व्यवसाय विचार

नवंबर में प्राथमिकता क्षेत्र ऋण के तहत एमएसएमई ने प्राप्त किया 23.36 लाख करोड़ का ऋण

Opportunity India Desk
Opportunity India Desk Jan 03, 2024 - 2 min read
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एमएसएमई की ऋण प्राप्ति को लेकर आरबीआई ने हाल ही में कुछ आंकड़े जारी किए। इसके अनुसार एनबीएफसी द्वारा एमएसएमई को प्राप्त ऋण में वृद्धि बैंकों की तुलना में तीन गुना अधिक थी, जो अनुकूलित वित्तपोषण समााधान पेश करने की उनकी क्षमता से लाभान्वित हुई।

बैंकों द्वारा महीने के दौरान जारी किए गए 155 लाख करोड़ रुपये के गैर-खाद्य ऋण का 14.9 प्रतिशत रहा

नवंबर में एमएसएमई को दिए गए ऋण में, सूक्ष्म और लघु उद्यमों (एमएसई) को दिए गए 18.76 लाख करोड़ रुपये

अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) ने नवंबर 2023 में एमएसएमई में प्राथमिकता क्षेत्र ऋण के तहत 23.36 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया, जो नवंबर 2022 में जारी किए गए 19.16 लाख करोड़ रुपये से 21.9 प्रतिशत अधिक है। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से हाल ही जारी किये गए आंकड़ों से प्राप्त हुई। आरबीआई ने अक्टूबर 2023 में, प्राथमिकता क्षेत्र ऋण के तहत एमएसएमई में 23.15 लाख करोड़ रुपये जारी किये थे। नवंबर के दौरान जारी किए गए 23.36 लाख करोड़ रुपये बैंकों द्वारा महीने के दौरान जारी किए गए 155 लाख करोड़ रुपये के गैर-खाद्य ऋण का 14.9 प्रतिशत था, जबकि नवंबर 2022 में 128 लाख करोड़ रुपये के गैर-खाद्य ऋण का 14.8 प्रतिशत था।

नवंबर में एमएसएमई को दिए गए ऋण में, सूक्ष्म और लघु उद्यमों (एमएसई) को 18.76 लाख करोड़ रुपये दिए गए, जो नवंबर 2022 में 15.23 लाख करोड़ रुपये से 23.2 प्रतिशत बढ़ गया। दूसरी ओर, मध्यम उद्यमों ने बैंक ऋण में 4.60 लाख करोड़ रुपये जुटाए। नवंबर 2022 में जारी किए गए 3.93 लाख करोड़ रुपये से 17.1 प्रतिशत अधिक थे। ऋण वृद्धि के साथ-साथ बैंकों के एमएसएमई पोर्टफोलियो में भी और सुधार हुआ है। आरबीआई की नवीनतम वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट के अनुसार, एमएसएमई सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (जीएनपीए) सितंबर 2023 में घटकर 4.7 प्रतिशत हो गई है, जो मार्च 2023 में 6.8 प्रतिशत और सितंबर 2022 में 7.7 प्रतिशत थी। मार्च 2022 में, जीएनपीए अनुपात 9.3 फीसदी था। एसएमए-2 (60 दिनों से अधिक और 90 दिनों तक अवैतनिक ऋण) मार्च 2023 में 0.9 प्रतिशत से थोड़ा बढ़कर सितंबर 2023 में 1.7 प्रतिशत हो गया था।

सरकार की ईसीएलजीएस (आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना) योजना के तहत, जो 31 मार्च, 2023 को समाप्त हो गई, सेवाओं और व्यापार, जो ईसीएलजीएस संवितरण का एक तिहाई हिस्सा बनाते थे, उनमें कुछ समस्याएं जरूर रहीं। इस बीच, 2022-23 और 2023-24 के दौरान बैंकिंग क्षेत्र के प्रदर्शन पर आरबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2023 के लिए एनबीएफसी द्वारा एमएसएमई को ऋण में वृद्धि बैंकों की तुलना में तीन गुना अधिक थी, जो अनुकूलित वित्तपोषण समाधान पेश करने की उनकी क्षमता से लाभान्वित हुई। प्राथमिकता क्षेत्र ऋण के लिए सह-ऋण ढांचे ने एनबीएफसी द्वारा एमएसएमई क्षेत्र को ऋण के प्रवाह की सुविधा प्रदान की, जिससे बैंकों की निधि की कम लागत और एनबीएफसी की अधिक पहुंच का लाभ मिला जबकि मार्च 2023 तक एमएसएमई को बैंक ऋण वृद्धि 12.4 प्रतिशत थी, एनबीएफसी द्वारा एमएसएमई को ऋण वृद्धि 42.4 प्रतिशत थी।

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