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- एमएसएमई उद्यमियों का नई जानकारियों से अपडेट रहना जरूरी : मर्सी एपाओ
नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 15-16 जुलाई 2023 को आयोजित 'फ्रेंचाइज इंडिया स्टार्टअप समिट 2023' में देश-विदेश की जानी-मानी औद्योगिक हस्तियां शामिल हुईं। समारोह का शुभारंभ 15 जुलाई को सवेरे 9 बजे एमएसएमई मंत्रालय की ज्वाइंट सेक्रेटरी मर्सी एपाओ के हाथों दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इस मौके पर मर्सी एपाओ ने समारोह में उपस्थित सभी उद्यमियों का स्वागत करते हुए भारत सरकार की ओर से अपनी बातें रखीं।
सरकार चाहती है कि एमएसएमई उद्यमियों को लाभ हो
एमएसएमई मंत्रालय की ज्वाइंट सेक्रेटरी मर्सी एपाओ ने कहा कि हम सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय के तौर पर काम करते हैं। हम सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं। हमें फाॅलो करके इस क्षेत्र से जुड़े उद्यमी लगातार नई-नई जानकारियों को लेकर अपडेट रह सकते हैं। 'आत्मनिर्भर भारत' के अंतर्गत भी हम बहुत कुछ कर रहे हैं। हम लगातार उद्यमियों के साथ संपर्क में बने रहते हैं, ताकि हम खुद को और बेहतर बना सकें। हमारी कोशिश है कि एमएसएमई को लेकर हमारी नीतियां और बेहतर बन सकें, ताकि उद्यमियों को इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल पाए, क्योंकि भारत सरकार चाहती है कि उन्हें लाभ हो। मैं सभी उद्यमियों से कहना चाहुंगी कि वे हमारी वेबसाइट को देखते रहें।
डिजिटल इंडिया के तहत हम अपने वेबसाइट पर भारत सरकार की सभी योजनाएं अपडेट करते रहते हैं, ताकि एमएसएमई को लेकर सरकार की सभी योजनाओं की उद्यमियों को सही जानकारी हो पाए। यह संभव नहीं कि मैं अपनी सभी योजनाओं के बारे में यहां बता सकुं, कुछ खास पर अवश्य प्रकाश डालना चाहुंगी, ताकि एमएसएमई इसका लाभ उठा सकें। मर्सी एपाओ ने कहा कि हमें अपने व्यवसायियों को विकसित करने की जरूरत है। भारत सरकार ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम श्रेणी के व्यवसायों को लगातार आगे बढ़ाने के लिए 28-29 योजनाएं शुरू की हैं। इन वेबसाइट्स पर कंपनियों को कौशल बढ़ाने और तकनीकी टूल्स और कंपोनेन्ट्स टूल्स संबंधी कई जानकारियां भी उपलब्ध होती हैं। यही नहीं, यहां उन्हें कई ऐसी योजनाएं भी मिल जाएंगी, जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्हें सहायता भेजी जाती हैं। मर्सी एपाओ ने कहा कि एमएसएमई के बारे में जानने के बाद आप यह समझ चुके होंगे कि हम अन्य देशों से किस तरह अलग हैं। यही नहीं, हमने तो सूक्ष्म, लघु और मध्यम श्रेणी के उद्यमों की परिभाषा भी अलग तरह से तय कर दी है। यदि आपका निवेश एक करोड़ का न हो और आपका टर्नओवर पांच करोड़ न हो तो आप सूक्ष्म उद्यम के अंतर्गत आते हैं।
जीरो इफेक्ट और जीरो डिफेक्ट सर्टिफिकेट
एमएसएमई मंत्रालय की ज्वाइंट सेक्रेटरी मर्सी एपाओ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 30 जून की घोषणा को याद दिलाते हुए कहा कि पीएम ने निर्यातकों को भी पर्यावरण और हाइजीन को ध्यान में रखते हुए प्रोडक्ट्स तैयार करने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने अलग-अलग व्यवसायों को लेकर अपने विचार भेजने के पीएम के प्रयास की सराहना करते हुए लोगों को इसके लिए आगे आने के लिए कहा। एमएसएमई सेक्टर को प्रेरित करने के लिए जीरो इफेक्ट और जीरो डिफेक्ट सर्टिफिकेट्स, ब्राउन-सिल्वर-गोल्ड सर्टिफिकेट्स और 10 प्रतिशत अतिरिक्त लाभ देने जैसी कई योजनाओं के लिए भी उन्होंने भारत सरकार की सराहना की। मर्सी एपाओ ने ग्रीन एमएसएमई स्कीम्स, सरकार और उद्योगों के बीच भागीदारी, खादी एवं ग्रामीण उद्योगों को बढ़ावा देने समेत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिला उद्यमियों को 50 प्रतिशत तक के सहयोग करने को लेकर भी एमएसएमई सेक्टर की सराहना की।
