देश में ईवी की बढ़ती मांग को देखते हुए नेशनल टेस्टिंग हाउस (एनटीएच) ने मुंबई और कोलकाता केंद्रों में ईवी बैटरी और चार्जिंग सिस्टम के लिए टेस्टिंग सर्विस देने का फैसला किया है। वह अगले वित्त वर्ष से यह सुविधाएं देने की तैयारी कर रहा है।
नेशनल टेस्टिंग हाउस के डायरेक्टर जनरल आलोक श्रीवास्तव ने कहा हमने मुंबई और कोलकाता केंद्रों को इसलिए चुना क्योकि ईवी मैन्युफैक्चरिंग ज्यादातर पुणे और मुंबई में स्थित है, जबकी ईवी बैटरी के मैन्युफैक्चरर कोलकाता में।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव निधि खरे ने कहा की ईवी हमारे जीवन से प्रतिदिन जुड़ते जा रहे हैं। जांच की पर्याप्त सुविधा के लिए हम अपनी प्रयोगशालाओं को भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं। नेशनल टेस्टिंग हाउस अगले वित्त वर्ष से अपने कोलकाता मुख्यालय और मुंबई केंद्रों में ईवी बैटरी और चार्जिंग सिस्टम के लिए टेस्टिंग सर्विस देने की तैयारी कर रहा है।
एनटीएच टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के आधुनिकीकरण के लिए की गई पहलों को सूचीबद्ध करते हुए श्रीवास्तव ने कहा कि पीएम गति शक्ति मिशन का सपोर्ट करने के लिए 125 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से जयपुर में ट्रांसफार्मर और ट्रांसमिशन लाइन उपकरणों के परीक्षण के लिए एक उपग्रह केंद्र स्थापित करने की योजना है। उन्होंने आगे कहा वर्तमान में उत्तरी भारत में स्थित अधिकांश ट्रांसफार्मर मैन्युफैक्चरर को परीक्षण के लिए अपने ट्रांसफार्मर को वड़ोदरा, भोपाल और बैंगलोर ले जाना पड़ता है, जिसमें बहुत समय और भारी परिवहन लागत शामिल होती है और इससे परियोजनाओं में देरी हो सकती है।
बता दें देश में दो एजेंसियां हैं, जो ईवी और उनकी बैटरी के लिए टेस्टिंग सर्विस देती है, पहली मानेसर (हरियाणा) में स्थित है जिसका नाम इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी है और दूसरी पुणे में जिसे ऑटोमेटिक रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एआरएआई) के नाम से जाना जाता है।
नेशनल टेस्टिंग हाउस सभी सरकारी विभागों, सीएबी और पीएसयू आदि की लिए टेस्टिंग आवश्यकताओं को पूरा करती है और वह एक सर्विस प्रोवाइडर प्रदाता के रूप में सरकारी ई-मार्केट (जीईएम) में पंजीकृत है। इसे वर्ष 1912 में स्थापित किया गया था। यह केंद्र सरकार की सबसे बड़ी बहु-विषयक टेस्टिंग प्रयोगशालाओं में से एक है जो विभिन्न विषयों में क्वालिटी टेस्टिंग आवश्यकताओं को पूरा करती है।