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- कोविड ने बढ़ा दी है नेचुरोपैथी क्लिनिक बिजनेस की रफ्तार, बिना देर किये आप भी कर सकते हैं शुरुआत
नेचुरोपैथी क्लिनिक बिजनेस एक ऐसा कारोबार बन चुका है, जिसमें लोगों का रुझान भी बढ़ा है और इसकी मांग भी। अगर आप भी चिकित्सा जगत में व्यवसाय करने के इच्छुक हैं और सोच रहे हैं कि कौन सा बिजनेस करें, जो अलग हो और उसकी मांग भी सबसे ज्यादा हो तो आप नेचुरोपैथी की ओर रुख कर सकते हैं। कोविड-19 के दौरान चिकित्सा की इस विधि से अचानक ही लोगों का जुड़ाव शुरू हुआ और यह बदस्तूर जारी है। हालांकि कोई भी व्यवसाय आप यूं ही नहीं शुरू कर सकते हैं, तो नेचुरोपैथी क्लिनिक का कारोबार कैसे करना है? इसके लिए आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ लें, यहां हम आपके साथ इस व्यवसाय से जुड़ी सभी संबंधित जानकारियां साझा कर रहे हैं। जब भी आप नेचुरोपैथी क्लिनिक का बिजनेस करने के बारे में सोचें तो सबसे पहले जिस देश में या जिस शहर में आपको इसकी शुरुआत करनी है, वहां के चिकित्सा विभाग द्वारा चिकित्सा संबंधी व्यवसायों के लिए जारी किये गए नियम-कानूनों को सबसे पहले जान लें। इसके बाद क्या करना है? आइए इसे विस्तार से जानते हैं...
इंडस्ट्री को समझना है बेहद जरूरी
नेचुरोपैथी यानी कि प्राकृतिक चिकित्सा जिसे कि हम सभी वैकल्पिक दवाओं के प्रयोग के रूप में जानते हैं, इसकी शुरुआत आदि काल से मानी जाती है। चिकित्सा की यह विधा भारत समेत, चीन, जापान और एशिया के कुछ और देशों में पाई जाती है। इसके तहत लोगों को एलोपैथिक देने के बजाए प्राकृतिक उपचारों के जरिए फिट रखने की पैरवी की जाती है। यही वजह है कि जब कोविड-19 महामारी की शुरुआत हुई तो हमारे देश के आयुष मंत्रालय ने जनता के लिए एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें कि औषधियों का जिक्र था, जिनका प्रयोग जनमानस को रोजमर्रा की जिंदगी में करना था। नेचुरोपैथी में कई प्रकार की थेरेपी, हर्ब, मसाज, एक्युप्रेशर, व्यायाम और पोषण संबंधी काउंसिलिंग शामिल हैं। इसके अलावा पानी की कमी के चलते होने वाली समस्याएं, क्लीनिकल न्यूट्रीशियन, होम्योपैथी, जैविक दवाएं और जीवनशैली को सुधारने संबंधी काउंसिलिंग भी इसी के तहत आती हैं। जब भी आप नेचुरौपैथी का क्लिनिकल बिजनेस शुरू करने की सोचें तो आपके पास इनसे संबंधित डिग्री या डिप्लोमा तो होना ही चाहिए। साथ ही इस इंडस्ट्री की समझ भी जरूर होनी चाहिए। ताकि आप ये समझ सकें कि आपको क्या काम करना है? उदाहरण के तौर पर आप एक्युप्रेशर क्लिनिक बिजनेस शुरू करेंगे या फिर थेरेपी देने का? इसके अलावा लाभ और हानि की क्या और कितनी गुंजाइश है? यह भी जरूर जानें और फिर व्यवसाय शुरू करने की ओर अपने कदम बढ़ाएं।
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बिजनेस प्लान को कतई न करें नजरअंदाज
जब आपने इंडस्ट्री को समझ लिया है कि अब आपको यह बिजनेस शुरू करना है तो उस स्थिति में आपको एक रोडमैप तैयार करना होगा यानी कि आपका बिजनेस प्लान। कई कारोबारियों के लिए, व्यवसाय योजना लिखने से उनके विचार को मान्य करने और यह तय करने में मदद मिलती है कि उन्हें व्यवसाय शुरू करने के लिए आगे बढ़ना चाहिए या नहीं। तो इसके लिए आप यहां बताई गई निम्न बातों पर जरूर ध्यान दें।
कार्यकारी सारांश: आपके उत्पाद, बाजार और विकास के अवसरों की संक्षिप्त रूपरेखा।
अवलोकन और उद्देश्य: व्यवसाय का अवलोकन, लक्षित ग्राहक और व्यवसाय चलाने के लिए क्या चाहिए?
उत्पाद और सेवाएं: व्यवसाय द्वारा प्रदान किए जाने वाले उत्पादों और सेवाओं पर विशिष्ट विवरण।
बाजार के अवसर: ग्राहकों की जनसंख्या, उनकी आदतें और यदि आपका उत्पाद मांग में है, तो उसका विश्लेषण।
मार्केटिंग: मार्केटिंग योजना की रूपरेखा और खुद को अन्य ग्राहकों से अलग करने की योजना कैसे बनाते हैं?
प्रतिस्पर्धी विश्लेषण: आपकी प्रतिस्पर्धा और उसमें मौजूद शक्तियों और कमजोरियों का विश्लेषण।
संचालन: कंपनी की पदानुक्रमित संरचना और दिन-प्रतिदिन व्यवसाय चलाने के लिए क्या करना होगा?
