भारत में हेल्थ टेक स्टार्टअप इंडस्ट्री का मूल्य 1 बिलियन अमरीकी डालर से ज्यादा है। इसमें 5000 से ज्यादा हेल्थ टेक स्टार्टअप हैं और वर्ष 2023 तक 5 बिलियन अमरीकी डालर तक पहुंचने की उम्मीद है। इस तरह से यह 39 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ रहा है।वर्ष 2033 तक देश की हेल्थ टेक इंडस्ट्री 50 बिलियन अमरीकी डालर तक पहुंचने का अनुमान है। चलिए अब बात करते है कि हेल्थ टेक स्टार्टअप में कितने की फंडिंग हुई और किस कंपनी ने की।
हेल्थ टेक स्टार्टअप फैबल केयर ने 25 मिलियन अमरीकी डालर का फंड जुटाया है, जो कि आईएनआर 187 करोड़ के बराबर है और हाल ही में इसकी घोषणा की गई। इस फंडिंग के राउंड में सीरीज बी फंडिंग का राउंड था और इसका नेतृत्व कलारी कैपिटल ने किया था। फंडिंग के इस राउंड में अन्य प्रतिभागी अफलाक वेंचर्स, डिजिटल होराइजन और स्ट्राइड वेंचर्स थे। स्टार्टअप के कुछ मौजूदा इन्वेस्टर भी फंडिंग के इस राउंड का हिस्सा थे। वे निवेशक ओमरोन वेंचर्स, एसओएसवी, सोशल स्टार्ट्स और फ्रेस्को कैपिटल थे।
टेक स्टार्टअप फैबलकेयर की स्थापना वर्ष 2018 में सुमित सिन्हा और मुकेश बंसल द्वारा की गई थी और इसका मुख्यालय बेंगलुरु के कर्नाटक में है। हेल्थ टेक स्टार्टअप हेल्थकेयर की छवि बदलने की जिम्मेदारी संभालने में लगा हुआ है। स्टार्टअप का मिशन लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों के रोगियों के लिए दैनिक देखभाल को सुलभ बनाना और भारत में पहला पूर्ण केयर इकोसिस्टम बनाना है। आगे चलकर सर्विस करने और उन्हें अपनी पुरानी बीमारियों को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में मदद करने के उद्देश्य से हेल्थ टेक स्टार्टअप शुरू किया गया था।
स्टार्टअप की योजना क्रॉनिक केयर इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए जुटाए गए फंड का उपयोग करने की है। स्टार्टअप ने अपने बाजार विस्तार, ग्राहक के अधिग्रहण को बढ़ाने और राजस्व की नई धाराओं के निर्माण के लिए जुटाए गए धन के कुछ हिस्से का उपयोग करने की भी योजना बनाई है।फंडिंग के इस राउंड से पहले, स्टार्टअप ने पिछले साल ही फंडिंग के सीरीज ए राउंड से गुजरा है।फंडिंग के इस राउंड के बाद स्टार्टअप की वैल्यू 6 गुना बढ़ी है।
हेल्थ टेक स्टार्टअप की मेडिसिन पार्टनर्स, डिवाइस पार्टनर्स, इंश्योरेंस पार्टनर्स और लैब टेस्ट पार्टनर्स के साथ पार्टनरशिप है। स्टार्टअप ने 5 मिलियन से अधिक हेल्थ टिप्स साझा की हैं, 10 हजार से अधिक डॉक्टरों को शामिल किया है, 2 मिलियन से ज्यादा जीवन पर प्रभाव डाला है और 100 मिलियन से ज्यादा रोगियों के जीवन को ट्रैक किया है। हेल्थ टेक स्टार्टअप हर दिन 20 लाख से अधिक भारतीयों को बेहतर देखभाल दिलाने में मदद कर रहा है।
