दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित टेक्नोलॉजी कंपनियों में एक एपल ने भारत में आईफोन 14 की मैन्यूफैक्चरिंग शुरू कर दी है। कंपनी ने चीन के बाद दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मोबाइल फोन बाजार भारत की फोन निर्माण कुशलता पर बड़ा भरोसा जताया है। करीब तीन सप्ताह पहले कंपनी ने भारत में आईफोन 14 की मैन्यूफैक्चरिंग की बात कही थी।
एपल ने कहा कि आईफोन 14 नई तकनीक और महत्वपूर्ण सुरक्षा क्षमताओं को पेश करता है। हम भारत में आईफोन 14 की मैन्युफैक्चरिंग को लेकर उत्साहित हैं।एपल ने 2017 में भारत में आईफोन एसई के साथ आईफोन की मैन्यूफैक्चरिंग शुरू की। आज एपल देश में अपने कुछ सबसे उन्नत आईफोन बनाती है जिनमें आईफोन एसई, आईफोन 12, आईफोन 13 और, अब, आईफोन 14 शामिल हैं।इस महीने की शुरुआत में, एपल इंक ने अपने नवीनतम आईफोन सीरीज - आईफोन 14 मॉडल का अनावरण किया। नए आईफोन में 4 मॉडल हैं- आईफोन 14, प्लस, प्रो और प्रोमैक्स।
सूत्रों के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में मेड-इन-इंडिया आईफोन 14 स्थानीय ग्राहकों तक पहुंचना शुरू हो जाएगा। भारत में बनाए जाने वाले आईफोन भारतीय बाजार और निर्यात दोनों के लिए होंगे। भारत में आईफोन 14 की मैन्युफैक्चरिंग ऐएप्पल के पार्टरन फॉक्सकॉन अपने चेन्नई प्लांट में करेगा। फॉक्सकॉन दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक कॉन्ट्रेक्टर है।
एपल ने कहा हम भारत में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग को लेकर उत्साहित हैं।आईफोन 14 नई तकनीक और महत्वपूर्ण सुरक्षा क्षमताओं को पेश करता है। आईफोन 14 को सात सितंबर, 2022 को लॉन्च किया गया था, और 16 सितंबर, 2022 से अन्य बाजारों के और अमेरिका के साथ-साथ भारत में ग्राहकों के लिए भी उपलब्ध है। प्रतिष्ठित ब्रांड का भारत में एक लंबा इतिहास रहा है जो 20 साल पहले शुरू हुआ था। एपल ने सितंबर 2020 में देश में अपना ऑनलाइन स्टोर लॉन्च किया और एपल रिटेल स्टोर के आगामी लॉन्च के साथ अपनी प्रतिबद्धता को और गहरा करने के लिए तैयार है। हाल ही में मैन्युफैक्चरिंग विस्तार देश में एपल की कई पहलों पर आधारित है, जिसमें बेंगलुरु में ऐप डिज़ाइन और स्थानीय संगठनों के साथ कार्यक्रम शामिल हैं जो अक्षय ऊर्जा प्रशिक्षण और समुदायों के लिए विकास का समर्थन करते हैं।
एपल सप्लाई चेन रिलोकेशन पर जेपी मॉर्गन की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार बताया गया कि एपल 2022 के अंत से भारत में आईफोन 14 के उत्पादन का लगभग पांच प्रतिशत स्थानांतरित करने और 2025 तक 25 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है।यह भी अनुमान लगाया गया है कि 2025 तक सभी एपल उत्पादों का लगभग 25 प्रतिशत चीन के बाहर निर्मित किया जाएगा, जबकि वर्तमान में यह पांच प्रतिशत है।