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- गिफ्ट सिटी में योता का उन्नत एआई डाटा सेंटर मार्च में होगा शुरू: एनवीडिया
एनवीडिया ने योता इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ मिलकर गुजरात इंटरनैशनल फाइनेंस टेक-सिटी (जिफ्ट सिटी) में एक आर्टीफिशियल इंटेलिजेन्स (एआई) डाटा सेंटर स्थापित करने की घोषणा की है। तकनीकी उद्यम ने अपनी उत्सुकता व्यक्त की है कि वह भारत भर में विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी करने के लिए उत्सुक है, विशेष रूप से डिजिटल टेक्नोलॉजी पहलों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
यह रणनीतिक कदम इनोवेशन को बढ़ावा देने और देश में एआई टेक्नोलॉजी के परिदृश्य को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतीक है। गिफ्ट सिटी में एआई डाटा सेंटर की स्थापना से तकनीकी इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास में योगदान की उम्मीद है, जो आर्टीफिशियल इंटेलिजेन्स के क्षेत्र में अत्याधुनिक अनुसंधान और विकास के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
एनवीडिया ग्लोबल फील्ड ऑपरेशन के सीनियर वीपी शंकर त्रिवेदी के अनुसार, हीरानंदानी समूह की कंपनी योता डाटा सेंटर स्थापित करने के लिए जिम्मेदार है, जिसके मार्च से पहले चालू होने की उम्मीद है। सॉवरेन जेनरेटिव एआई के लिए स्केलेबल डाटा सेंटर की आवश्यकता पर जोर देते हुए त्रिवेदी ने भविष्य में जेनेरेटिव एआई के व्यापक प्रभाव पर प्रकाश डाला।
भारत की उन्नत एआई सुविधाएं
त्रिवेदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सफल सॉवरेन जेनरेटर एआई के लिए स्केलेबल एआई डाटा सेंटर, इंफ्रास्ट्रक्चर, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है। एनवीडिया भारत में अत्याधुनिक एआई डाटा सेंटर सुविधाएं स्थापित करने के लिए टाटा और रिलायंस सहित व्यावसायिक समूहों के साथ सहयोग कर रहा है। 'मेक इन इंडिया' पहल के समर्थन में, एनवीडिया के साझेदार, जिनमें नेटवेब, एटोस और अन्य शामिल हैं। वह घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों के लिए उन्नत एआई हार्डवेयर के निर्माण में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं।
कंपनी सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम में माइक्रोन और अन्य अपस्ट्रीम भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रही है, साथ ही भारत में एक मजबूत एआई इलेक्ट्रॉनिक्स इकोसिस्टम स्थापित करने के लिए सिस्टम ओईएम, ओडीएम, कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग और अन्य डाटा सेंटर प्रदाताओं सहित डाउनस्ट्रीम भागीदारों (सप्लाई चेन में "डाउनस्ट्रीम" उत्पाद को अंतिम ग्राहक तक वितरित करने से जुड़ी मैन्युफैक्चरिंग के बाद की गतिविधियों को संदर्भित करता है।) के साथ सहयोग कर रही है।
एनवीडिया ने छात्रों, डेवलपर्स और शोधकर्ताओं के लिए डिजिटल कॉन्टेंट भी विकसित किया है और वैश्विक सिस्टम इंटीग्रेटर्स पर ध्यान देने के साथ भारत में व्यावसायिक भागीदारों के लिए जेनरेटिव एआई पर कोर्स शुरू कर रहा है। कंपनी ने देश भर के डेवलपर्स के लिए इस कॉन्टेंट तक पहुंच बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालयों, अन्य तकनीकी संस्थानों के साथ सहयोग करने की इच्छा व्यक्त की। त्रिवेदी ने कहा जेनरेटिव एआई हमारे काम करने के तरीके, व्यापार करने के तरीके, शासन करने के तरीके और हमारे जीने के तरीके को बदल देगा। जैसे 30 साल पहले शुरू हुआ इंटरनेट और 25 साल पहले शुरू हुई मोबाइल क्रांति, जेनरेटिव एआई क्रांति भी वैसा ही करेगी।