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- डीयू और ओपीजेजीयू के 74वें वार्षिक अखिल भारतीय वाणिज्य सम्मेलन का आरंभ
वाणिज्य विभाग, फैकल्टी ऑफ काॅमर्स और बिजनेस, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनाॅमिक्स, दिल्ली यूनिवर्सिटी मिलकर इंडियन काॅमर्स एसोसिएशन के 74वें वार्षिक अखिल भारतीय वाणिज्य सम्मेलन (एआईसीसी) का आयोजन कर रही है। गंभीर बौद्धिक जुड़ाव के लिए मंच प्रदान करने वाला यह सम्मलेन अपने विविध सत्र और दुनिया के विभिन्न कोनों से विद्वानों, संकाय और विशेषज्ञों की व्यापक भागीदारी के जरिये सभा के महत्व को दर्शाती है।
दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा, “डीयू और ओपीजेजीयू, दोनों प्रतिष्ठित संस्थान, 74वें वार्षिक अखिल भारतीय वाणिज्य सम्मेलन की मेजबानी कर रहे हैं। यह व्यवसाय परिवर्तन, एसडीजी, नवाचार और स्टार्टअप सहित विविध विषयों पर चर्चा की मेजबानी करेगा। लगभग 1800 शोध पत्र प्राप्त और प्रस्तुत किए जाएंगे, जो विचारों और विचारों की एक अनूठी विविधता को सामने लाएंगे।" आईसीए के अध्यक्ष प्रोफेसर डब्ल्यू के. सरवाडे ने कहा, “इस तीन दिवसीय सम्मेलन में वाणिज्य शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा होगी। इसमें 60 से अधिक डीन, प्रबंधन संकाय और 3000 से अधिक विद्वान और शिक्षक भाग लेंगे। हम विभिन्न दृष्टिकोणों से ई-कॉमर्स, प्रबंधन और अर्थव्यवस्था पर चर्चा करेंगे।"
ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलपति प्रो. (डॉ.) सी. राज कुमार ने कहा, “जैसा कि विकसित भारत @2047 कार्यक्रम के तहत प्रधानमंत्री द्वारा परिकल्पना की गई है, वाणिज्य और प्रबंधन शिक्षा के माध्यम से भारतीय युवाओं को सशक्त बनाने में संस्थानों की भूमिका आवश्यक है। विकसित भारत @ 2047 हमारे समाज के आर्थिक परिवर्तन, विनिर्माण को बढ़ाने, सेवा क्षेत्र का विस्तार करने समेत प्रशिक्षण और कौशल प्रबंधन की परिकल्पना करता है। हमें उम्मीद है कि हमारी अर्थव्यवस्था पांच ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी और इसका सबसे महत्वपूर्ण पहलू व्यावसायिक शिक्षा है, जो प्रौद्योगिकी और वाणिज्य को एक पुनर्कल्पित तरीके से जोड़ती है। वाणिज्य शिक्षा की चुनौतियों का समाधान किए बिना भारत के आर्थिक तंत्र की पुनर्कल्पना नहीं की जा सकती। आईसीए-जेजीयू सम्मेलन एक महत्वपूर्ण समय पर आया है, जो वाणिज्य और प्रबंधन शिक्षा में विशेषज्ञों और संकाय के साथ युवाओं को एक साथ लाता है। इसका उद्देश्य एनईपी-2020 के दृष्टिकोण को पूरा करना भी है, जो बहु-विषयक शिक्षा और शैक्षणिक सहयोग को प्रोत्साहित करता है। यह सम्मेलन उस दिशा में एक सच्चा सहयोग है।''
सम्मेलन वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार, भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई), गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) द्वारा प्रायोजित है। दिल्ली के राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना इसके उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचेंगे। इस सम्मेलन में देश-विदेश के कई जाने-माने वक्ता अपनी बातें रखेंगे। सम्मेलन का मुख्य मुद्दा 'एक पृथ्वी-एक परिवार-एक भविष्य' है, इसके तहत वाणिज्य शिक्षा में नवाचार, सहयोग और उत्कृष्टता की खोज को बढ़ावा दिया जाएगा।