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- ट्वीटर के सीईओ पराग अग्रवाल का सालाना वेतन 7.50 करोड़ रुपए होगा
आज के समय में सोशल मिडिया से बच्चों से लोकर बिज़नेसमैन तक रूबरू हो रखे है और हर कोई इसके यूज करने के तारिके को बहुत ही अच्छे से जानते है। आज हर व्यवसाय सोशल मिडिया के माध्यम से जुड़ा हुआ है और ज्यादा से ज्यादा लाभ को हासिल करने की कोशिश कर रहा है। हम बात कर रहे है माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्वीटर की जो एक ही क्लिक पर किसी भी तरह की जानकारी को पूरी दुनिया तक पहुँचाता है। इसकी स्थापना 2006 में जैक डोर्सी ने की थी।
अनुभव के अनुसार चीजे हमेशा बदलती रहती है या फिर आप कह सकते है कि आपके कामों की खुबियों को देखते हुए आपको एक उचा पद मिल सकता है जिसकी आपने कल्पना भी नही की होगी। हम बात कर रहे है ट्विटर के नए सीईओ पराग अग्रवाल की जो इंटरनेट पर छाए हुए है। इनके नियुक्त होने के बाद से लोगों ने माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर उनके के बारे में जानने की तलाश शुरू कर दी। इससे पहले कंपनी के सीईओ जैक डोर्सी थे। उनके इस्तीफे के बाद पराग अग्रवाल को उनकी जगह पर नियुक्त किया गाया।
पराग अग्रवाल 2011 से ट्विटर में काम कर रहे है और 2017 से सीटीओ (चीफ टेक्नॉलोजी ऑफिसर) के पद पर नियुक्त थे। इनसे पहले एडम मेसिंगर नियुक्त थे। एडम ने दिसंबर 2016 में कंपनी छोड़ दी थी। उसके बाद पराग अग्रवाल को अक्टूबर 2017 में ही ट्विटर का सीटीओ बना दिया गया था। लेकिन आधिकारिक रूप से उन्हें इस पद पर नियुक्त करने की घोषणा 8 मार्च 2018 में हुई।
जब वह कंपनी में शामिल हुए थे तब ट्विटर के कर्मचारियों की संख्या 1000 से भी कम हुआ करती थी। शुरूआत में उन्होंने ट्विटर की तकनीकी रणनीति, मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसऔर विज्ञान टीमों का कामकाज देखते थे। पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने कहा है कि पराग अग्रवाल उनकी पहली पसंद हैं। उन्होंने पराग की तारीफ करते हुए कहा कि वो हमेशा कठिन समय में भी कंपनी के साथ खड़े रहे हैं।
ट्विटर द्वारा अमेरिकी सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन में दी जानकारी के अनुसार, पराग का वेतन 10 लाख डॉलर यानी 7.50 करोड़ रुपए सालाना होगा। उन्हे बोनस और 94 करोड़ रुपए मूल्य के कंपनी के रिस्ट्रिक्टेड स्टॉक दिए जाएंगे।
ट्विटर के पूर्व सीईओ डॉर्सी सालाना 1.40 डॉलर लेते थे। हालांकि उन्होंने हजारों करोड़ रुपए मूल्य के स्टॉक बेचे। ट्विटर कंपनी में करीब 2.78 लाख करोड़ रुपए मूल्य की उनकी 2.26 प्रतिशत हिस्सेदारी है। वर्ष 2009 में उन्होंने ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म स्क्वायर बनाया था जिसमें उनका हिस्सा 11 प्रतिशत है।
पराग अग्रवाल ने ट्विटर पर ट्वीट्स की अहमियत को बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर जो काम किया था। उस पर उनकी खूब सराहना हुई थी। जब वह स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे, उस वक्त उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट, याहू और एटीएंडटी जैसी दिग्गज कंपनियों के साथ काम किया।
आपको बता दे पराग अग्रवाल का जन्म 21 मई 1984 को राजस्थान के अजमेर शहर के सरकारी जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में हुआ था। उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। इसके अलावा उन्होंने स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कम्प्यूटर साइंस में डॉक्टरेट किया है।
पराग के पिता मुंबई के भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (बार्क) में काम करते थे और उनकी माता जी स्कूल टीचर के तौर पर रिटायर हुई हैं। पराग ने मुंबई के एटॉमिक एनर्जी सेंट्रल स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की वे हमेशा आईआईटी में जाना चाहते थे और अपने प्रोजेक्ट में भी इनोवेशन लाते थे।
ट्विटर क्या है
ट्विटर दुनिया की पॉपुलर वेबसाइट में से एक है। उसमें हर कोई किसी भी तरह की जानकारी को शेयर कर सकता है। आप केवल 140 शब्दों का उपयोग करके अपनी पूरी बात को कह सकते है। हालांकि आप जितने चाहो उतने ट्वीट कर सकते है। आप ट्वीट को पोस्ट, लाइक और रीट्वीट कर सकते हैं।