अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), ऋषिकेश जल्द ही पहुंच से बाहर क्षेत्रों के लोगों के लिए हेली-सर्विस की शुरुआत करेगा। इस सेवा को पेश करने की योजना राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं की तेजी से पहुंच प्रदान करने के उद्देश्य से आई है।
एम्स ऋषिकेश के मेडिकल अधीक्षक मनोज कुमार गुप्ता ने कहा, 'इस उद्देश्य के लिए संस्थान में दो हेलीपैड बनवाए गए हैं। पहाड़ी जिलों में दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को समय से अस्पताल पहुंचाना एक चुनौती रहती है। अगर किसी मरीज को गंभीर अवस्था में ट्रॉमा सेंटर में शिफ्ट किया जा सकता है तो उसके बचने की संभावना काफी ज्यादा हो जाती है।'
पिछले एक साल में, 90 प्रतिशत से ज्यादा दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों की जान बचाई गई क्योंकि उन्हें राज्य सरकार द्वारा मुहैया करवाए गए हेलीकॉप्टर से समय पर एम्स लाया जा सका।
गुप्ता ने आगे कहा, 'मरीजों के बीच सही स्वास्थ जानकारी पहुंचाना जरूरी है। उदाहरण के लिए, करीब 95 प्रतिशत तक मरीज हमारे पास केंसर का इलाज करवाने आते हैं जबकि पहले ही बहुत देर हो चुकी होती है। करीब 50 प्रतिशत मरीज कैंसर का इलाज बंद कर देते हैं और स्व-घोषित डॉक्टर या धार्मिक स्थलों पर चले जाते हैं। जब वे अंत में हमारे पास लौटते हैं तो उनकी बीमारी एडवांस स्टेज पर पहुंच चुकी होती है।'