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- डायग्नोस्टिक्स प्लेटफॉर्म क्यूरेलो ने आईआईएम अहमदाबाद द्वारा स्थापित सीआईआईई से जुटाई फंडिंग
- परीक्षण के लिए मरीज स्वयं ही चुन सकेंगे प्रयोगशाला
डॉ. अर्पित जयसवाल द्वारा 2022 में स्थापित क्यूरेलो, जो मरीजों को घर पर रक्त नमूना संग्रह बुक करने और उनकी पसंद की किसी भी प्रयोगशाला से समय पर रक्त रिपोर्ट प्राप्त करने में सक्षम बनाता है, ने घोषणा की कि उसने आईआईएम स्थापित सीआईआईईडॉटको से 80 लाख जुटाए हैं। प्लेटफॉर्म फ्लेबोटोमिस्टों के एक समूह द्वारा संचालित है, जो बुकिंग के 60 मिनट के भीतर नमूने एकत्र कर सकता है और उन्हें चयनित प्रयोगशाला में पहुंचा सकता है। मरीज परीक्षण की उपलब्धता, मूल्य निर्धारण और टर्नअराउंड समय के आधार पर प्लेटफॉर्म पर अपने लिए प्रयोगशाला का भी चयन कर सकते हैं। संचालन के पिछले 10 महीनों में क्यूरेलो ने 1350़ प्रयोगशालाओं के साथ साझेदारी की है, 125,000 से अधिक ऑर्डर संसाधित किए हैं और इसका मासिक रन रेट वर्तमान में 30 प्रतिशत की मासिक वृद्धि के साथ 55 लाख रुपये का है। क्यूरेलो का लक्ष्य निकट भविष्य में रेडियोलॉजी और ब्लड बैंक एग्रीगेटर्स में अपना विस्तार करना भी है।
सीआईआईईडॉटको में सीड इन्वेस्टमेंट्स पार्टनर विपुल पटेल ने कहा 85 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी वाला बिखरा हुआ डायग्नोस्टिक बाजार, स्टैंडअलोन और अस्पताल-आधारित प्रयोगशालाओं से बना है। जबकि, भारत में शीर्ष चार कॉर्पोरेट डायग्नोस्टिक्स श्रृंखलाओं की हिस्सेदारी मात्र 6 प्रतिशत की है। उन्होंने कहा कि मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पतालों और डायग्नोस्टिक लैबों की श्रृंखला चलाने में अर्पित का अनुभव उन्हें ग्राहकों की समस्याओं के बारे में गहरी जानकारी देता है इसके लिए हम क्यूरेलो टीम के साथ साझेदारी करके उत्साहित हैं और उनके व्यवसाय को बढ़ाने में उनकी मदद करने के लिए तत्पर हैं।
क्यूरेलो के संस्थापक और सीईओ डॉ. अर्पित जयसवाल ने कहा, हम सीआईआईई.सीओ को क्यूरेलो में वापस पाकर उत्साहित हैं। उनका दृढ़ विश्वास हमारे प्लेटफॉर्म और डायग्नोस्टिक एग्रीगेटर क्षेत्र में अपार संभावनाओं को दर्शाता है। हमारा प्राथमिक ध्यान देश भर में विस्तार करना, उपयोगकर्ता अनुभव को अनुकूलित करना और नमूना संग्रह को मानकीकृत करना है, जिसका लक्ष्य वर्ष के अंत तक प्रतिदिन 1000़ घरेलू नमूनों की सेवा करना है। हम इस यात्रा में सीआईआईई डॉट को को अपनी असाधारण क्षेत्र समझ और नेटवर्क के साथ समर्थन देने के इच्छुक हैं। यह निवेश क्यूरेलो के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और कंपनी को अत्यधिक प्रतिस्पर्धी भारतीय स्वास्थ्य सेवा बाजार में अपने विकास पथ को जारी रखने की स्थिति में रखता है।
रेडियोलॉजी में हैं अपार संभावनाएं
रेडियोलॉजी की बात करें तो वैश्विक स्तर पर वर्ष 2021 तक इसका मार्केट साइज था 2660 करोड़। वर्ष 2029 के लिए 4304 करोड़ होने का अनुमान लगाया गया है। भारतीय बाजार की बात करें तो वित्त वर्ष 2019 में भारत के डायग्नोस्टिक इमेजिंग यानी कि रेडियोलॉजी बाजार का मूल्य 166.535 करोड़ का था। रेडियोलॉजी में चल रही तकनीकी प्रगति को देखते हुए वित्त वर्ष 2026 तक इसके बाजार मूल्य के संदर्भ में इसके 9.03 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है। इस क्षेत्र में कार्यरत कंपनियों की बात करें तो इसमें विप्रो जीई हेल्थकेयर, सीमेंस हेल्थकेयर, एलेंजर्स मेडिकल सिस्टम्स, एर्बिस इंजीनियरिंग, सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स एसआईईएल, फिलिप्स इंडिया, ओलंपस मेडिकल सिस्टम्स इंडिया, फुजीफिल्म मेडिकल सिस्टम्स इंडिया, केयरस्ट्रीम हेल्थ इंडिया, शिमदजु मेडिकल (इंडिया) सहित अन्य प्रमुख कंपनियां हैं, जो भारत में रेडियोलॉजी में काम कर रही हैं।