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- टॉप 100 फ्रैंचाइज़िंग ब्रांड लिस्ट में दर्ज कराएं अपना नाम और बढ़ाएं व्यापार की वैल्यू
किसी भी शिक्षा फ्रैंचाइज़ ब्रांड के लिए विशेष रूप से भारत में प्रतिस्पर्धा बहुत ही जटिल है। हमारे देश में 40000 उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ 14 लाख से भी अधिक स्कूल हैं।
2018 में केयर ग्रुप के एक अध्ययन के अनुसार, 2017 के आर्थिक वर्ष में के-12 का बाजार भारत में करीब 16.65 लाख रूपए अंक आ गया है और कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट के 13 प्रतिशत से भी ज्यादा बढ़कर यह आने वाले तीन सालों में 2022 तक 24 लाख रूपए तक पहूंचने की अनुमान लगाया जा रहा है। यूरोकिड्स, किडजी, NIIT, जयपुरिया, शांत जूनियर्स, TIMTS, दून स्कूल, गेट व्यू टेक्नोलॉजीस, हमिंग बर्ड एजुकेशन और स्पेरोज प्री-स्कूल ने 2019 के टॉप 100 फ्रैंचाइज़ ब्रांड की लिस्ट में अपनी जगह बना ली हैं।
ऐसी आश्चर्यजनक प्रतियोगिता में एक शिक्षा ब्रांड को अपने आपको आगे रखने की आवश्यकता है। इसका सबसे उत्तम और लाभकारी तरीका है कि आप शिक्षा के सबसे बेहतरीन फ्रैंचाइज़ ब्रांड की सूची में शामिल हो जाएं। अगर आपका ब्रांड ऐसी सूची में दिखाई पड़ता है तो यह अलग अलग तरीके से आपके ब्रांड को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। यहां पर कुछ ऐसे कारणों पर चर्चा कर रहे हैं जिसमें बताया गया है कि क्यों आपको ऐसी टॉप शिक्षा फ्रैंचाइज़ सूची में आने की आवश्यकता है।
विश्वसनीयता और वैद्यता में वृद्धि
अक्सर हम कंपनियों को जीत के ऐसे दावे करते हुए देखते हैं जिनके दांवों को साबित करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं होते। ऐसी टॉप सूची में आने पर ग्राहक को पता चलता है कि वास्तव में आप क्या है और आप क्यों इस सूची में शामिल हैं। ऐसी उपलब्धि से मिलने वाली विश्वसनीयता, विश्वास और प्रामाणिकता हमेशा एक सच्चे और सम्मानित ब्रांड को बनाने में सबसे ऊपर होते हैं।
जब संभावनाएं इस निर्णय को बनाने में लगी होती हैं कि उन्हें फ्रैंचाइज़ लेनी चाहिए या नहीं, वे हमेशा सबसे बेहतरीन को ही सूचीबद्ध करते हैं।ज्यादातर वे अपने अंतिम निर्णय को लेने से पहले बहुत सी बातों पर ध्यान देते हैं। ये बातें अनुभव, कीमत, इंडस्ट्री में स्थिति, आदि से संबंझित होती हैं। अगर आप ऐसी शिक्षा ब्रांड की टॉप सूची में शामिल हो जाते हैं तो आपके ब्रांड को 'तुरंत विश्वसनीयता' मिल जाती है जिस कारण आपको अपनी अपेक्षा से कहीं अधिक व्यवसाय मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
सरल शब्दों में, ब्रांड के रूप में ऐसी छवि होना जिसे 'सर्वश्रेष्ठ में से एक' के रूप में पहचाना जाए उसके लिए अपनी छवि को तुरंत भुनाना आसान होता है।
माता-पिता में बढ़ती जागरूकता
हम एक ऐसी दुनिया में रहते हैं जहां पर लोग कोई भी महत्वपूर्ण निणर्य लेने से पहले दूसरों के विचारों पर विश्वास रखते हैं और एक गहन रिसर्च करते हैं। अगर आप टॉप ब्रांड में शामिल हैं तो माता-पिता भी आप पर ज्यादा विश्वास करेंगे। आपकी कंपनी को 'ट्रेन्डिंग', या सामान्य रूप से 'लोकप्रिय' जैसे लेबल मिल जाएंगे। यह आश्चर्य की बात नहीं है कि हमारा झुकाव हमेशा 'बेस्ट', 'हाई रैकिंग' और 'टॉप' की तरफ होता है।
भीड़ में दिखें अलग
