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- एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए एनएसई ने किया बंगाल सरकार के साथ करार
आईपीओ के माध्यम से धन जुटाने के लिए करेंगे प्रोत्साहित
सेमिनार, एमएसएमई शिविर, ज्ञान सत्र, रोड शो और कार्यशालाओं के माध्यम से करेंगे जागरुक
एनएसई यानी कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने हाल ही में पश्चिम बंगाल सरकार के साथ करार किया है। एनएसई ने सरकार के साथ यह समझौता राज्य में एमएसएमई के बीच जागरूकता फैलने के लिए और आईपीओ के माध्यम से धन जुटाने के संबंध में किया है। बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट के मौके पर हस्ताक्षरित इस एमओयू के तहत एनएसई राज्य सरकार के सहयोग से एनएसई इमर्ज पर धन जुटाने के लिए राज्य भर के उद्यमों का मार्गदर्शन करने के लिए कई तरह के कार्यक्रमों यानी कि सेमिनार, एमएसएमई शिविर, ज्ञान सत्र, रोड शो और कार्यशालाओं के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाएगा। इन कार्यक्रमों के जरिए एमएसएमई को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
पश्चिम बंगाल सरकार के एमएसएमई और कपड़ा विभाग के प्रधान सचिव राजेश पांडे ने इस समझौता ज्ञापन पर कहा कि पूंजी बाजार में सूचीबद्ध होने से उन्हें अपनी विकास की गति को बढ़ावा देने के लिए पूंजी जुटाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह एनएसई इमर्ज प्लेटफॉर्म निवेशकों के एक बड़े समूह को अपने व्यवसाय को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेगा। राजेश पांडे ने कहा कि एमओयू के एक हिस्से के रूप में, हम एमएसएमई के लिए जागरूकता सत्र आयोजित करेंगे और संयुक्त रूप से उन्हें धन जुटाने की प्रक्रिया और स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के लाभों को समझाने में मदद करेंगे। एनएसई के मुख्य व्यवसाय विकास अधिकारी राम कृष्णन ने कहा कि एनएसई और राज्य सरकार एमओयू के अनुसार राज्य एमएसएमई के लिए एक वैकल्पिक फंड प्लेटफॉर्म भी स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि हम राज्य में अधिक से अधिक संख्या में एमएसएमई से आगे आने और एनएसई इमर्ज के माध्यम से वित्तपोषण के नए स्रोत का लाभ उठाने का आग्रह करते हैं।
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ओडिशा सरकार भी कर चुकी है ऐसे प्रयास
एसएमई लिस्टिंग को बढ़ावा देने के लिए ओडिशा सरकार भी पूंजी जुटाने का प्रयास कर चुकी है। इस प्रक्रिया के तहत ओडिशा सरकार ने सितंबर में ही एनएसई या बीएसई से जुटाई गई कुल पूंजी का 2 प्रतिशत या पूंजी जुटाने के लिए किए गए व्यय का 20 प्रतिशत तक एकमुश्त अनुदान या वित्तीय सहायता की घोषणा की थी।
आंकड़ों से जानें एमएसएमई की संख्या
एमएसएमई मंत्रालय के डैशबोर्ड के आंकड़ों के अनुसार 21 नवंबर 2023 बुधवार तक पश्चिम बंगाल में 8.21 लाख उद्यम-पंजीकृत एमएसएमई थे। सबसे अधिक 99,373 एमएसएमई उत्तर 24 परगना में, उसके बाद 94,554 कोलकाता में और 63,282 दक्षिण में 24 परगना में आधारित थे।
क्या होता है आईपीओ
प्रारंभिक पब्लिक ऑफरिंग यानी कि आईपीओ शेयर जारी करके एक प्राइवेट कंपनी को पब्लिक कंपनी में बदलने की एक प्रक्रिया है। इसके तहत जनता के लिए शेयर जारी करने से कंपनी को पूंजी एकत्र करने और सामान्य जनता के लिए उस निवेश पर रिटर्न अर्जित करने का अवसर मिलता है। आईपीओ की शुरुआत में एक प्राइवेट कंपनी अपने प्रारंभिक निवेशकों, संस्थापकों और हितधारकों के साथ बढ़ती है। जब किसी कंपनी ने एक विशिष्ट लक्ष्य प्राप्त किया है जहां प्रबंधन को पता चलता है कि वे सेकेंड (सिक्योरिटीज और एक्सचेंज कमीशन) के नियमों को संभालने, आम शेयरधारकों को विविधता प्रदान करने के लिए पर्याप्त हैं, तो कंपनी प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश प्रदान करने का निर्णय करती है। आईपीओ से कंपनी में शेयरों के माध्यम से आम शेयरधारकों की भी कंपनी में सहभागिता हो जाती है। इस तरह कंपनी आमतौर पर आईपीओ पूंजी जुटाने के लिए लॉन्च करती है।
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