मर्सी एपाओ कहती हैं , "मैं बताना चाहुंगी कि हमारी जीडीपी का 30 प्रतिशत एमएसएमई सेक्टर से आता है जबकि 49 प्रतिशत इस क्षेत्र से होने वाले निर्यात से प्राप्त होता है। हमने 11 करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया है। एमएसएमई मंत्रालय ने 'चैंपियन स्कीम' लाॅन्च की है, जिसके अंतर्गत विनिर्माण प्रतिस्पर्धात्मकता पर नई पहल की गई है। जैसे-जैसे हम 21वीं सदी में कदम रख रहे हैं। हम मान रहे हैं कि पर्यावरण हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हरियाली को ध्यान में रखते हुए हमें इसे बचाने के लिए काम करना चाहिए, ताकि धरती को कोई नुकसान न पहुंचे। हमने भी इस पर विचार करना शुरू कर दिया है कि एमएसएमई के लिए हाइजीन का ध्यान रखने को लेकर हम मदद कैसे कर सकते हैं। यदि आप नवाचार योजना को देखें तो हमारे पास 'इनक्यूबेशन' नामक उप-योजना है, कई लोगों के पास अच्छे व्यावसायिक विचार हैं, लेकिन वे नहीं जानते कि एक अच्छा व्यवसाय मॉडल कैसे बनाया जाए, इसलिए हमने ऐसे मेजबान संस्थानों की पहचान की है, जो आपके विचार को विकसित करे और व्यवसाय तैयार करके आपको दें। सरकार हरित एमएसएमई योजना लाने जा रही है, जो फिलहाल प्रक्रियाधीन है और सर्कुलर इकोनॉमी पर भी काम कर रही है।"
दो दिवसीय 19वां अंतर्राष्ट्रीय फ्रेंचाइज़ और रिटेल शो
फ्रेंचाइज़ इंडिया ने अपने दो दिवसीय 19वें अंतर्राष्ट्रीय फ्रेंचाइज़ और रिटेल शो का आयोजन किया। इस आयोजन में 500 से अधिक नेशनल ब्रांड्स और 100 से अधिक इंटरनेशनल ब्रांड्स के साथ-साथ 40 हजार से अधिक व्यापारिक खरीदारों और 10 हजार से अधिक हाई नेट वर्थ (एचएनआई) निवेशकों की भागीदारी देखी गई। दो दिवसीय यह कार्यक्रम नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 15 जुलाई से शुरू हुआ, जिसमें 70 से अधिक बिजनेस पैविलियन थे और 50 से जहां अधिक बिजनेस लीडर्स ने समारोह में भाग लिया। समारोह का उद्घाटन एमएसएमई के संयुक्त सचिव मर्सी एपाओ ने किया।
लंबे समय से प्रतीक्षित इस कार्यक्रम में विभिन्न उद्योगों के वक्ताओं ने भाग लिया, जिनमें एलएमएल इमोशन के एमडी और सीईओ डॉ. योगेश भाटिया, कंप्यूटर एक्सप्लोरर के मैनेजिंग डायरेक्टर स्टुअर्ट हार्ले, सर्वोदय हेल्थकेयर की मैनेजिंग डायरेक्टर अंशू गुप्ता, कैम्ब्रिज लर्निंग सेंटर के रीजनल डायरेक्टर टीके अरुणाचलम, मोबेक इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक हैरी बजाज, छबी इलेक्ट्रिकल्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर त्याग धार्मिक, टाटा कैपिटल के जोनल सेल्स मैनेजर - लोन अगेंस्ट प्रोपर्टी नीरज रैना, माइक्रोग्रैविटी के हेड-स्ट्रैटजी एंड बिजनेस डेवलपमेंट तनवीर बख्शी समेत मोडरेटर के तौर पर अपाॅरच्युनिटी इंडिया के संपादक संजीव कुमार झा शामिल थे। इस समारोह में कई पैविलियन को जगह दी गई थी, जिनमें से कुछ इस प्रकार थे- फ्रेंचाइज़ पैविलियन, फूड एंड रेस्टोरेंट पैविलियन, इंडिया ईवी और ऑटो पैविलियन, डीलर इंडिया पैविलियन, भारत ईवी और ऑटो पैविलियन, ई-कॉमर्स और डी2सी, खुदरा और रियल एस्टेट पैविलियन, अंतर्राष्ट्रीय पैविलियन आदि।