- Home
- Article
- व्यवसाय विचार
- छात्रों को डॉक्टर व इंजीनियर बनने के लिए 200 करोड़ रुपए देगी फिजिक्सवाला
15 दिसंबर को घोषित होगा छात्रवृत्ति परीक्षा परिणाम
बंगलुरु में अपनी उपस्थिति का विस्तार कर रही एडटेक फर्म फिजिक्सवाला (पीडब्ल्यू)
जेईई या एनईईटी अध्ययन के लिए कक्षा छह से 12 के छात्रों के लिए परीक्षा देकर छात्रवृत्ति प्राप्त करने का सुनहरा अवसर
फिजिक्सवाला (पीडब्ल्यू) ने बेंगलुरु में अपना टेक-सक्षम ऑफलाइन विद्यापीठ केंद्र लॉन्च किया। इसके साथ ही संस्थान ने 200 करोड़ की छात्रवृत्ति घोषित की। इसका लाभ कक्षा छह से 12 तक के छात्र व जेईई या एनईईटी की तैयारी करने के इच्छुक सभी छात्र उठा सकेंगे। इसके लिए उन्हें ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड के जरिए अपना पंजीकरण कराना होगा। इसके बाद संस्थान की ओर से आयोजित होने वाली परीक्षा में शामिल होना होगा। परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर उन्हें इस छात्रवृत्ति का लाभ मिलेगा। संस्थान की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह परीक्षा दो चरणों में आयोजित की जाएगी। पहले चरण की परीक्षा तीन दिसंबर को हो चुकी है। दूसरे चरण की परीक्षा 10 दिसंबर को आयोजित होनी है। इसका परिणाम आगामी 15 दिसंबर 2023 को आएगा। चयनित सभी छात्रों को इस छात्रवृत्ति का लाभ मिलेगा।
विद्यापीठ ऑफलाइन फिजिक्सवाला के सीईओ अंकित गुप्ता ने इस बारे में कहा कि फिजिक्सवाला तकनीक-सक्षम नए ऑफलाइन केंद्र, पीडब्लू विद्यापीठ के साथ बेंगलुरु में अपनी उपस्थिति का विस्तार कर रही है। छात्रों के पास वर्ष 2023 में (भौतिकी वाला राष्ट्रीय छात्रवृत्ति सह प्रवेश परीक्षा) के माध्यम से शतप्रतिशत तक छात्रवृत्ति प्राप्त करने का अवसर है। संस्थान की ओर से इस परीक्षा के माध्यम से चयनित सभी मेधावी छात्रों को 200 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि छात्रवृत्ति परीक्षा के लिए पंजीकरण पीडब्ल्यू की वेबसाइट, ऐप या निकटतम ऑफलाइन विद्यापीठ केंद्र पर जाकर किया जा सकता है।
ताकि अधूरा न रह जाएं इंजीनियर या डॉक्टर बनने का सपना
अंकित गुप्ता ने कहा कि कोविड-19 के बाद, शिक्षा प्रतिमान में महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं। छात्र अब ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से सीख रहे हैं। यह लाभकारी भी है क्योंकि जो छात्र संस्थान तक नहीं आ सकते और उनके पास ऑनलाइन पढ़ने की सुविधा उपलब्ध है तो उनकी शिक्षा में किसी तरह की बाधा नहीं उत्पन्न होती, वह ऑफलाइन कोर्स ऑनलाइन कर लेते हैं। इसमें हम यह भी ध्यान रखते हैं कि अगर किसी छात्र को कुछ समझ नहीं आ रहा है या फिर पढाई में कोई भी दिक्कत आ रही है तो वह डाउट सेशन के दौरान शिक्षकों से अपनी समस्या का समाधान पूछ सकते हैं। इस तरह ऑफलाइन न पढ़ पाने जैसी कोई समस्या नहीं आती और न ही शिक्षा की गुणवत्ता पर कोई असर पड़ता हैं। उन्होंने कहा कि फिजिक्सवाला में हम हाइब्रिड दृष्टिकोण में दृढ़ता से विश्वास करते हैं। शहरों में हमारे तकनीकी-सक्षम ऑफलाइन विद्यापीठ केंद्रों का विस्तार इसी का हिस्सा हैं। इसका उद्देश्य छात्रों के लिए अपने ही कस्बों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करना है, जिससे उन्हें दूर के शहरों में शिक्षा केंद्रों में स्थानांतरित होने की आवश्यकता न पड़े। इसके अलावा हम पूरी कोशिश करते हैं कि हम छात्रों को अधिक से अधिक सहयोग दें ताकि उनकी पढ़ाई में किसी तरह की समस्या न आने पाए।
छात्रवृत्ति का आयोजन भी इसी दिशा में हमारा प्रयास है ताकि पैसों की कमी के चलते कहीं हुनर पीछे न रह जाए। यही वजह है कि छात्रवृत्ति परीक्षा के माध्यम से हम इंजीनियरिंग या चिकित्सा का अध्ययन करने के उनके सपनों को पूरा करने में छात्रों की हर संभव मदद करने का प्रयास कर रहे हैं। अंकित ने बताया कि पिछले वर्ष 120 करोड़ की धनराशि से 1.1 लाख छात्रों को छात्रवृत्ति का लाभ दिया गया था। इस वर्ष भी इसे जारी रखते हुए 200 करोड़ की धनराशि छात्रवृत्ति स्वरूप प्रदान किये जाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में फिजिक्सवाला के विद्यापीठ संपूर्ण देश में 72 केंद्र संचालित करता है, जिसमें लगभग 1.5 लाख छात्र हैं। ऑफलाइन विद्यापीठ केंद्र एक व्यापक पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं जिसमें छात्रों को जेईई व एनईईटी के लिए सीखने की जरूरत वाली हर चीज शामिल होती है, और फिजिक्स वाला लगातार असाधारण परिणाम देता है।