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- टेलीमेडिसिन को शामिल करना आपके स्कूल व्यवसाय के लिए फायदेमंद क्यों हो सकता है?
वो दिन अब नहीं रहे जब स्कूल की नर्स, माता-पिता उन्हें पिकअप करने के लिए आने तक बीमार बच्चों को बैंड-ऐड लगा कर और एस्पिरिन देकर उनकी देखभाल किया करती थी। अब स्कूलों में टेलीहेल्थ के शामिल होने से बच्चों को टेलीकम्युनिकेशन्स के ज़रिए विविध प्रकार की स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवाएं स्कूल में ही उपलब्ध हैं। स्कूलों में टेलीमेडिसिन के उपयोग से बच्चों के स्वास्थ्य और पढ़ाई, दोनों की गुणवत्ता में सुधार आ सकता है।
टेलीमेडिसिन कैसे काम करता है?
स्कूल-बेस्ड टेलीमेडिसिन की रचना साधारण स्वास्थ्य जांच का अनुकरण करते हुए की गई है। स्कूल नर्सेज को वेब कैम, हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्शन, एनकाउंटर मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर तथा रिमोट स्टेथोस्कोप जैसे उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं। इससे बीमारी का निदान, उसके लक्षणों का प्रबंधन और अन्य कई जरूरी चीज़ें तुरंत की जा सकती हैं। जब नर्स वैद्यकीय जांच कर रही है। तब डॉक्टर, बालक की पास बैठने के बजाय स्क्रीन के ज़रिए परिस्थिति का आंकलन कर सकता है।
टेलीमेडिसिन क्यों
बच्चे हफ्ते में 5 से 6 दिन स्कूल में बिताते हैं। बच्चों में गंभीर वैद्यकीय लक्षण, न्यूरोलॉजिकल, मानसिक और व्यवहार सम्बन्धी विकार पाए जाने का प्रमाण दिन-बदिन बढ़ता जा रहा है। स्कूल नर्स को हमेशा ही ऐसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब टेलीमेडिसिन और टेलीसाइकाइट्री सोलुशन्स की उपलब्धता के कारण वह उनमें सक्रीय रूप से मदद कर सकती है। ऐसे हालात में, टेलीमेडिसिन के द्वारा निदान करने से बच्चों को तुरंत आराम मिल सकता है, ख़ास कर तब जब वो डॉक्टर की विजिट को लेकर बेचैन हों। दीर्घकालिक बीमारी से पीड़ित छात्रों को भी इससे लाभ मिलेगा। स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता बच्चों को स्वस्थ रखने की दिशा में तो महत्वपूर्ण है ही, लेकिन टेलीमेडिसिन माता-पिता के लिए भी एक वरदान है। इससे स्कूल उनका भरोसा जीत पाएंगे, जिससे उन्हें ज्यादा एडमिशन मिल पाएंगे और उनके मुनाफे में भी इज़ाफ़ा होगा।
लाभ
स्कूलों में टेलीमेडिसिन के उपयोग से न सिर्फ बच्चों का योग्य रोग-निदान होगा, बल्कि ऐसी परिस्थितियों में उन्हें होने वाली मानसिक पीड़ा भी कम होगी। इससे समय बचेगा और डॉक्टर सिर्फ एक क्लिक की दूरी पर होने के कारण बच्चों का तुरंत इलाज भी होगा। इससे पालकों को भी लाभ मिलेगा, क्योंकि ये सुविधाजनक भी है और इससे उनके व्यस्त कार्यक्रम में बाधा भी नहीं आएगी।
टेलीमेडिसिन से आपके कर्मचारियों को भी अतिरिक्त सहायता मिलेगी। इससे पहले जब भी छात्रों के उपचार की स्थिति आती थी, तब नर्सेज को अकेले ही उससे जूझना पड़ता था, लेकिन अब टेलीमेडिसिन के कारण स्कूल मेडिकल स्टाफ स्वास्थ्य सेवा देने वाले अन्य लोगों से तुरंत संपर्क कर परिस्थिति काबू में ला सकता है। ये मेडिकल प्रोफेशनल्स रोग-निदान के बारे जानकारी देने के साथ ही आगे के इलाज के लिए सुझाव भी दे सकते हैं, जिससे स्कूल के स्वास्थ्य कर्मचारियों को स्कूल में ही बच्चों का प्रभावी इलाज करने में मदद मिलेगी।