स्टार्टअप एक समाधान के माध्यम से डॉक्टरों और रोगियों के बीच की खाई को पाटता है जो रिमोट कंसल्टेशन, देखभाल और समय पर चीजो को प्रदान करने में मदद करता है और स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक चीजों तक सरल पहुंच प्रदान करता है।
स्टार्टअप का लक्ष्य आने वाले 2 वर्षों में इस टेक्नोलॉजी को हमारे देश में 30 मिलियन से अधिक घरों और 10 लाख से ज्यादा सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों तक फैलाना है।स्टार्टअप की योजना लगभग 25 प्रतिशत बाजार पर कब्जा करने की है। हेल्थ टेक स्टार्टअप भी अपनी टेक्नोलॉजी का निर्माण जारी रखेगा और हेल्थकेयर सिस्टम और अधिक खिलाड़ियों को एकीकृत करेगा।
कलारी कैपिटल की बात करे तो यह एक टेक्नोलॉजी -केंद्रित वेंचर कापिटल फर्म है। इसका मुख्यालय बेंगलुरु मे है।यह सीड और सीरीज ए स्टार्टअप्स में निवेश करती है और दूरदर्शी उद्यमियों को यूनिक सॉल्यूशन बनाने के लिए सशक्त बनाती है जो भारतीयों के जीने, काम करने, उपभोग करने और लेन-देन करने के तरीके को नया रूप देते हैं।
आज महिलाओं ने सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महान उपलब्धि हासिल की है। वाणी कोला एक भारतीय महिला उद्यमी है और इनके पति का नाम श्रीनिवास कोला है। वाणी कोला कलारी कैपिटल की संस्थापक और प्रबंध निदेशक हैं। उन्हें 2014 में फॉर्च्यून इंडिया द्वारा भारतीय व्यवसाय में सबसे शक्तिशाली महिलाओं में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया गया था।
कलारी कैपिटल की प्रबंध निदेशक वाणी कोला ने एक कहा कि वेंचर कैपिटल हेल्थ टेक स्टार्टअप के साथ पार्टनरशिप में आने और क्रॉनिक डिजीज मैनेजमेंट में क्रांति लाने के अपने लक्ष्य को हासिल करने में मदद करने के लिए बहुत उत्साहित है। उन्होंने आगे कहा कि स्टार्टअप के संस्थापकों को बाजार का अनुभव और गहरा ज्ञान है और स्टार्टअप के संस्थापकों के उद्यमशीलता के अनुभव से भारत में डिजिटल स्वास्थ्य को बाधित करने के लिए विश्वास मजबूत होगा।
कलारी कैपिटल विजन डिजिटल अर्थव्यवस्था में उद्यमशीलता को सक्षम करके भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाना है। इसका मिशन अपने विचारों को सफल उद्यमों में बनाने की चुनौतियों के माध्यम से संस्थापकों के साथ गहरी लोंग टर्म पार्टनरशिप बनाना है।इस कंपनी ने 90 से अधिक स्टार्टअप्स में फंडिंग की है और कुल 740 मिलियन अमेरिकी डॉलर की पूंजी जुटाई है।
कलारी कैपिटल के पोर्टफोलियो में एक्टिव डॉट एआई, अस्तेय, एजीआरआईएम, एजीएनईएक्सटी, ब्लू स्टोन, कैशकरो डॉट कॉम जैसी कंपनियां शामिल हैं। क्रेडिटविद्या, क्योर डॉट फिट, ड्रीम 11, एज नेटवर्क्स, एलीवर, इलास्टिक रन, एम्बिब, हैप्टिक, हेल्थ प्लिक्स, किंडलाइफ, कू, जंबोटेल, मॉल 91, मेडप्लस+, मिल्क बास्केट, मोजार्क, माई ग्लैम, मिंत्रा, पॉप एक्सओ, पॉसिबल, पोर्टल, स्कूप व्हूप , रोबोसॉफ्ट, स्किट, साइनज़ी, सिम्पली कॉन्ट्रैक्ट, शॉप 101, टॉफ़ी, स्नैपडील और कई अन्य।