भारत के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) और अमेरिकी लघु व्यवसाय प्रशासन (एसबीए) ने छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों पर सहयोग बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस एमओयू पर भारत की ओर से सचिव श्री एस. सी.एल. दास और अमेरिका की ओर से प्रशासक इसाबेल कैसिलस गुज़मैन ने हस्ताक्षर किए। यह समझौता भारत-अमेरिका के जून 2023 के संयुक्त वक्तव्य में दोनों देशों के नेताओं द्वारा दिए गए निर्देशों को ध्यान में रखते हुए किया गया। इसका उद्देश्य छोटे व्यवसायों के बीच सहयोग और विकास को बढ़ावा देना है।
यह समझौता ज्ञापन भारत और अमेरिका को एमएसएमई से जुड़े मुद्दों पर बात करने और सहयोग के नए रास्ते खोजने के लिए एक योजना देता है। इसके तहत, दोनों देश विशेषज्ञता का आदान-प्रदान करेंगे और एक-दूसरे से सीखेंगे। इसमें व्यापार और निर्यात वित्त तक पहुंच बढ़ाने, तकनीक और डिजिटल व्यापार, हरित अर्थव्यवस्था, और व्यापार को आसान बनाने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके लिए वेबिनार, कार्यशालाएँ और आपसी दौरे आयोजित किए जाएंगे, ताकि छोटे और मध्यम व्यवसायों को वैश्विक बाजार में बेहतर अवसर मिल सकें।
यह समझौता महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने और दोनों देशों में महिलाओं के स्वामित्व वाले छोटे व्यवसायों के बीच व्यापारिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए भी कार्यक्रम चलाने की योजना बनाता है। यानी कि भारत और अमेरिका मिलकर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करेंगे जो महिला उद्यमियों को मजबूत बनाएं और उनके व्यवसायों को नई संभावनाएं और साझेदारी के अवसर प्रदान करें।
एमएसएमई की महत्वपूर्ण भूमिका को मानते हुए, भारत और अमेरिका दोनों ने सहमति जताई कि वे व्यापार के अवसर बढ़ाने के लिए "बिजनेस मैचिंग डिजिटल प्लेटफॉर्म" बनाने की संभावनाओं पर विचार करेंगे। इस प्लेटफॉर्म का उद्देश्य होगा कि छोटे और मध्यम व्यवसाय आसानी से एक-दूसरे से जुड़ सकें, जिससे वे अपने व्यापार और निर्यात को बढ़ा सकें और ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल सके।