व्यवसाय विचार

कंस्ट्रक्शन सेक्टर को बाधित कर रही है टेक्नोलॉजी, जानें कैसे

Opportunity India Desk
Opportunity India Desk Jan 16, 2019 - 3 min read
कंस्ट्रक्शन सेक्टर को बाधित कर रही है टेक्नोलॉजी, जानें कैसे image
नई तकनीक, जैसे निर्माण में ऑटोमेशन, नए डिज़ाइन, स्थिरता, प्रीफेबरिकेटिड मटेरियल का प्रयोग और ऑनलाइन मार्केटिंग को अपनाते हुए डेवलपर अपने प्रोडक्ट के इंजीनियर को महत्व दे सकते हैं।

तकनीक ने आज रियल एस्टेट के हर पहलू को बाधित कर दिया है। हालांकि, प्रोडक्ट के मूल का निर्माण व्यवसाय का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है और एडवांस तकनीक वहां पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। नई तकनीक, जैसे निर्माण में ऑटोमेशन, नए डिज़ाइन, स्थिरता, प्रीफेबरिकेटिड मटेरियल का प्रयोग और ऑनलाइन मार्केटिंग को अपनाते हुए डेवलपर अपने प्रोडक्ट के इंजीनियर को महत्व दे सकते हैं। यहां पर हम कुछ मौजूदा और आने वाली तकनीकों के बारे में बात करेंगे जो रियल एस्टेट निर्माण को बाधित कर रही हैं।

3डी प्रिंटिंग

यह रियल एस्टेट पैमाने में एक बड़ा बदलाव होगा। बचे हुए सामान, कीमत और मजदूर की जरूरत के अलावा 3डी प्रिंटिंग, बिल्डर्स को उन घने शहरी केन्द्रों में प्रवेश करने में मदद करेंगे जहां पर पहले प्रवेश कर पाना मुश्किल था और जहां निर्माण के लिए भारी मशीनरी को स्थापित करना असंभव था। 3डी प्रिंटिंग तकनीक में आंतरिक ढांचे की प्रिंटिंग जैसे दीवारें, प्लम्बिंग, इलेक्ट्रिकल सिस्टम, वेन्टिंग आदि सभी शामिल हैं।

बिल्डिंग इन्फॉर्मेशन मॉडलिंग (बीआईएम)

बिल्डिंग इन्फॉर्मेशन मॉडलिंग सॉफ्टवेयर एक मौजूदा निर्माण तकनीक है, जो तेजी से बढ़ रही है। यह डिजाइनर को योजनाबद्ध ढांचे के 3डी मॉक-अप को बनाने की अनुमति देता है। इसके साथ ही यह लागत और निर्माण समय की महत्वपूर्ण जानकारी भी देता है।

वर्चूअल/ऑग्मेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी

कंस्ट्रक्शन कंपनी पूरी दुनिया और अब भारत में भी वर्चूअल/ऑग्मेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी का प्रयोग कंस्ट्रक्शन वर्कर सेफ्टी ट्रेनिंग को बढ़ाने के लिए करने लगे हैं। वर्चूअल/ऑग्मेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी कर्मचारियों और मैनेजरों को कंस्ट्रक्शन साइट पर होने वाले गंभीर खतरों को अच्छे से समझने और उसके लिए पहले से तैयारी करने की अनुमति देता है। कई फर्म ऐसे ऐप का इस्तेमाल करते हैं जो वर्चूअल/ऑग्मेंटेड रियलिटी टेक्नोलॉजी से अपने बीआईएम सॉफ्टवेयर से जोड़ देते हैं। यह कॉन्ट्रेक्टर और डेवलपर को निर्माण पूरा होने से पहले ही ढांचे का वर्चूअल संरचना तैयार करने की अनुमति देता है, जिससे वे कंस्ट्रक्शन के शुरुआती समय में डिजाइन संबंधी निर्णय लेने में सक्षम होते हैं और समय व लागत दोनों ही बच जाते हैं।

निर्माण बाधित करने वाली अन्य तकनीक।

ड्रोन

साइट की देखभाल और निरीक्षण में ड्रोन को बहुत लोकप्रियता मिल रही है। ड्रोन डेवलपर को साइट का नक्शा बनाने और 2डी के साथ-साथ 3डी चित्र बनाने में मदद करता है। ज्यादातर एडवांस ड्रोन एक समन्वय आधारित सिस्टम का प्रयोग करता है जो माप के सटीक परिणाम प्राप्त करने में मदद करता है।

ब्रिक-लेयिंग/ईंट बिछाने वाले रोबोट

कंस्ट्रक्शन बहुत ही श्रम प्रधान इंडस्ट्री है। हालांकि मजदूरों की लागत को कम किया जा सकता है। क्वालिटी और सटीक मापदंडों को बढ़ाने के लिए रोबोट का इस्तेमाल किया जा सकता है। एक ही कार्य को दोहराने और मशीनरी कार्य जैसे ईंट बिछाने के कार्य के लिए रोबोट का इस्तेमाल करना। हमने पहले ही सेमी-ऑटोमेटिक मेसन को देखा है। ये 'एसएएम (SAM)' के नाम से भी जाना जाता है। यह रोबोट, सटीकता और तेजी से इंर्टों को बिछाता है। इसका डिजाइन और इसकी इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन रोबोटिक्स ने की है।

दूसरे शब्दों में, रियल एस्टेट की प्रासंगिकता बनी रहेगी चाहे तकनीक कितनी ही जल्दी विकास क्यों न करें। जब ऑरगैनिक जीवन रूपों की सेवा की बात आएगी तब वर्चूअल स्पेस सहज रूप से अजेय सीमाओं के साथ है। हालांकि, बहुत से मानव निवेश संबंधी धारणा और रियल एस्टेट के निर्माण के लिए आवश्यक चीजों को या तो तकनीक द्वारा प्रतिस्थापित किया जा सकता है या फिर उसमें सुधार किया जा सकता है।

यह लेख अनुज पुरी, चेयरमैन, एनारॉक (ANAROCK) प्रोपर्टी कंसलटेंट द्वारा लिखित है।

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