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- जिम फ्रेंचाइज़ी मालिक रमेश गजरिया चाहते है ‘जिम डोनेशन‘ को बंद करो
हालांकि लोगों ने अपने जीवन में फिटनेस के महत्व को समझ लिया है फिर भी हर रोज जिम जाना एक बड़ी चुनौती की तरह होता है विशेषतौर पर कामकाजी लोगों के लिए। ज्यादातर कारोबारी अपने एक दिन का 4-5 घंटे का समय ट्रैवलिंग में बिताते है और अगर वे अपने स्वास्थ्य के प्रति बहुत अधिक जागरूक नहीं है तो उनकी यह दिनचर्या उनके पास समय नहीं छोड़ती है या जिम के लिए उनके पास समय ही नहीं बचता है।
व्यस्त दिनचर्या में फिटनेस कभी भी पीछे नहीं रह सकती इसलिए रमेश गजरिया ने ट्रेनमी ऐप को विकसित किया है। गजरिया गोल्ड जिम की फ्रेंचाइज़ चलाते है और वे मुंबई में ट्रांसफोर्म जिम के मालिक भी है।
ट्रेनमी ऐप क्या है?
ट्रेनमी ऐप एक मोबाइल एप्लीकेशन है जिसका लक्ष्य है सुविधाओं को पुनःपरिभाषित करना और हैल्थ का कस्टमाइजेशन करके फिटनेस विशेषज्ञों से पर्सनल निर्देश लेने का आसान बनाना।
वर्तमान में स्वास्थ्य जागरूक लोग फिटनेस के लिए पैसे दे देते है मगर जिम नहीं जाते है। इसी परेशानियों को पहचानते हुए गजरिया ने ट्रेनमी ऐप को बनाया है। उन्होंने एक कैम्पेन #StopGymDonations से इसकी शुरूआत की थी जिसमें उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला था कि जिम को लोग तो पैसे दे देते है मगर जिम जाते नहीं।
गजरिया यह मानते है कि अच्छा स्वास्थ्य सभी के लिए उपलब्ध होना चाहिए। फिर चाहे लोग जो ऑफिस के लंबे दिनों की व्यस्तता से बाहर नहीं निकल पाते है और जो अपने जानकार जिम में पर्सनल इंस्ट्रक्टर का खर्च नहीं उठा सकते है।
अनोखापन
जब पूछा गया, “जब से यूट्यूब चैनल, ऑनलाइन विडियो और बहुत से योग ट्यूटोरियल ऑनलाइन उपलबध है, ऐसे में ऐप कैसे उपयोगी होगा?“
तब गजरिया ने इस प्रश्न के उत्तर में कहा, “ये सभी वर्चुअल सर्विस प्रदान कर रहें है। जबकि दूसरी तरफ ट्रेनमी एक ऐसा प्लेटफार्म है जो फिटनेस ट्रेनिंग सत्र ट्रेनर के साथ देता है आपकी सुविधानुसार समय और आपकी जगह पर। कोई भी तैराकी केवल किताबें पढ़कर या विडियो देखकर नहीं सीख सकता है। ठीक उसी तरह, कोई भी केवल विडियो को देखकर सर्तकतापूर्वक अपने आपको ट्रेन नहीं कर सकता है। इसलिए ट्रेनमी लोगों की जीवनशैली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि हम आपका जब भी वर्कआउट करने का मन हो अपना पर्सनल फिटनेस ट्रेनर आपके घर पर भेजते है।
गजरिया के अनुसार, “हमारे ट्रेनर उपभोक्ता के पास 30 से 45 मिनट के भीतर पूरी ट्रेनिंग किट के साथ पहुंच जाते है। उपभोक्ता को बस केवल अपनी पानी की बोतल और जूते पहनकर तैयार रहना होता है।“
तकनीक का व्यवसाय पर प्रभाव
गजरिया ने कहा, “असल में तकनीक व्यवसाय को यह क्षमता दे रही है कि वे उपभोक्ता तक सीधे और उसी समय पर पहुंच पाएं। यह उन्हें क्षमता दे रहा है कि वे कुछ ही क्लिक में सेवाओं को प्राप्त करने के लिए अनुरोध कर सकें। नई तकनीक का हमारे फिटनेस इंडस्ट्री के सभी पहलूओं पर बहुत अधिक प्रभाव है। मार्केटिंग और भुगतान के लेनदेन से लेकर बायोमैट्रिक मूल्यांकन तक।“
उन्होंने कहा, “इन एडवांस तकनीकों का लाभ उठाते हुए ट्रेनमी उपभोक्ताओं को सेवाएं दे रहा है अपने प्रोफेशनल फिटनेस ट्रेनर को उपभोक्ता के घर पर भेजकर वह भी केवल एक बटन के क्लिक करने पर।“
भविष्य की योजना
गजरिया ने अपने भविष्य की योजनाओं के बारें में बताते हुए कहा, “हम वर्तमान में मुंबई के 10 नगरों में कार्य कर रहें है। योजना है पूरे मुंबई में अपनी सेवाएं देने का वह भी आने वाले 2 सालों में और उसके बाद अन्य महानगर जैसे बैंगलोर, दिल्ली, पूना की ओर बढ़ने का। आने वाले 5 सालों में हम 1 लाख एक्टिव उपभोक्ताओं को अपने साथ ट्रेनिंग करते हुए देख रहें है।“
उन्होंने कहा, “भारतीय वेलनेस इंडस्ट्री का कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट का विकास आने वाले 5 सालों में करीब 12 प्रतिशत तक है। हाल ही एक फिक्की और ईवाय की रिपोर्ट के अनुसार, इंडस्ट्री वित्त वर्ष 2020 तक 1.5 ट्रिलियन रूपये को प्राप्त कर लेगी। जबकि वेलनेस और प्रीवेन्टिव हैल्थ केयर सैक्टर 2020 तक करीब दुगुना होने की संभावना है। भविष्य में इनके उप या सब-सेग्मेंट अन्य सेग्मेंट को बेहतर बनाएंगे।“