तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा सरकार जल्द ही राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास को लक्षित करने वाले नए स्टार्टअप को प्रोत्साहित करने के लिए एक नए स्टार्टअप और इनोवेशन नीति का अनावरण करेगी।
उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में वह नए उद्यमियों और युवाओं को आर्थिक मुख्यधारा में शामिल करना सुनिश्चित करेंगे और 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर(करीब 1 लाख करोड़ रुपये) की अर्थव्यवस्था को प्राप्त करने की दिशा में भी काम करेंगे। मेरा सपना है कि तमिलनाडु दक्षिण एशिया में सबसे बड़ा इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बन जाए।
स्टालिन ने तमिलनाडु स्टार्टअप्स और इनक्यूबेटर्स मीट में बोलते हुए कहा राज्य में क्षेत्रों और जिलों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए विकास की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि शासन के द्रविड़ मॉडल का उद्देश्य सभी को सब कुछ उपलब्ध कराने के उद्देश्य के साथ प्रयास करना है।
स्टालिन ने कहा हमारी सरकार के सत्ता में आने के बाद से 2.20 लाख करोड़ रुपये की निवेश प्रतिबद्धता के साथ छह इन्वेस्टर कॉन्क्लेव आयोजित किए गए। इससे पहले, स्टार्टअप के लिए इकोसिस्टम को सक्षम करने और राज्य को इस क्षेत्र में एक वैश्विक केंद्र बनाने के लिए तत्कालीन अन्नाद्रमुक सरकार द्वारा 2019 में स्टार्टअप और इनोवेशन नीति शुरू की गई थी। मुख्यमंत्री ने मदुरई में तमिलनाडु रीजनल हब, तिरुनेलवेली और इरोड में 54.6 करोड़ रुपये की लागत से आने वाले अन्ना विश्वविद्यालय में आई-टीएनटी हब के अलावा उद्योग 4.0 में 5 त्वरक कार्यक्रम भी लॉन्च किए।
आई-टीएनटी हब भारत का पहला उभरता हुआ और डीपटेक इनोवेशन नेटवर्क है जो लगभग 25,000 वर्गफीट क्षेत्र में आ रहा है।यह डीप टेक्नोलॉजीज में काम करने वाले स्टार्टअप्स के लिए एक्सेलेरेटर-कम-इनक्यूबेटर के रूप में काम करेगा। स्टार्टअप टीएन एक्सेलेरेटर को न्यूनतम व्यवहार्य उत्पाद के साथ शुरूआती चरण के स्टार्टअप को अगले चरण में अपस्किलिंग, मेंटरिंग और सही संसाधनों तक पहुंच के माध्यम से आगे बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
फ्लैगशिप तमिलनाडु स्टार्टअप सीड ग्रांट फंड ( टीएएनएसईईडी) के तीसरे संस्करण के तहत, स्टालिन ने 1.55 करोड़ रुपये की पहली किश्त का वितरण किया, जिसमें 31 स्टार्टअप लाभार्थियों को 5 लाख रुपये प्रदान किए गए, जिनमें 18 महिला संस्थापक या सह-संस्थापक शामिल थे।
तमिलनाडु के ग्रामोद्योग मंत्री पी. बेंजामिन ने इस साल जनवरी में हुये दूसरे वैश्विक निवेशक सम्मेलन में कहा राज्य को 3,573 एमएसएमई से 5,541 करोड़ रुपये के निवेश प्राप्त हुये। उन्होंने यहां सीआईआई के तीसरे एमएसएमई सीईओ सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद कहा कि एमएसएमई के निवेश से इस क्षेत्र में रोजगार के 5.96 लाख अवसर भी सृजित हुए। उन्होंने कहा कि सरकार ने एमएसएमई क्षेत्र के लिये कारोबार सुगमता तथा सिंगल विंडो पोर्टल की व्यवस्था की है। एमएसएमई विभाग के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार ने कहा कि आईटी क्षेत्र तथा अन्य उभरते क्षेत्रों में उद्यमिता गतिविधियों में अचानक विस्तार से तमिलनाडु एमएसएमई का पसंदीदा गंतव्य बनकर उभरा है।