- Home
- Article
- व्यवसाय विचार
- जारो ने IIM तिरुचिरापल्ली से मिलाया हाथ, उद्यमियों, सलाहकारों और पेशेवरों के लिए नई शुरुआत
एडटेक फर्म जारो एजुकेशन की नई पहल, आईआईएम के साथ की साझेदारी से होगा कई वर्गों को लाभ
हेल्थकेयर प्रबंधन में पीजी प्रमाणपत्र कार्यक्रम की है शुरुआत, राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर चल रही स्वास्थ्य नीतियों की होगी बात
प्रसिद्ध एडटेक फर्म जारो एजुकेशन ने हाल ही में हेल्थकेयर प्रबंधन में पीजी प्रमाणपत्र कार्यक्रम शुरू किया। यह कार्यक्रम शुरू करने के लिए फर्म ने बिजनेस स्कूल आईआईएम तिरुचिरापल्ली के साथ हाथ मिलाया है। इस कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य संबंधी प्रशिक्षण कार्यक्रम की एक लंबी श्रंखला है, जिसके तहत कई स्वास्थ्य संबंधी पहलुओं पर गहनता से कार्य किया जाएगा और संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य देखभाल को प्रभावित करने वाली मैक्रो-स्तरीय नीतियों पर भी प्रकाश डाला गया है। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से हेल्थकेयर और संबद्ध उद्योगों में पेशेवरों, सलाहकारों और उद्यमियों को शामिल किया जाएगा। इन सभी को हेल्थकेयर प्रबंधन में पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षित किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस साझेदारी का उद्देश्य प्रतिभागियों को बेहतर से बेहतर ज्ञान यानी कि स्वास्थ्य जगत में होने वाली नित नई खोजों के आधार पर नई तकनीकों से इलाज की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा प्रशिक्षणार्थियों को इतना सशक्त बनाया जाएगा कि वह वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को देने में सक्षम हो सकें। इस साझेदारी को लेकर जारो एजुकेशन की सीईओ रंजीता रमन ने कहा कि हमारा नया लॉन्च किया गया यह कार्यक्रम स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन सिद्धांतों की व्यापक समझ और सभी जरूरी जानकारियों में महारत प्रदान करेगा। रंजीता ने कहा कि हमारा उद्देश्य स्वास्थ्य देखभाल और संबद्ध पेशेवरों के दृष्टिकोण को बदलना है। यही वजह है कि कार्यक्रम को स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन प्रोटोकॉल, प्रभावी मानव संसाधन रणनीतियों और सावधानीपूर्वक वित्तीय और लेखांकन ढांचे सहित आवश्यक दक्षताओं को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है। हेल्थकेयर प्रबंधन में प्रमाणपत्र कार्यक्रम महत्वपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रबंधन अवधारणाओं, प्रथाओं, मानव संसाधन बुनियादी सिद्धांतों, वित्तीय और लेखांकन सिद्धांतों और विश्लेषणात्मक दक्षताओं में गहन अंतर्दृष्टि प्रदान करने के लिए सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है।
इन सभी जरूरी बातों के साथ ही कार्यक्रम में अनुभव और एक-दूसरे से सीखने पर भी विशेष जोर दिया गया है, जिसमें व्यावहारिक अभ्यास, केस स्टडीज, इंटरैक्टिव सत्र सहित अन्य जरूरी विषयों को शामिल किया गया है। कई बार देखा गया है कि लोग किताबों की बजाए प्रैक्टिकली किसी चीज को जल्दी समझते हैं। यही वजह है कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत व्यावहारिक अभ्यास व केस स्टडीज को शामिल किया गया है। ताकि प्रशिक्षणार्थी ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिकल नॉलेज के जरिए सीखें और जानें। बकौल रंजीता जैसे-जैसे स्वास्थ्य सेवा का क्षेत्र विकसित हो रहा है, जारो एजुकेशन और आईआईएम तिरुचिरापल्ली के बीच यह साझेदारी स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में आगे बढ़ने के इच्छुक व्यक्तियों की शिक्षा और व्यावसायिक विकास पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने के लिए तैयार है। उन्होेने कहा कि हमें उम्मीद है कि जो उद्यमी या फिर पेशवेर किसी बिजनेस स्कूल से कुछ नई तकनीकों को सीखकर राष्ट्रीय या फिर वैश्विक स्तर पर बेहतर करने का सोच रहे हैं, उनके लिए यह प्रशिक्षण कार्यक्रम किसी सुनहरे अवसर से कम नहीं है।
इस साझेदारी को लेकर आईआईएम तिरुचिरापल्ली के निदेशक ने कहा कि हमारा मिशन एक ऐसे सीखने के माहौल को तैयार करना है, जो समाज और राष्ट्र के लिए मूल्य जोड़ने वाले वैश्विक मानकों के ज्ञान को आत्मसात करता है, प्रसारित करता है और बनाता है। हमारा संस्थान नई ऊंचाइयों को छू रहा है और अपने आदर्श वाक्य ज्ञानम अनंतम जिसका अर्थ है ज्ञान अनंत है पर कायम है। उन्होंने बताया कि इस कार्यकारी कार्यक्रम को पूरा करने पर, प्रतिभागियों को तिरुचिरापल्ली के कार्यकारी शिक्षा के पूर्व छात्र का दर्जा प्राप्त होता है और एक शीर्ष भारतीय बिजनेस स्कूल से पूर्णता प्रमाणपत्र प्राप्त होता है।