व्यवसाय विचार

ग्लोबल लर्निंग सॉफ्टवेयर कंपनी 'डी2एल' ने भारत में रखा कदम

Opportunity India Desk
Opportunity India Desk Jun 08, 2023 - 4 min read
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वैश्विक शिक्षण सॉफ्टवेयर कंपनी 'डी2एल' भारतीय कंपनियों, शिक्षकों और छात्रों के लिए एक ऐसा लर्निंग प्लेटफाॅर्म लेकर आई है, जो यूजीसी के निर्देशों और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं।

मूल रूप से कनाडा की ग्लोबल लर्निंग टेक्नोलाॅजी कंपनी 'डी2एल', ब्राजील, यूके, यूएस, स्विटजरलैंड जैसे दुनिया के कई देशों में विस्तार के बाद भारत में अपने विस्तार को लेकर बेहद आश्वस्त है। 'डी2एल' को भरोसा है कि भारत में यह विस्तार उन्हें चौंकाने वाले परिणाम देगा।

'डी2एल' के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (इंटरनेशनल) इलियट गोवांस ने कहा, "भारतीय बाजार में प्रवेश को लेकर हम रोमांचित हैं। हम शिक्षा के क्षेत्र में सीखने के अनुभव को बदलने के मिशन पर कार्यरत हैं। अपने इस मिशन को लेकर हम बेहद समर्पित हैं। हम स्थानीय संचालन (लोकल ऑपरेशंस) में अपने प्रत्यक्ष निवेश को बढ़ाकर भारत में अपनी उपस्थिति का विस्तार कर रहे हैं। हम भारतीय छात्रों, शिक्षकों और अग्रणी कंपनियों को बेहतर बनाना चाहते हैं ताकि सीखने का अनुभव मोबाइल फ्रेंडली, व्यक्तिगत और आसान हो सके। यही वजह है कि हमने ऑफलाइन, ऑनलाइन और हाइब्रिड, सभी माध्यमों को अपने कार्यक्रम का हिस्सा बनाया है।"

भारत में अपना यूनिट स्थापित करने की योजना

'डी2एल' ने भारत के प्रति अपने समर्पण को सुदृढ़ करते हुए डेवलपमेंट, सपोर्ट, ऑपरेशन, हायरिंग टैलेंट और भारत में क्लाउड सॉल्यूशन की सुविधा को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त निवेश करने की घोषणा की है। डी2एल भारत में डेवलपमेंट और सपोर्ट, लोकल क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए निवेश करेगी। इसके अलावा कंपनी भारत में अपना एक यूनिट स्थापित करने की योजना में भी निवेश करेगी, जिससे एजुकेशन सेक्टर में डी2एल ब्राइटस्पेस का ज्यादा विस्तार करने में मदद मिलेगी। ब्राइटस्पेस पहले से ही दुनिया के अन्य देशों के एजुकेशन सेक्टर में सबसे तेजी से बढ़ने वाले प्रीमियम लर्निंग प्लेटफॉर्म में से एक है। भारतीय ग्राहकों को बेहतर सपोर्ट देने के लिए ब्राइटस्पेस यूजीसी (यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन) और राष्ट्रीय शिक्षा नीति का पालन करता है। डी2एल के विस्तार से उन 40 से ज्यादा भारतीय कंपनियों के लिए विकास के अवसर पैदा करने में मदद मिलेगी, जिन्होंने पहले ही इस टेक्नोलॉजी को अपना लिया है।

डी2एल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (प्रोडक्ट मैनेजमेंट) डाॅ. प्रेम माहेश्वरी ने बताया, "हमारा साॅफ्टवेयर हर उम्र के लोगों को शिक्षा के क्षेत्र में ज्यादा और बेहतर ढंग से सीखने की छूट देता है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह युवा है, गृहिणी है या फिर किसी व्यवसाय से जुड़ा शिक्षार्थी। हमने अपने साॅफ्टवेयर को अंग्रेजी के अलावा हिंदी में भी डेवलप किया है ताकि ज्यादा से ज्यादा भारतीय इसका प्रयोग आसानी से कर सकें। इस साॅफ्टवेयर को कुछ इस तरह से डिजाइन किया गया है कि दिव्यांगजन भी यहां बैठकर आसानी से पढ़ाई कर सकें।"

