 07 अगस्त, 2023 से पोर्टल https://awards.steel.gov.in के माध्यम से केवल ऑनलाइन प्राप्त किए जाएंगे। आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 06/09/2023 शाम 05:00 बजे है।
राष्ट्रीय धातु विज्ञानी पुरस्कारों से संबंधित पात्रता मानदंड और अन्य निबंधन एवं शर्तों के बारे में दिशा-निर्देश ऊपर उल्लिखित वेबसाइट लिंक पर भी उपलब्ध हैं। यह योजना केवल उन भारतीय नागरिकों के लिए है जिन्होंने उद्योग, अनुसंधान एवं विकास या शिक्षा क्षेत्र में अपने कार्य के माध्यम से भारत में धातु विज्ञान के क्षेत्र में योगदान दिया है। उम्मीदवार की पात्रता पर 01 जनवरी, 2023 से विचार किया जाएगा।