काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) के तहत संचालित स्कूलों में नौवीं क्लास से ही बच्चों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग, डाटा साइंस और रोबोटिक्स की शिक्षा दी जाएगी। यह निर्णय को हैदराबाद में आयोजित नेशनल प्रिंसिपल्स कॉन्फ्रेंस में किया गया है। उच्च शिक्षा में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए इसकी शुरुआत की जा रही है। शिक्षा में भी बच्चों को विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों में माहिर बनाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया जा रहा है।
कॉन्फ्रेंस में तय हुआ कि बच्चों को इस सत्र से ही AI, मशीन लर्निंग, डाटा साइंस और रोबोटिक्स जैसे विषय पढ़ाए जाएं। इसके अलावा, अगर कोई स्टूडेंट कम्प्यूटर के क्षेत्र में उम्दा प्रदर्शन करना चाहता है, तो अपनी इच्छानुसार कम्प्यूटर साइंस समेत रोबोटिक्स और एआई विषय को जोड़कर भी उसके पास आगे की पढ़ाई करने का अवसर होगा। इससे बच्चों को विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों में अच्छे परिणाम प्राप्त करने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही, वोकेशनल कोर्स में 10 बैगलेस डे का आयोजन किया जाएगा, जिससे बच्चे विभिन्न क्षेत्रों में प्रैक्टिकल ज्ञान प्राप्त कर सकें।
इसी नेतृत्व में, लोयोला स्कूल बिष्टुपुर और गुलमोहर हाई स्कूल प्रबंधन ने भी घोषणा की है कि इसी सत्र से स्कूल में रोबोटिक्स और एआई की पढ़ाई शुरू की जाएगी। इसके साथ ही, अगले सत्र से केएसएमएस और जेएच तारापोर स्कूल में फिजिकल एजुकेशन की शुरुआत भी होगी। इस प्रयास से उच्च शिक्षा में तकनीकी और वैज्ञानिक शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा और बच्चे अपनी पढ़ाई के दौरान विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों में माहिर बन सकेंगे। गुलमोहर हकी प्रिंसिपल प्रीति सिन्हा ने बताया कि हैदराबाद में हुए बोर्ड की बैठक में एआई और रोबोटिक्स जैसे विषयों पर खासतौर पर तवज्जो दी गई।
लोयोला स्कूल में तकनीक के जरिए स्कूली बच्चों को अंग्रेजी सिखाई जा रही है। स्कूल में लैंग्वेज लैब की स्थापना की गई है, जहां तीसरी, चौथी और पांचवीं के बच्चे इंडियन एक्सेंट में इंग्लिश बोलते हैं। जबकि उसी अंग्रेजी को अमेरिका में किस प्रकार से बोली जाती है, उसे रिकॉर्ड करते हैं। साथ ही, उसी शब्द का किस प्रकार से बेहतर उच्चारण किया जाए, उसे कैसे बोला जाए। जमशेदपुर के प्राइवेट स्कूलों में गरीब और अभिवंचित वर्ग की कैटेगरी में एडमिशन के लिए गुरुवार से लिंक शुरू किया।
www.rteeastsinghbhum.com साइट पर जाकर अभिभावकों ने अपने बच्चों के एडमिशन के लिए आवेदन किया। आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 फरवरी तय की गई है। इस बार जिला शिक्षा विभाग की ओर से पहली बार ऑनलाइन आवेदन लिया जा रहा है। अभिभावक अधिकतम तीन स्कूलों की च्वॉइस फॉर्म में भर सकेंगे। हालांकि, जिला शिक्षा विभाग की ओर से फॉर्म की स्क्रूटनी करने के बाद अंतिम रूप से स्कूलों का चयन किया जाएगा। बच्चे के पोषक क्षेत्र के स्कूलों में ही उनका दाखिला होगा।