जैसा कि हमने पहले भी बताया है कि हम वर्तमान में एक भीड़ भरी शिक्षा इंडस्ट्री में कार्य कर रहे हैं। इस गला काट प्रतिस्पर्धा में हर ब्रांड को यह आवश्यकता है कि वह अपने लिए अपनी एक अनूठी छवि को बनाए। दुर्भाग्यपूर्वक, भारत में शिक्षा ब्रांडों में एक दूसरे से तुलना करने पर कोई अर्थपूर्ण अंतर नहीं मिलता। इसलिए अपनी एक यूएसपी को बनाकर चलना जरूरी है किसी टॉप शिक्षा फ्रैंचाइज़ सूची में अपने आपको दर्ज कराने के लिए ताकि आप ब्रांड की भीड़ में वास्तविक अंतर को स्पष्ट कर पाए। यह ब्रांड को इंडस्ट्री का लीडर बनाने और उसके विकास को गति देने में सहायक साबित हो सकता है। किसी टॉप शिक्षा फ्रैंचाइज़ ब्रांड में आने से आपको सच में ब्रांड अंतर बनाने में सहायता मिल सकती है।
मान्यता को सुधारता
उद्यमी जो बड़े फ्रैंचाइज ब्रांड में निवेश करने के इच्छुक हैं, उन्हें ऐसे ब्रांड को चुनना चाहिए जिसकी बाजार में उपस्थिति मजबूत हो। उनका नाम इंडस्ट्री में जाना-पहचाना होना चाहिए और ग्राहकों में ब्र्रांड रिकॉल वैल्यू अच्छी होनी चाहिए। सरल भाषा में ब्रांड की मान्यता या पहचान उनके ब्रांड छवि को बनाने में सबसे महत्वपूर्ण तत्व है। एक ब्रांड जो ऐसी टॉप सूची में शामिल होता है वह वाकई में ग्राहक और इंडस्ट्री के लीडर का ध्यान आकर्षित करता है। ये आपके ब्रांड को एक ऐसी पहचान देता है जो आपके ब्रांड को ग्राहकों और निवेशकों की पहली पसंद बनने का आश्वासन देता है।
मार्केटिंग में निरंतरता
किसी भी मार्केटिंग रणनीति का मुख्य लक्ष्य होता है ग्राहक को विश्वास दिलाना और ब्रांड को बाजार के लीडर के तौर पर प्रस्तुत करना। हालांकि केवल शब्द ही हमेशा विश्वास नहीं दिला पाते है क्योंकि ब्रांड को वास्तविक रूप में देखा भी जाता है। इसलिए यह आवश्यक है कि केवल ब्रांड की शब्दों से मार्केटिंग न करे बल्कि वैद्य प्रमाणों के साथ भी करे। जहां तक बात है ऐसी सबूतों की तो 'भारत की टॉप शिक्षा फ्रैंचाइज़ ब्रांड' की सूची में स्थान प्राप्त करने पर उन्हें यह सबूत भी मिल जाएंगे।
आपसी संबंध बनाना
बहुत सी कंपनियां बड़े आकार और निडरता से कार्य करने वाली बन कर बाजार में आते हैं और ग्राहक से गहरा, सच्चा संबंध बनाने में असफल हो जाते हैं। किसी शैक्षिक संस्थान जो बच्चों के भविष्य को बनाता है उसके लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि वे अपने मौजूदा और संभावित ग्राहकों के साथ सकारात्मक संबंध बनाएं। ऐसी प्रतिष्ठित इंडस्ट्री सूची में आने से सकारात्मक संबंध के होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं जो ब्रांड के लिए सकारात्मक व लाभकारी साबित होती है। यह ब्रांड का एक सकारात्मक, ग्राहक केंद्रित छवि का निर्माण कर उसे ग्राहकों के बीच में पेश करता है जिससे ब्रांड की वैल्यू तेजी से बढ़ती है।
दीर्घकालिक लाभ
इसके लाभ यही पर खत्म नहीं होते। रिसर्च और पत्रकार इस तरह की सूची का हमेशा प्रयोग करते हैं या उस पर विचार करते हैं। परिणामस्वरूप आपके ब्रांड को मान्यता और पहचान लंबे समय तक मिलती रहती है। माता-पिता और ग्राहकों के बीच में विश्वास और लोकप्रियता पाने का यह भी एक प्रभावशाली तरीका है। अंत में, लोकप्रिय प्रकाशनों द्वारा 'प्रीमियम', 'सबसे बड़ा' या 'टॉप' ब्रांड कहकर पुकारा जाना वाकई में आकर्षक है।ऐसे शब्दों को प्रयोग धीरे-धीरे आपके ब्रांड की वेल्यू को बढ़ाता है औा ब्रांड को अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट रूप से उभारने में मदद करता है।
अमोल अरोरा, वाईस चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर- Shemford Group of Futuristic Schools.