नेतृत्व टीम: प्रत्येक प्रबंधक की विशिष्ट कौशल-सेट के आधार पर भूमिकाओं और जिम्मेदारियों का विवरण देना।
वित्तीय विश्लेषण: सभी खर्चों, परिचालन बजट और भविष्य के अनुमानों की समझ।
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इन प्रमुख कानूनी और लाइसेंस संबंधी बातों को भी जान लें
नेचुरोपैथी क्लिनिक बिजनेस को शुरू करने से पहले जरूरी कानूनी नियम और लाइसेंस को भी जरूर जान लें।
सबसे पहले तो स्थानीय नियमों को समझें
नेचुरोपैथी क्लिनिक बिजनेस शुरू करने से पहले स्थानीय नियमों को जान लें। इसमें विभिन्न क्षेत्रों और देशों में लाइसेंसिंग, प्रमाणन और अभ्यास के दायरे से संबंधित विशिष्ट कानून और आवश्यकताएं हो सकती हैं। उनके दिशानिर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए नेचुरोपैथी क्लिनिक बिजनेस की देखरेख करने वाले स्थानीय स्वास्थ्य देखभाल नियामक निकायों और संगठनों पर शोध करें।
प्राकृतिक चिकित्सा लाइसेंसिंग और प्रमाणन को जानें
नेचुरोपैथी क्लिनिक बिजनेस में प्राकृतिक चिकित्सकों को नियुक्त करने की भी आवश्यकता होगी। इसके लिए लाइसेंसिंग और प्रमाणन आवश्यकताओं का निर्धारण करें। इसके अलावा यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि क्लिनिक में काम करने वाले सभी चिकित्सकों के पास आवश्यक योग्यताएं और लाइसेंस हों। इसमें आम तौर पर एक मान्यता प्राप्त प्राकृतिक चिकित्सा कार्यक्रम को पूरा करना, लाइसेंसिंग परीक्षा उत्तीर्ण करना और सतत शिक्षा आवश्यकताओं को बनाए रखना शामिल है।
व्यवसाय पंजीकरण और परमिट की भी लें जानकारी
अपने अधिकार क्षेत्र की आवश्यकताओं के आधार पर, अपने नेचुरोपैथी क्लिनिक बिजनेस को एक कानूनी इकाई, जैसे एकल स्वामित्व, साझेदारी या निगम के रूप में पंजीकृत करें। स्वास्थ्य देखभाल सुविधा परमिट व कर पंजीकरण सहित आवश्यक व्यावसायिक परमिट और लाइसेंस प्राप्त करें। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप सभी कानूनी दायित्वों को पूरा करते हैं, किसी व्यावसायिक वकील या स्थानीय अधिकारियों से परामर्श लें। व्यावसायिक दायित्व बीमा सुरक्षित करके अपने क्लिनिक और चिकित्सकों को सुरक्षित रखें। यह बीमा कवरेज उपचार के दौरान पेशेवर लापरवाही, कदाचार या चोट से संबंधित दावों या मुकदमों से सुरक्षा प्रदान करता है। वित्तीय जोखिमों को कम करने और मानसिक शांति सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त बीमा कवरेज आवश्यक है।
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स्वास्थ्य और सुरक्षा अनुपालन को जानना है बेहद जरूरी
अपने रोगियों और कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य और सुरक्षा नियमों का अनुपालन करें। इसमें स्वच्छता मानकों, संक्रमण नियंत्रण प्रोटोकॉल, अग्नि सुरक्षा नियमों और पहुंच संबंधी आवश्यकताओं का पालन शामिल है। स्वच्छ और सुरक्षित क्लिनिक बिजनेस के वातावरण को बनाए रखने के लिए उचित नीतियों और प्रक्रियाओं को लागू करें।
गोपनीयता और डाटा सुरक्षा को समझें
रोगी की जानकारी की सुरक्षा के लिए गोपनीयता और डाटा सुरक्षा कानूनों और विनियमों से खुद को परिचित करें। रोगी रिकॉर्ड, सहमति प्रपत्र और डाटा सुरक्षा उपायों को संभालने के लिए मजबूत नीतियां और प्रक्रियाएं विकसित करें।
चल रहे नियामक अनुपालन से भी रहें अपडेट
प्राकृतिक चिकित्सा और स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित कानूनी और नियामक परिदृश्य में बदलाव और अपडेट के बारे में समय-समय पर जानकारी लेते रहें। अभ्यासकर्ताओं के लिए सतत शिक्षा आवश्यकताओं का अनुपालन बनाए रखें और लाइसेंसिंग या अभ्यास नियमों के दायरे में किसी भी बदलाव की निगरानी करते रहें। उभरते कानूनी दायित्वों के अनुरूप क्लिनिकल नीतियों और प्रक्रियाओं की नियमित रूप से समीक्षा तो करें ही साथ ही उसे अपडेट भी करते रहें।
निष्कर्ष: नेचुरोपैथी क्लिनिकल बिजनेस में लाभ तो बहुत है क्योंकि इसका क्षेत्र अत्यंत विशाल है। साथ ही इस विधा में साइड इफेक्ट न होने के चलते लोगों का प्राकृतिक वस्तुओं के भी प्रति रुझान बढ़ा है। अगर आपने भी सोचा कि इस क्षेत्र में आपको बिजनेस करना चाहिए तो बिना देर किये हुए आप नेचुरोपैथी क्लिीनिकल बिजनेस की शुरुआत कर सकते हैं।