30 की शक्ति भारत को प्रेरित कर रही है। यानी कि 30 वर्ष से कम उम्र की आबादी के प्रयासों के साथ 30 वर्षों से कम समय में अर्थव्यवस्था में 30 लाख करोड़ जोड़ने का हमारा सपना है। यह बात केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और वस्त्र मंत्री श्री पीयूष गोयल ने द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के बहरीन चौप्टर को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि दुनियाभर के निवेशकों के लिए भारत पहली पसंद बन चुका है। हाल ही हमारा बाजार पूंजीकरण भी 4 लाख करोड़ तक पहुंच गया है।
गोयल ने कहा कि आज भारत विश्व के साथ आत्मविश्वास और अद्वितीय, अदम्य आत्मविश्वास की भावना के साथ सहयोग कर रहा है, न कि अहंकार के साथ। उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसी अर्थव्यवस्था है, जहां बंदरगाह क्षमता 10 वर्षों में दोगुनी हो गई है, जहां हवाई अड्डे के कार्यात्मक वाणिज्यिक हवाई अड्डे पिछले नौ वर्षों में 74 से दोगुना होकर 150 हो गए हैं और अगले पांच वर्षों में बढ़कर 225 होने की उम्मीद है, जहां आधुनिक उच्च गुणवत्ता वाले रेलवे और राजमार्गों के बड़े नेटवर्क की सहायता के लिए 140 नए अंतर्देशीय जलमार्ग शुरू किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जो सुंदर अवसंरचना हम दुनिया के अन्य हिस्सों में देखते हैं, उसका निर्माण अब भारत में भी किया जा रहा है। उन्होंने उपस्थित लोगों से दिल्ली आकर कुछ समय व्यतीत करने और नए संसद भवन का अवलोकन करने या भारत मंडपम का दौरा करने का भी आग्रह किया, जहां उच्च गुणवत्ता की अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनियां आयोजित की जा रही हैं।
उन्होंने सभी से एक समृद्ध, जीवंत अर्थव्यवस्था व एक ऐसी प्रणाली का साक्षी बनने को कहा, जो भारत के लोगों का ध्यान रख रही है और उन्हें अच्छा भविष्य, जीवन की गुणवत्ता के साथ जीवन जीने के अवसरों में सुगमता प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत आज 5जी थ्रस्ट - ग्रोथ, गुड गवर्नेंस, ग्रिट, जेनुइन ट्रस्ट और ग्रीन टेक्नोलॉजी में सबसे आगे है - जो स्थिरता को दर्शाती हैं। गोयल ने कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट बहरीन में भारतीयों का सबसे बड़ा संगठित पेशेवर निकाय है, जिसमें 450 से अधिक सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि वे उच्च सत्यनिष्ठा, उच्च नैतिकता और कड़ी मेहनत के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता के साथ बहरीन की विकास गाथा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। चार्टर्ड अकाउंटेंट विश्व भर में और बहरीन में भारत के राजदूत हैं। उन्होंने नेतृत्व, स्थिरता, भू-राजनीति, मानव क्षमता, स्वस्थ जीवन - जो चीजें समसामयिक हैं और जो चीजें आवश्यक हैं, पर चर्चा आयोजित करने के लिए उनकी सराहना की।