टियर 1 और 2 सिटीज पर विशेष ध्यान

डी2एल कंपनी भारत में अपने लोकल ऑपरेशंस (स्थानीय परिचालन) को बढ़ाने के लिए भी काम कर रही है। खासकर टियर वन और टू सिटीज पर फिलहाल कंपनी का विशेष ध्यान है। डी2एल का जोर इस बात पर ज्यादा है कि वह अपने उपयोगकर्ताओं की जरूरतों को पूरी तरह से समझे ताकि उसे बेहतर ढंग से पूरा कर सके। इस तरह इन क्षेत्रों में कंपनी अपने प्रोडक्ट के विकास को तो गति देगी ही, साथ ही ब्राइटस्पेस के विकास और इसे अपनाने में मदद भी कर सकेगी।

ब्राइटस्पेस यूजीसी और राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के दिशानिर्देशों का पालन करता है। ब्राइटस्पेस में काफी रिस्पॉन्सिव डिजाइन, प्रमुख लर्निंग एक्टिविटी क्रिएशन और कोलैबोरेशन टूल्स, एडाॅप्टिव लर्निंग, आकलन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सवाल, वीडियो और ऑडियो फैसलिटी है। डी2एल का मानना है कि इससे सीखने की प्रक्रिया को ज्यादा सार्थक और सुलभ बनाया जा सकता है। इसके अलावा इससे भारत में लाखों लोगों के लिए सीखने की प्रक्रिया को आकर्षक बनाने में भी मदद मिल सकती है।

सीखने वालों के जीवन में ला रहा बदलाव 

डी2एल के प्रोडक्ट मैनेजमेंट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट राजेश तलपड़े ने कहा, "भारत में कई संगठन हैं, जिन्होंने पहले ही डी2एल ब्राइटस्पेस को अपनाया है, और वे यह अंतर देख रहे हैं कि कैसे ये प्लेटफॉर्म और प्रोडक्ट सीखने वालों के जीवन में बदलाव ला रहा है। ब्राइटस्पेस में मोबाइल एक्सेसबिलिटी और कम्पेटिबिलिटी, आकर्षक कंटेंट और शिक्षार्थियों के लिए पर्सनलाइज्ड लर्निंग के तरीके हैं। इन सब फैसिलिटी की मदद से सीखने वाले व्यक्ति को सीखने के स्थान और माध्यम के बारे में दोबारा नहीं सोचना पड़ता।"

तलपड़े ने बताया, "भारत में आज सबसे ज्यादा युवा हैं और दुनिया के सबसे ज्यादा मोबाइल यूजर्स भी यहीं हैं। अपने वर्तमान और भविष्य के ग्राहकों व साझेदारों के साथ मिलकर भारत में हम हर उम्र और क्षमता वालेे लोगों तक पहुंचना चाहते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लर्नर्स (शिक्षार्थियों) को सशक्त बनाते हुए हम सीखने के सर्वोत्तम अवसर प्रदान कर सकें।"

अमेजन वेब सर्विसेज के साथ मिलकर कर रहे काम

डी2एल के रीजनल डायरेक्टर (एशिया) निक हटन ने कहा, "हमें यकीन है कि एशियाई देशों में हमारा साॅफ्टवेयर शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने साथ जुड़ने के लिए प्रेरित करेगा। फिलहाल हमने भारत के ज्यादातर यूनिवर्सिटीज को ही टारगेट किया है, लेकिन हम काॅलेजों और स्कूलों में भी अपने साॅफ्टवेयर इंस्टाॅल करने को लेकर काम कर रहे हैं। बेहतर ब्राउजिंग के लिए हम अमेजन वेब सर्विसेज के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।"

साॅफ्टवेयर प्रोवाइड कंपनी डी2एल दुनिया के सीखने के तरीके को बदल रहा है। डी2एल सभी उम्र के सीखने वाले व्यक्तियों को जितना संभव हो, उससे ज्यादा हासिल करने में मदद कर रहा है। पूरी दुनिया में ग्राहकों के साथ मिलकर काम करते हुए डी2एल लाखों लोगों को ऑनलाइन और व्यक्तिगत तौर पर भी सीखने में मदद कर रहा है। हमारे बढ़ते वैश्विक कार्यबल दुनिया को बेहतर तरीके से सर्वोत्तम लर्निंग प्रोडक्ट्स बनाने के लिए समर्पित हैं।

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