'बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्राकृतिक खानपान' की सोच के साथ निरंतर आगे बढ़ रहे महिला केंद्रित उद्यम 'बिकल्प हर्बल्स' की स्थापना साल 2020 में स्तुति लाल ने की। अपने मिशन के एक हिस्से के रूप में यह उद्यम स्वास्थ्य देखभाल के लिए हर्बल चिकित्सीय सम्मिश्रण का निर्माण और विपणन कर रहा है। स्वस्थ जीवन के लिए इन्होंने उपयोग में आसान और प्राकृतिक खाद्य उत्पाद विकसित किए हैं। यहां उत्पादों को उपयोग में आसान चाय की थैलियों में जड़ी-बूटियों के समान वजन के साथ प्रस्तुत किया जाता है। इस स्टार्टअप ने एक ऐसा सम्मिश्रण तैयार किया है, जो 24x7 जीवनशैली से प्रेरित तनाव को दूर करने पर ध्यान देता है।
उद्यमी स्तुति लाल कंप्यूटर विज्ञान में स्नातक हैं, एग्जीक्यूटिव लर्निंग प्रोग्राम के माध्यम से बिजनेस एनालिटिक्स में स्नातकोत्तर हैं और एफआईईडी, आईआईएम काशीपुर से उद्यमिता विकास कार्यक्रम का हिस्सा रह चुकी हैं। अपने अकादमिक करियर की शुरुआत करने से आईआईटी-बीएचयू के प्रख्यात प्रोफेसर के साथ काम करने के दौरान, इन्होंने दिल्ली से मुरादाबाद स्थानांतरित होने का फैसला कर लिया। इसके बाद लाल ने इंजीनियरिंग के छात्रों को पढ़ाने के साथ लखनऊ में अपनी शैक्षणिक यात्रा जारी रखी। साथ ही, माता-पिता के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए पेशे में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। एक युवा शोध उत्साही के रूप में, इन्होंने आईआईएमए जैसे प्रतिष्ठित संगठनों द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में अपना शोध कार्य प्रस्तुत किया।
खुद को नवोदित उद्यमी के रूप में उभरता पाया
आगे चलकर अपनी इस यात्रा में, इन्हें एक व्यावसायिक टिश्यू कल्चर प्रयोगशाला की स्थापना में अग्रणी भूमिका निभाने का अवसर मिला। वह शुरू से ही इस परियोजना का नेतृत्व कर रही थीं। इस क्रम में इन्होंने खुद को एक उद्यमी के रूप में उभरता हुआ पाया। फिर क्या, मन के किसी कोने में इन्होंने खुद का एक उद्यम स्थापित करने की योजना बनाना शुरू कर दिया। इसी दौरान एक दुर्घटना हुई। इनकी टिबिया की हड्डी टूट गई और पूरी तरह से ठीक होने में इन्हें दो साल से भी ज्यादा का समय लग गया। न चाहते हुए भी लाल को शोध का सपना त्यागना पड़ा। इस घटना ने इनके जीवन को पूरी तरह से बदलकर रख दिया।
इस दौरान, इन्होंने अपने पिता के शोध कार्य को लेकर सर्वे करना शुरू किया, जो आयुष मंत्रालय से सेवानिवृत्त वैज्ञानिक हैं। दोनों ने घर और कार्यालय में परोसे जाने वाला एक हर्बल पेय, तैयार करने का फैसला किया। आज की व्यस्त दिनचर्या से प्रभावित प्रतिकूल परिस्थितियों, जैसे- चिंता, अनिद्रा, श्वसन समस्या, दर्दनाक स्थिति, उच्च रक्तचाप और मधुमेह को दूर करना, इसका लक्ष्य था।
कोरोना काल में दो काढ़े तैयार किए
जब तक वे उत्पाद को अंतिम रूप दे रहे थे, तब तक कोविड-19 सामने आ गया, जिससे अचानक से काढ़े की बहुत ज्यादा आवश्यकता होने लगी। इन्होंने रोग प्रतिरोधक क्षमता और फेफड़ों को साफ करने के लिए दो काढ़े तैयार किए। रोग प्रतिरोधक और दवा के पूरक के तौर पर कोविड के दौरान इस पेय ने सफलतापूर्वक काम किया। धीरे-धीरे करके इस उत्पाद ने स्टेराॅयड जनित मधुमेह, बिगड़े हुए गुर्दे, चिंता, अनिद्रा और हृदय संबंधी बीमारियों में भी खुद को कारगर साबित कर दिखाया, जिसे सामान्यतः पोस्ट कोविड लक्षणों में गिना जाता है। इसी दौरान, इन्होंने निर्णय लिया कि अब वे अपने उत्पाद को अमेजन और फ्लिपकार्ट पर भी डालेंगे।
