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- कॉयर बोर्ड ने उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए 29 शोरूम खोले
कॉयर बोर्ड ने भारत में 29 शोरूम और एक विशेष हस्तशिल्प आउटलेट खोले हैं ताकि घरेलू बाजार में कॉयर और इसके उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा दिया जा सके। इन दुकानों में एससी/एसटी सहित सभी वर्गों के कारीगरों के कॉयर उत्पाद बेचे जाते हैं।
कॉयर बोर्ड समय-समय पर और जरूरत के हिसाब से अपने शोरूमों का नवीनीकरण करता है। इंदौर, नवी मुंबई, लखनऊ, पटना, त्रिवेंद्रम और वाराणसी के शोरूमों का नवीनीकरण पूरा हो चुका है। जम्मू, जयपुर, अहमदाबाद, मुंबई और चेन्नई में शोरूमों का नवीनीकरण अभी चल रहा है।
कॉयर उत्पाद सिर्फ बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं हैं। बोर्ड छोटे शहरों और आदिवासी क्षेत्रों में भी प्रदर्शनियों में हिस्सा लेकर इन उत्पादों को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश करता है। हालांकि, ज्यादा बिक्री की संभावना की वजह से बोर्ड के शोरूम बड़े शहरों और महानगरों में ज्यादा सक्रिय हैं। कॉयर बोर्ड ने भारत भर में 29 शोरूम और 1 खास हस्तशिल्प आउटलेट खोले हैं। इन शोरूमों और आउटलेट्स के माध्यम से बोर्ड ने कॉयर उत्पादों को अधिक लोकप्रिय बनाने और उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
1.विभिन्न कॉयर उत्पादों के लिए नियमित प्रचार अभियान।
2. युवा कॉयर कारीगरों और महिलाओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम।
3. राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों में भागीदारी।
कॉयर बोर्ड ने घरेलू बाजार में कॉयर और इसके उत्पादों की बिक्री बढ़ाने के लिए एक मार्केटिंग योजना बनाई है। इस योजना का उद्देश्य शोरूम के जरिए बिक्री को काफी बढ़ाना है। कॉयर बोर्ड ने बिक्री बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं, जैसे:खरीदारी की बेहतर योजना बनाना, थोक बिक्री और त्योहारों पर छूट की रणनीति अपनाना, बिक्री को बढ़ाने के लिए बिजनेस सलाहकारों को नियुक्त करना, स्थानीय केबल नेटवर्क, एफएम रेडियो, और सोशल मीडिया पर विज्ञापन करना। इन सब उपायों के जरिए बोर्ड कॉयर उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है।