तकनीक व्यवसायिक शिक्षा में बहुत से किरदार निभाता है। नई तकनीक द्वारा लाए गए बदलावों की गति ने दुनियाभर के लोगों के जीवन, कार्य और खेल पर बहुत ही प्रभाव डाला है।
दुनियाभर में आसानी से कम्युनिकेशन आपको तुरंत ही विस्तृत डाटा में प्रवेश करने का अवसर देता है। यह समावेश और आंकलन कुशलता व रेपिड कम्युनिकेशन को चुनौती देता है। साथ ही घर, कार्य और शिक्षा संस्थानों में तकनीक के प्रवेश को बढ़ाता है।
वैश्विक शिक्षा तकनीकी इंडस्ट्री बहुत ही बड़ी है और निरंतर तेज गति से बढ़ती ही जा रही है। 2020 तक इसका आकार बढ़कर 250 बिलियन डॉलर पार करने की संभावना है। नीचे कुछ कारण बताए गए हैं कि आपको क्यों अपने व्यवसाय स्कूल में तकनीक को शामिल करना चाहिए।
नवीनीकरण
व्यवसाय का अर्थ सभी तरह से नयेपन या नीवनीकरण से है। व्यवसायिक शिक्षा में तकनीक रचनात्मकता, नवीनता और उद्यमिता को बढ़ाता है।छात्र विभिन्न तकनीकों का प्रयोग कर अपनी पसंद के प्रोडक्ट को बना सकते हैं। ये प्रोफेसरों और छात्रों को समय निवेश का अधिक लाभ देगा।नई और उभरती तकनीक परंपरागत सूचना की प्रक्रिया के प्रयोग, विस्तार और सूचना को व्यवस्थिति करने के तरीके को भी यह चुनौती दे रहा है। तकनीक किसी भी व्यक्ति के सीखने के अनुभव को एक नया आयाम दे रहा है।
तकनीक को बढ़ाएं
जब बात छात्रों को आकर्षित करने की आती है तो एक ही तरह की सभी योजनाएं प्रभावी नहीं होती। तकनीक छात्रों के आकर्षण या व्यस्तता को बढ़ाता है। व्यवसायिक शिक्षा संस्थान में छात्र अलग-अलग पृष्ठभूमि और जगहों से आए होते हैं। तकनीक छात्र के सीखने के स्टाइल से मेल खाते हुए सीखने के बहुत से प्रकारों को प्रदान करता है। इस प्रकार, शिक्षा इंडस्ट्री में तकनीक की बहुत ही महत्वपूर्ण आवश्यकता है। अन्य शब्दों में कहें तो निजीकरण व्यवसाय स्कूल के क्लासरूम के अनुभव को बढ़ाना सुनिश्चित करता है।
डिस्टेंस लर्निंग और सहयोग
व्यवसायिक शिक्षा में तकनीकी के विकास ने पढ़ने और सीखने की परिस्थिति में बहुत अधिक बदलाव ला दिया है। यह नया बदलाव डिस्टेंस लर्निंग को बढ़ावा देता है और यह अलग अलग यूनिवर्सिटियों के साथ करीबी सहयोग को भी प्राप्त करता है। सभी विकसित देशों में तकनीकी के बढ़ते प्रयोग ने इसमें प्रवेश करने की क्षमता और शिक्षा की प्रासंगिकता और क्वालिटी को बढ़ाया है। साथ ही साथ व्यवसाय के अवसरों को व्यापक बनाया है।