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- छोटे शहरों में फ्रैंचाइज शुरू कर के शिक्षा को बना सकते है बेहतर
शिक्षा में विस्तार के लिए फ्रैंचाइजिंग सबसे सफल मॉडल के रूप में उभरा है।आज भारत में शिक्षा व्यवसाय का एक बड़ा हिस्सा शामिल है। फ्रैंचाइज़ स्थापित करने के लिए, फ्रेंचाइज़र को शिक्षा, टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट की समझ जैसे विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक अनुभव होना चाहिए।सभी स्कूलों ने फ्रैंचाइज़ी लेने के लिएअलग-अलग मापदंड तय किए हैं।
दुनिया तेजी से ऑनलाइन होती जा रही है। सभी इंटरनेट ट्रैफ़िक का 90 प्रतिशत से ज्यादा मोबाइल उपकरणों के माध्यम से संचालित होते है। ऐसा ही एक स्कूल है, जिसका नाम सेंट एमआर जयपुरिया स्कूल हैं, जो फ्रैंचाइजी देता है और शिक्षा के व्यवसाय को अपनी फ्रैंचाइजी के माध्यम से आगे बढ़ाता है।
सेंट एमआर जयपुरिया स्कूल के डायरेक्टर कनक गुप्ता ने बताया कि हम स्कूल फ्रैंचाइजिंग करते है जिसमें हम आन्त्रप्रेन्योर के साथ कोलैबोरेट कर रहे है और उन्हें स्कूल को सेटअप करना का अवसर दे रहे है। इसका असर उन छोटे शहरों में पढ़ेगा, जहां अच्छी क्वालिटी की शिक्षा नहीं दी जाती है। हम उन्हें पूरी सहायता देते है जैसे की स्कूल कैसे चलेगा, कैसे बनेगा और एकेडेमिक्स क्या रहेगी।
ऑनलाइन शिक्षा
आज के समय में ऑनलाइन शिक्षा को बहुत बढ़ावा मिल रहा है। ऐसे में कई एडटेक कंपनियां भारी-भरकम फीस के बजाय अफोर्डेबल फीस लेकर न सिर्फ स्टूडेंट्स की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करवा रही हैं बल्कि उन्हें स्किल्ड से लैस कर जॉब मार्केट के लिए भी तैयार कर रही हैं।
कनक ने बताया ऑनलाइन शिक्षा में टेक्नोलॉजी बहुत बड़ा सहायक है और मैं समजता हूं कि जो टीचर टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है वह उन टीचर की जगह लेगा जो इसका उपयोग नहीं कर पाते है। एडटेक में टीचर को टीचिंग लर्निंग मटेरियल मिल रहा है ताकि स्कूल का सिस्टम एक तरीके से बन पाए। मुझे लगता हैं, ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों को मिलाकर एक हाइब्रिड लर्निंग वर्ल्ड बनता जा रहा जिसका यहां पर बहुत ज्यादा महत्व रहेगा।
फ्रैंचाइज बिजनेस क्या है
फ्रैंचाइज बिजनेस एक ऐसा बिजनेस है जिसमें कंपनी या बिजनेस का मालिक अपने लोगो, बिजनेस का नाम एवं बिजनेस मॉडल के अधिकारों को किसी थर्ड पार्टी ऑपरेटर को बेचता है, उसे फ्रैंचाइज कहते है। आज के समय में फ्रैंचाइज बिजनेस को बेहद ही सामान्य तरीके से शुरू कर सकते हैं। यही करण है की किसी भी शहर में आपको कोई न कोई उद्यमी ऐसे जरूर मिल जायेंगे जो फ्रैंचाइज बिजनेस शुरू कर रहे होंगे।
फ्रैंचाइज मॉडल क्या है
हम लोग कोलैबोरेट में काम कर रहे हैं, जो हमारी फ्रैंचाइज लेना चाहता है उसे हम सेटअप करने से लेकर चलाने तक अपना पूरा सहयोग देते है। स्कूल फ्रैंचाइज शुरू करने के लिए आपको कम से कम 2 एकड़ जमीन चाहिए। ब्रांड फिस लोकेशन के ऊपर निर्भर करती है और रॉयल्टी खरीब 10 प्रतिशत लेते है। भारत में हमारे 43 स्कूल चल रहे है जिसमें 35,000 बच्चे पढ़ाई कर रहे है। हमारा लक्ष्य 2025 तक 75 स्कूल तक पहुंचने का है।
इस स्टार्टअप समिट 2022 में सेंट एमआर जयपुरिया स्कूल के अलावा कई शैक्षिक संस्थाओं ने अपना स्टॉल लगया जैसे की मिलेनियम एजुकेशन ग्रुप, लिटिल एली, तानसीन एजुकेशन ग्रुप, तक्षशिला इंस्टीट्यूट, सैनफोर्ट स्कूल और अन्य शामिल हुए।
कनक गुप्ता ने फ्रैंचाइज इंडिया एक्सपो के बारे में बताते हुए कहा यह बहुत ही अच्छा शो है। हमारे स्टॉल में लगभग 150-200 लोग आए। मैं फ्रैंचाइज इंडिया टीम को शुभकामनाएं देता हूं की वह ऐसे शो करते रहे, ग्रोथ वापस से आए और लोगों का बिजनेस चलता रहे।
निष्कर्ष
किसी भी प्रसिद्ध कंपनी की फ्रैंचाइज लेकर आप कोई भी बिजनेस शुरू कर सकते है। एक तरह से फ्रैंचाइज आपको बना बनाया बिजनेस देता है और उद्यमी को ग्राहक मिलने में ज्यादा मुश्किल भी नहीं होती है क्योकी वह उस ब्रांड या कंपनी को पहले से जानते है। अगर कोई कंपनी बड़े शहर में बहुत मशहूर है। आप छोटे शहर से है और आप वहां के लोगों को अच्छी क्वालीटी की शिक्षा देना चाहते है, तो आप फ्रैंचाइज के माध्यम से अपने सपने को पूरा कर सकते है।