सूत्रीकरण में जड़ी-बूटियों की गुणवत्ता एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, यह ध्यान में रखते हुए वेे अब किसानों और ग्रामीणों को स्थानीय जंगली पौधों और जड़ी-बूटियों के संग्रह के बारे में शिक्षित करने और इन्हें सीधे उनसे खरीदने पर विचार कर रहे हैं। ऐसा करने से न केवल ताजा और प्रामाणिक जड़ी-बूटियों की उपलब्धता में मदद मिलेगी, बल्कि यह किसानों के लिए अतिरिक्त आय और ग्रामीणों के लिए आजीविका का एक स्रोत भी होगा। विशेष रूप से इस सोच वाली महिलाओं के लिए, 'बिकल्प हर्बल्स प्राइवेट लिमिटेड' को नवंबर 2021 में इसमें शामिल किया गया।
18-65 आयुवर्ग के ग्राहकों के लिए किया तैयार
युवा पीढ़ी हमारे देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। अपनी जीवन शैली में सुधार के लिए वे महत्वाकांक्षी, भावुक और मेहनती होते हैं, लेकिन काम के अधिक घंटे, व्यापक यात्रा और अनियमित व व्यस्त जीवन शैली का उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। प्रारंभिक अवस्था में विभिन्न स्थितियां, जैसे- गैस्ट्रोइन्टेस्टनाइल समस्याएं, गर्दन में दर्द, पीठ के निचले हिस्से और शरीर में दर्द और सिरदर्द सामान्य स्थिति हैं। अगर ठीक से देखभाल नहीं की गई तो बाद में अन्य तनाव जनित स्थितियां, जैसे- चिंता, अनिद्रा, सांस की समस्याएं, उच्च रक्तचाप और मधुमेह आदि प्रकट हो सकती हैं।
'बिकल्प हर्बल्स' ने इन पेशेवरों की स्वास्थ्य स्थितियों को ध्यान में रखते हुए कई हर्बल चिकित्सीय सम्मिश्रण (चाय की थैलियों में पैक) तैयार किए हैं। इन्होंने 18 सेे 65 आयुवर्ग के वैसे ग्राहकों को ध्यान में रखकर इसे तैयार किया है, जो हर रोज लंबा सफर तय करके कार्यालय जाते हैं और लंबे समय तक वहां काम करते हैं। इसके लिए इन्होंने ऑनलाइन डी2सी, प्रत्यक्ष बिक्री, पुनर्विक्रेताओं का नेटवर्क, होटलों को आपूर्ति, खुदरा श्रृंखला आउटलेट और निर्यात जैसे माध्यमों से ग्राहकों तक पहुंचने की योजना बनाई है।
'बिकल्प हर्बल्स' उत्पादों में केवल प्राकृतिक घटक मौजूद
स्केलिंग अब इनके लिए बाधा नहीं रहेगी, क्योंकि निवेशक राहुल नार्वेकर ने इन्हें पिछले साल दिसंबर में 'इनोवेशन हब यूपी', 'स्टार्टअप यूपी' और लखनऊ स्थित एकेटीयू में 'स्टार्टअप इंडिया' द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित 'महिला उद्यमी कार्यशाला' के पिचिंग राउंड में 50 लाख रुपये के निवेश की पेशकश की थी। कनाडा के एक निवेशक 'टीम आईक्यू कनाडा' ने भी व्यापार विस्तार और निवेश, दोनों के संदर्भ में उत्तरी अमेरिका में अपने उत्पादों को बढ़ावा देने में रुचि दिखाई है। कृषि मंत्रालय, भारत सरकार के आरकेवीवाई योजना के तहत भी अनुदान हेतु यह विचाराधीन है।
'बिकल्प हर्बल्स' उत्पादों में केवल प्राकृतिक घटक मौजूद हैं। इसमें कोई कैफीन नहीं है, चीनी नहीं है, कोई रसायन नहीं है और कोई प्रिजर्वेटिव भी नहीं है। बिना किसी भी तरह की गड़बड़ी के यह उत्पाद केवल दो से तीन मिनट में तैयार हो जाता है और यात्रा के दौरान भी आसानी से साथ ले जाया जा सकता है। यह वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर संबंधित विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया गया है। विशेषकर, तनाव के कारण पैदा होने वाली स्थितियों को दूर करने को ध्यान में रखकर इसे तैयार किया गया है। ज्यादा से ज्यादा लोग इसे आसानी से पी सकें, इसके लिए सम्मिश्रण के स्वाद पर भी खासा ध्यान दिया गया है। एक स्टार्टअप के तौर पर 'बिकल्प' को, पौधों पर आधारित स्वास्थ्य सप्लीमेंट के एक 'विकल्प' के तौर पर पेश किया गया है, जिसमें स्तुति की दूरदर्शिता की झलक साफतौर पर देखने को मिलती है।